*सावधान* वोट डालने के लिए बनाई जा रही हैं नकली उंगलियां, मुझे नहीं पता कि हम कहां जा रहे हैं? – (अनुवाद)” यह संदेश सोशल मीडिया में वायरल है। एक फेसबुक ग्रुप, वी सपोर्ट रिपब्लिक, में संदेश इस पोस्ट को शेयर किया गया है।

कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी इसे शेयर किया है।

‘नकली उंगलियों’ की तस्वीर ट्विटर पर भी प्रसारित की गई है।

क्या है सच्चाई?

गूगल पर तस्वीर को रिवर्स-सर्च करने पर, ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ’नकली उंगलियों’ की वैसी ही तस्वीर 2017 में विधानसभा चुनावों के दौरान भी प्रसारित की गई थी।

गलत सूचना के एक नामी पैरोकार, अभिषेक मिश्रा, उन लोगों में से थे जिन्होंने इसे पोस्ट किया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर लिया था।

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड हुई एक तस्वीर शेयर करके ट्वीट किया, “किसी ने यह भेजा है“।

कई लोगों ने कुरैशी के ट्वीट पर एक स्क्रीनशॉट के साथ टिप्पणी करके दावा किया कि यह तस्वीर ‘यकूज़ा’ सदस्यों के लिए कृत्रिम उंगलियों का प्रतिनिधित्व करती है। बीबीसी ने 2017 में इस संदेश की तथ्य-जांच की थी।

2013 में, एबीसी न्यूज़ के एक लेख में इस खबर को रिपोर्ट किया गया था। मीडिया संगठन के अनुसार, “जापान में, कटी हुई छोटी उंगली, यकूजा, या जापानी माफिया की सदस्यता का प्रतीक है। “यूबीत्सुम” के रूप में जाने जाने वाली एक परिपाटी में, यकूजा सदस्यों को गंभीर अपराधों का प्रायश्चित करने के लिए अपने स्वयं के अंगों को काटना पड़ता है। बाएं हाथ की छोटी उंगली से आमतौर पर शुरुआत होती है, जबकि बाद में होने वाले अपराधों के लिए दूसरी उंगलियां भेंट चढ़ जाती हैं। नतीजतन, इससे जो लोग बाहर निकलते हैं, उनके लिए कोई काम खोजना कठिन होता है क्योंकि उनके साथ कटी हुई उंगलियों का कलंक जुड़ा होता है – (अनुवाद)।”

जापानी माफिया द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कृत्रिम उंगलियों की तस्वीरें, वर्तमान में, वोट डालने के लिए बनाई गई नकली उंगलियों के रूप में वायरल हैं। चुनावों के इस दौर में, इस तरह की भ्रामक सूचनाओं में ऑनलाइन बढ़ोतरी की बड़ी आशंका है। ऑल्ट न्यूज़ ने पूर्व में एक संदेश को खारिज किया था जिसमें दावा किया गया था कि भाजपा, लोकसभा में बहुमत के लिए लड़ने वाली एकमात्र पार्टी है। अन्य मामलों में, पुरानी तस्वीरों और वीडियो को यह सुझाव देने के लिए शेयर किया गया था कि लोगों ने फ़र्ज़ी वोट डालने के लिए बुर्के पहने थे। बॉलीवुड जोड़ी दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की एक फोटोशॉप तस्वीर यह दावा करने के लिए प्रसारित की गई थी कि ये भाजपा के लिए प्रचार कर रहे थे।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.