13 दिसंबर को जब सदन सत्र चल रहा था उस वक्त सुरक्षा में एक बड़ा उल्लंघन हुआ जिसमें सागर शर्मा और मनोरंजन डी नामक दो व्यक्ति सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा चेम्बर में कूद गए. उन्होंने कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी जो उन्होंने अपने जूतों के अंदर छिपा रखी थी. दोनों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया. कुछ ही समय बाद, अमोल शिंदे नामक एक आदमी और नीलम नामक एक महिला को भी संसद के बाहर विरोध करने के लिए हिरासत में लिया गया. इन्होंने भी उसी तरह के पीले धुएं छोड़ने वाले कैन्ट्स ले रखे थे. कथित तौर पर ये योजना बनाने में कुल 6 लोग शामिल थे जिनमें से पांच को पकड़ लिया गया है. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वो सभी सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फ़ैन क्लब’ से जुड़े हुए थे.
आरोपी सागर शर्मा द्वारा इस्तेमाल किया गया विज़िटर पास कर्नाटक के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी किया गया था. प्रताप सिम्हा ने बाद में बताया कि उन्होंने आरोपी के पिता के अनुरोध पर ये पास जारी किया था. विपक्षी नेताओं ने इस उल्लंघन के लिए प्रताप सिम्हा को ज़िम्मेदार ठहराया और उन्हें निष्कासित करने की मांग की.
इस मामले के संदर्भ में राईट विंग इन्फ्लुएंसर और स्व-घोषित फ़ैक्ट-चेक मीडिया आउटलेट ‘ओनली फ़ैक्ट’ के सह-संस्थापक, विजय पटेल ने X (ट्विटर) पर दावा किया कि आरोपियों में से एक, मनोरंजन डी, एक ‘कम्युनिस्ट SFI व्यक्ति’ जैसा दिखता है. दोनों तस्वीरों को एक साथ रखकर शेयर किया गया था. इसमें पहली तस्वीर आरोपी की थी और दूसरी तस्वीर SFI सम्मेलन में खींची गई पांच व्यक्तियों की तस्वीर थी जिनमें से एक व्यक्ति को अलग से हाईलाइट किया गया था. यहां ट्वीट के कैश्ड वर्ज़न का आर्काइव है. एक और ट्वीट में विजय पटेल ने इसी कोलाज को शेयर कर अपने फ़ॉलोवर्स से पूछा, “क्या आपको लगता है कि दोनों लोग एक ही हैं? मैं थोड़ा कन्फ्यूज्ड हूं.” बाद में उन्होंने दोनों ट्वीट्स डिलीट कर दिए.
विजय पटेल के ट्वीट के बाद, कई इन्फ्लुएंसर फ़ेसबुक पेजों ने यही तस्वीर शेयर की कि आरोपी मनोरंजन एक SFI कार्यकर्ता हैं. उदाहरण के लिए, भारतीय जनता पार्टी के मांड्या ज़िले का फ़ेसबुक पेज, जिसके 29 हज़ार फ़ॉलोवर्स हैं, और बीजेपी शिवमोग्गा के फ़ेसबुक पेज, जिसके 73 हज़ार फ़ॉलोवर्स हैं, ने भी इस दावे को आगे बढ़ाया.
ये दावा इसी कैप्शन के साथ फ़ेसबुक पर भी काफी शेयर किया गया है.
X पर कई यूज़र्स ने ये दावा शेयर किया है कि आरोपी मनोरंजन डी, एक SFI कार्यकर्ता है.
फ़ैक्ट-चेक
SFI कर्नाटक के फ़ेसबुक पेज से एक बयान जारी कर वायरल दावे को ग़लत बताया गया. इन दावों को ‘झूठी सूचना’ करार देते हुए, उन्होंने लोकसभा में हुई घटना में SFI और उसके मैसूरु ज़िला अध्यक्ष विजय कुमार के नाम को ‘बिना मतलब के घसीटने’ के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं की आलोचना की. इस बयान में “सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाने” में शामिल सभी व्यक्तियों और समूहों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई का भी आह्वान किया गया है.
