हरिद्वार में कुम्भ मेले में 35 लाख से ज़्यादा लोगों ने भाग लिया. महामारी के बीच लगे इस मेले में 2000 लोग कोविड-19 पॉज़िटिव पाए गए हैं. भाजपा सरकार की लोगों ने जमकर आलोचना की और महाकुम्भ को तत्काल रोकने की मांग की. भाजपा समर्थकों ने कुम्भ मेले और सरकार का बचाव करते हुए एक भ्रामक वीडियो भी शेयर किया और दावे के साथ कहा कि हरिद्वार में कोई भीड़ नहीं है. और ट्विटर पर #BanRamzanGatherings ट्रेंड हुआ.
14 अप्रैल से ही नमाज़ की एक भारी भीड़ वाली तस्वीर काफ़ी वायरल और भारत की बताई जा रही है.
After declaring shahi insaan of kumbh as symbolic to avoid pandemic next step should be to #BanRamzanGatherings pic.twitter.com/VtlDmfL8ZR
— Aman Sharma (@amansharmagsp07) April 17, 2021
नीचे वो सभी ट्वीट्स लगे हैं जिनमें ये भीड़ वाली तस्वीरें शेयर की गयी थीं. (पहला पोस्ट, दूसरा पोस्ट, तीसरा पोस्ट और चौथा पोस्ट)
फ़ैक्ट-चेक
पहली तस्वीर: मिस्र
इनमें से एक तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर अरब न्यूज़ की एक रिपोर्ट मिलती है जहां इस तस्वीर को पब्लिश करते हुए इसका क्रेडिट AFP को दिया गया है. इसके कैप्शन के मुताबिक तस्वीर ओल्ड काइरो के ऐतिहासिक अम्र अल-आस मस्जिद में खींची गयी है. हमने गेटी इमेजेज़ पर भी इसे सर्च किया और मालूम चला कि ये तस्वीर 5 जून, 2019 को ली गयी थी. इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “मिस्र के मुस्लिम रमज़ान के पवित्र महीने के उपवास को ख़त्म करते हुए ईद उल-फ़ित्र मना रहे हैं.” ये तस्वीर फ़ोटोग्राफ़र मोहम्मद-अल-शाहिद ने ली थी.
दूसरी तस्वीर: इंडोनेशिया
दूसरी तस्वीर हमें NPR के 2020 के एक आर्टिकल में मिली. इसमें बताया गया है कोरोना वायरस के बावजूद इंडोनेशिया के रूढ़िवादी मुस्लिम आबादी वाले असह में स्थित ल्होक्सयूमावे में लोग नमाज़ पढ़ने इकठ्ठा हुए थे. इसके कैप्शन में बताया गया है कि ये तस्वीर एसोसिएटेड प्रेस (AP) के ज़ीक मौलाना ने खींची है. इससे हिंट लेते हुए हमने AP पर ये तस्वीर सर्च की जिसे 24 अप्रैल, 2020 को अपलोड किया गया था.
भारत में मुस्लिम समुदाय द्वारा लगायी गयी भीड़
कुछ वीडियो भी #BanRamzanGatherings हैशटैग के साथ शेयर किये गये. कोरोना वायरस महामारी के बीच ये भीड़ सभी नियमों को तोड़ती नज़र आई. लेकिन वीडियो में दिख रही ये भीड़ रमज़ान की भीड़ नहीं थी.
Scenes of gatherings from across India..dare not say anything , after all we are Secular.
Hum Nahin Sudhrenge 🙏 pic.twitter.com/Xx48aCjkCY
— ProNaMo (@ProNaMoSeva) April 17, 2021
ऊपर जिस भीड़ का वीडियो है, उसी मौके का एक अन्य वीडियो भी यूज़र्स ने शेयर किया.
Covid-compliant crowd – at Ajmer dargah yesterday#BanRamzanGatherings#BanRamzanGatherings#BanRamzanGatherings#BanRamzanGatheringspic.twitter.com/qRkSs1wD2N
— Shri Guruji Golwalkar (@GurujiGolwalkar) April 17, 2021
ये भीड़ हिंदुत्व नेता और ग़ाज़ियाबाद के दासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ़ प्रदर्शन की है. नरसिंहानंद ने कुछ दिनों पहले प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में पैगम्बर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बातें बोली थी, उसी का विरोध करने अजमेर में निज़ाम गेट दरगाह के पास मुस्लिम भीड़ इकठ्ठा हुई थी . द टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक लोग नरसिंहानंद की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे.
People at Nizam Gate of Dargah #Ajmer Today after Friday prayers protests against #Narsinghanand @ANI @TimesNow @RajCMO @ashokgehlot51 @PMOIndia pic.twitter.com/FekXblipy7
— Wajid Hussain (@wajidhussain177) April 16, 2021
कई लोगों ने एक मस्जिद में जुटी भीड़ का वीडियो भी शेयर किया जहां लोगों ने सार्वजानिक दूरी का पालन भी नहीं किया और न ही मास्क पहना है.
कुंभ पर टिप्पणी करने वाले ये क्या हैं?
कितने असपताल मांगे हो इन सबको भर्ती करवाने के लिए??#BanRamzanGatherings pic.twitter.com/C5gzZ9FhM8— Arpita Jana ♓ (@arpispeaks) April 17, 2021
ये वीडियो उत्तर प्रदेश का है जहां 16 अप्रैल को मौलाना अब्दुल मोमिन के निधन के बाद लोग उनके सलत-अल-जनाज़ा (इस्लामिक अंतिम संस्कार) में शरीक हो रहे हैं.
जब दाई ये दीन नें दाई ये अजल को लब्बैक कहा।
हज़रत मौलाना अब्दुल मौमिन नदवी के सम्भल में आख़िरी सफ़र का रूह परवर मंज़र।Posted by Suhail Ashraf on Friday, April 16, 2021
कुम्भ मेला में भीड़ की तस्वीर वायरल होने के बाद लोग इसका बचाव करने के लिए मुस्लिम समुदाय के भीड़ की तस्वीरें और वीडियोज़ शेयर लगे. इन तस्वीरों में लोग रमज़ान के लिए जमा नहीं हुए हैं. पहले वीडियो में लोग यति नरसिंहानंद के खिलाफ़ प्रदर्शन और दूसरे में मौलाना अब्दुल मोमिन के अंतिम संस्कार में भीड़ लगाये हुए हैं. हालांकि इन मौकों पर भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरा उल्लंघन किया गया.
हरियाणा के करनाल में हो रही वेब सीरीज़ की शूटिंग के दृश्य को लोगों ने असली घटना बताकर शेयर किया
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