एक महिला का दो बच्चों को डांटने और उनकी पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो में महिला बच्चों को कपड़े उतारने को कहती है. बच्चों को रोते हुए उसे रुकने के लिए विनती करते देखा जा सकता है. सोशल मीडिया के दावों के मुताबिक, महिला बच्चों की सौतेली मां है. ‘कई बार फ़ॉरवर्ड’ हुए एक व्हाट्सऐप मेसेज के मुताबिक़ घटना जयपुर के पास की थी.

वीडियो को व्हाट्सऐप पर काफ़ी शेयर किया गया और इसका लंबा वर्ज़न फ़ेसबुक और ट्विटर पर देखा जा सकता है. वीडियो काफ़ी हिंसक है जिसकी वजह से हमने इस रिपोर्ट में वीडियो के किसी भी हिस्से को लिंक नहीं किया है. फ़ेसबुक यूज़र कृष्ण देवाना गुढ़ा के पोस्ट को 1,000 से ज़्यादा शेयर मिले.

वीडियो को व्हाट्सऐप पर हिंदी मेसेज के साथ शेयर किया गया है. इनमें से एक मेसेज में कहा गया है कि वीडियो को पंजाबी में एक मेसेज के साथ वायरल किया जा रहा था. हमें अपने व्हाट्सऐप नंबर (76000 11160) और ऑल्ट न्यूज़ मोबाइल एप्लिकेशन (Android, iOS) पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

 

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ को कीवर्ड सर्च करने पर फ़रीदाबाद के सारण की एक घटना के बारे में द ट्रिब्यून, न्यूज़18, भारत टाइम्स और अमर उजाला की रिपोर्ट मिली. घटना का विवरण वायरल वीडियो से मेल खाता है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो 29 जुलाई को कई व्हाट्सऐप ग्रुप्स में शेयर किया गया था. घटना सारण की जवाहर कॉलोनी की थी. वीडियो में 32 वर्षीय महिला प्रीति दिखती है जो बच्चों (6 और 8 साल की उम्र) की असल मां है. उसकी गैरमौजूदगी में दूध नीचे गिर गया था इसलिए उसने बच्चों की पिटाई की.

द ट्रिब्यून ने बताया कि 1 अगस्त को प्रीति के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. अगले दिन उसे गिरफ़्तार कर लिया गया. पुलिस ने द ट्रिब्यून को बताया कि आरोपी ने न केवल बच्चों की पिटाई का वीडियो बनाया था बल्कि करीब 10 दिन पहले बच्चों को सड़क पर आधा नंगा करके खड़ा कर दिया था.

सारण पुलिस SHO ने ऑल्ट न्यूज़ से टेलीफ़ोन कॉल पर इस बात को कंफ़र्म किया.

अंत में, वीडियो में दिखाई गई घटना जुलाई के तीसरे सप्ताह की है. सोशल मीडिया के दावों से अलग, वीडियो में दिख रही महिला न तो बच्चों की सौतेली मां है और न ही ये राजस्थान की घटना है. घटना फरीदाबाद के सारण की है और महिला बच्चों की असल मां है.


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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.