दक्षिणपंथी विचारधारा की लेखिका मधु किश्वर ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की. तस्वीर में एक व्यक्ति ने महिलाओं के कपड़े पहने हैं और वो सेना के जवानों से घिरा हुआ दिखता है. लेखिका ने दावा किया कि इस व्यक्ति को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले में 26 जुलाई को हुई मुठभेड़ के दौरान पकड़ा गया था. ख़बरों के अनुसार, सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था.

इस तस्वीर को कुछ यूज़र्स ने भी शेयर किया जिसमें उन्होंने मोदी सरकार को ऐसे आतंकवादी की पहचान करने का क्रेडिट दिया है. हिंदी में लिखा एक मेसेज़, 2001 के संसदीय हमले के दोषी अफ़जल गुरु से संबंधित है. मेसेज़ में लिखा है, ““हर घर से खाग्रेस काल मे #अफजल निकलेगा सुना तो था परंतु भाजपा शासन में ऐसे निकलेगा ये नही पता था, नमो.” नीचे दिया गया ट्वीट @DrGudiyaa का है जिसे बीजेपी नेता कपिल मिश्रा फ़ॉलो करते हैं.

ऐसा ही एक पोस्ट नमो इंडिया पेज ने फ़ेसबुक पर शेयर किया.

फ़ैक्ट-चेक

एक साधारण से रिवर्स-इमेज सर्च से पता चल जाता है कि तस्वीर 2012 में अफ़ग़ानिस्तान में ली गयी थी. हमें आउटलुक पर तस्वीर मिली जिसमें इसका क्रेडिट असोसिएटेड प्रेस (AP) को दिया गया है. AP पर दिए गए डिस्क्रिप्शन के अनुसार “28 मार्च, 2012 को अफ़ग़ान सुरक्षा बलों ने तालिबानी आतंकी को अफ़ग़ान ख़ुफ़िया विभाग में मीडिया के सामने पेश किया. ये तालिबानी आतंकी अफ़ग़ानी महिलाओं के वेश में था. अफ़ग़ान ख़ुफ़िया बल ने लघमन प्रांत के करघई ज़िले में सात तालिबान आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया.“ इस तस्वीर का क्रेडिट रहमत गुल को दिया गया है.

AP पर तालिबान आतंकवादी की दूसरी तस्वीरें भी हैं.

इस तरह, अफ़ग़ानिस्तान में पकड़े गए एक तालिबानी आतंकवादी की 9 साल पुरानी तस्वीर इस गलत दावे के साथ शेयर गयी कि जुलाई 2021 में कश्मीर में सुरक्षा बल ने महिलाओं के कपड़े पहने एक आतंकवादी को पकड़ा है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.