ಮಾನ್ಯ ಗೃಹಮಂತ್ರಿಗಳೇ,
ಸುಳ್ಳು ಸುದ್ದಿ ಹಂಚುತ್ತಿರುವವರ ವಿರುದ್ಧ ಸೂಕ್ತ ಕಾನೂನು ಕ್ರಮಕ್ಕೆ ಒತ್ತಾಯಿಸಿ,
ಈ ದೇಶದ ಪ್ರಜೆಗಳನ್ನು…
Posted by SFI Karnataka on Wednesday, 13 December 2023
हमने नोटिस किया कि DYFI कर्नाटक के राज्य अध्यक्ष अब्दुल मुनीर ने भी फ़ेसबुक पर वायरल दावों को ग़लत बताया था. उन्होंने लिखा, “SFI निराधार आरोप, चरित्र हनन और लगातार होने वाले हमले का सामना करते हुए दृढ़ बनी है. विजय कुमार की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए, उन्होंने “IT सेल के माध्यम से व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी में प्रचार करना शुरू कर दिया कि इस घटना के पीछे कम्युनिस्ट थे.”
ಬಿಜೆಪಿ ಕಾರ್ಯಕರ್ತರು, ಮೋದಿ ಭಕ್ತರು ಎಂತಹ ನಿರ್ಲಜ್ಜರು ಅಂದರೆ, ಸಂಸತ್ ನ ಒಳಭಾಗಕ್ಕೆ ನುಗ್ಗಿದ ಮನೋರಂಜನ್ ನನ್ನು sfi ಮೈಸೂರು ಜಿಲ್ಲಾಧ್ಯಕ್ಷ…
Posted by Abdul Muneer on Wednesday, 13 December 2023
इन बातों को ध्यान में रखते हुए, हमने SFI मैसूर का फ़ेसबुक पेज चेक किया और हमें 8 सितंबर, 2022 की एक पोस्ट में ये तस्वीर मिली.
फेसबुक पोस्ट में मैसूर में आयोजित स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया (SFI) के दूसरे मैसूर शहर सम्मेलन की घोषणा की गई थी. नीचे कार्यक्रम में क्लिक की गई और तस्वीरें भी हैं जिनमें विजय कुमार को देखा जा सकता है.
वायरल तस्वीर में मौजूद लोगों में से एक, जगदीश सूर्या ने भी फ़ेसबुक पर इन वायरल दावों का खंडन किया. उन्होंने लिखा, “इस तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति SFI मैसूर ज़िला अध्यक्ष, टी.एस. विजय कुमार हैं.”
BJP ಯ ಬಂಡವಾಳವೇ ಸುಳ್ಳು ,ಅಪಪ್ರಚಾರವೆಂದು ಮತ್ತೊಮ್ಮೆ ಜಗಜ್ಜಾಹೀರು ಮಾಡಿದೆ ಈ ಸುದ್ದಿ. ಈ ಫೋಟೋದಲ್ಲಿರುವ ಹುಡುಗನ ಹೆಸರು…
Posted by Jagadish Surya on Wednesday, 13 December 2023
हमने विजय कुमार से संपर्क किया. हमने विजय कुमार से फ़ोन पर बात की. ये भी अपने आप में इस बात का सबूत है कि विजय कुमार और मनोरंजन डी, अलग-अलग व्यक्ति हैं. क्यूंकि मनोरंजन डी को लोकसभा में हुई घटना के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
विजय कुमार ने भी वायरल दावों का खंडन किया और अपनी कुछ तस्वीरें हमारे साथ शेयर कीं. नीचे दी गई ग्रुप फ़ोटो 14 दिसंबर 2023 को सुबह 11 बजकर 59 मिनट पर ली गई है.
नीचे, हमने विजय कुमार की सबसे हालिया तस्वीर (जिसे 14 दिसंबर को क्लिक किया गया था) की तुलना मनोरंजन डी की तस्वीर से की. दाढ़ी के अलावा, उनके चेहरे में कोई समानता नहीं है.
कुल मिलाकर, ये दावा बिलकुल ग़लत है कि संसद सुरक्षा उल्लंघन के मामले के आरोपियों में से एक SFI कार्यकर्ता था. दावे के साथ जो तस्वीर शेयर की जा रही है वो मनोरंजन डी की नहीं बल्कि SFI के मैसूर ज़िला अध्यक्ष विजय कुमार की है.
विजय कुमार ने हमें बताया कि उन्होंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने इसकी तस्वीरें ऑल्ट न्यूज़ के साथ शेयर की.
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