9 अगस्त को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेताओं को सम्मानित किया. कई लोगों ने बताया कि ओलंपिक पदक विजेताओं को बधाई देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था. लेकिन मंच पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरें लगायी गईं. विनोद कापड़ी, कांग्रेस सदस्य ज़ाकिया खान, हेमंत ओगले और कई दूसरे ट्विटर एकाउंट्स ने बताया कि बैकग्राउंड में बैनर और मंच के बगल में दो बैनर में पीएम मोदी की तस्वीरें दिखायी गयी हैं.

भाजपा समर्थकों ने ये कहते हुए बचाव किया कि बैनर (जो LED स्क्रीन थी) में नीरज चोपड़ा की तस्वीर भी थी. उनमें से कुछ ने दावा किया कि जिन लोगों ने पहले की तस्वीर पोस्ट की थी, वो नरेंद्र मोदी मोदी के खिलाफ ‘हेट कैंपेन‘ चला रहे थे. ट्विटर यूज़र @garg_trupti ने दोनों तस्वीरों को एक साथ रखते हुए लिखा, “वो इसे [नीरज चोपड़ा की तस्वीर] छिपाने के लिए आपको [पीएम मोदी की तस्वीर] दिखाएंगे.”

ट्विटर यूज़र @rishibagree ने विनोद कापड़ी पर नीरज चोपड़ा की तस्वीर वाले बैनरों को काटने का आरोप लगाया. ऋषि बागड़ी अनगिनत मौकों पर गलत सूचनाएं शेयर कर चुके हैं.

कई दूसरे लोगों ने भी यही दावा किया.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इस सम्मान समारोह के दो फ़ुटेज देखे. इन्हें सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने यूट्यूब चैनल और फ़ेसबुक पेज पर अपलोड किया था. ऋषि बागड़ी के दावे से उलट, नरेंद्र मोदी के आलोचकों ने तस्वीर क्रॉप करके शेयर नहीं की थी.

समारोह के शुरूआती 20 मिनट

नीचे दिया गया स्क्रीनशॉट अनुराग ठाकुर के फ़ेसबुक पेज पर अपलोड किए गए वीडियो का है. पहले फ़्रेम में दिखता है कि मंच के बगल में जो डिस्प्ले है, उसमें नरेंद्र मोदी की तस्वीर है. पाठक खुद देख सकते हैं कि LED स्क्रीन पर पीएम मोदी की तस्वीर डिफ़ॉल्ट ग्राफ़िक थी जो सिर्फ तभी बदला जब किसी एथलीट को सम्मानित किया गया.

समारोह के शुरुआती 20 मिनट में 2 मिनट 4 सेकंड के बाद अगले 57 सेकंड तक (जब राष्ट्रगान बज रहा था), स्क्रीन पर नरेंद्र मोदी की तस्वीर दिखायी गयी. राष्ट्रगान के दौरान भारतीय ध्वज दिखाया गया और इसके समापन के दो सेकंड के भीतर, स्क्रीन पर फिर से नरेंद्र मोदी की तस्वीर आ गयी.

एथलीटों के सम्मान के दौरान

जब एथलीट मंच पर बोलने के लिए आए तो डिस्प्ले में संबंधित एथलीट की तस्वीरें दिखायी गयीं. हालांकि, जैसे ही एक एथलीट का अभिनंदन पूरा हो रहा था, LED स्क्रीन नरेंद्र मोदी की तस्वीर आ जा रही थी. ये तस्वीर तब तक रहती थी जब तक अगला एथलीट नहीं आ जाता था. रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया विडियो में 22 मिनट से 23 मिनट 22 सेकेंड तक बोले और 23 मिनट 27 सेकेंड पर नरेंद्र मोदी की तस्वीर डिस्प्ले पर वापस आ गयी.

बॉक्सिंग में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन और उनके कोच की तस्वीरें 23 मिनट 34 सेकेंड से 27 मिनट 04 सेकेंड तक दिखायी गयी. 2 सेकंड बाद, नरेंद्र मोदी की तस्वीर डिस्प्ले पर वापस आ गई. जबकि LED स्क्रीन हर समय दिखायी नहीं देती है, डिस्प्ले के कुछ हिस्सों में नरेंद्र मोदी की तस्वीर होती है. और हर बार जब एथलीट्स बोल रहे थे तो तस्वीरों को एथलीट के लिए स्विच कर दिया गया. इससे पता चलता है कि पूरे समारोह में इसी तरह से काम चल रहा था.

समारोह का अंतिम हिस्सा

अंत में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 51 मिनट 15 सेकेंड पर अवॉर्ड दिया गया. इस वक़्त भी पहले की तरह जबतक नीरज बोल रहे थे उनकी तस्वीरें डिस्प्ले पर दिख रही थीं. कुछ ही समय बाद, भारत के कानून और न्याय मंत्री किरन रिजिजू ने एक भाषण दिया. 52 मिनट 48 सेकेंड पर, हम देख सकते हैं कि डिस्प्ले में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी की तस्वीर दिखाई दे रही थी.

वीडियो के फ़ाइनल फ्रेम (1 घंटे 2 मिनट 55 सेकेंड पर) तक LED स्क्रीन पर नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी.

ऑल्ट न्यूज़ ने एक ऐसे व्यक्ति से भी बात की जो प्रेज़ेंटेशन टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कहा “कुल मिलाकर, दो स्क्रीन पर दिखायी गयी तस्वीर नरेंद्र मोदी की थी. सिवाय एथलीट के सम्मान के दौरान, और उस वक्त जब राष्ट्रगान बजाया गया था. जब राष्ट्रगान बजाया गया तब भारतीय राष्ट्रीय ध्वज दिखाया गया. मैं ये भी बताना चाहूंगा कि मंच के बीच के बैनर में नरेंद्र मोदी की बहुत बड़ी तस्वीर थी. एथलीटों की तस्वीरें पीएम मोदी की तुलना में स्टांप के आकार की लग रही थीं.”

भाजपा समर्थकों ने ओलंपिक विजेताओं के सम्मान के दौरान पीएम मोदी की बहुत बड़े आकार की तस्वीरें दिखाये जाने पर बचाव करने की कोशिश की. उन्होंने ये दिखाने के लिए स्क्रीनशॉट शेयर किए कि पदक विजेताओं की तस्वीरें भी दिखाई गई थीं. हालांकि, सच ये है कि सिर्फ कुछ मिनटों के लिए ही विजेताओं की तस्वीरें दिखायी गयीं.


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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.