सोशल मीडिया में वायरल एक दावे से पता चलता है कि कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए 230 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है, जबकि सपा और बसपा ने 37-37 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। इसमें आगे दावा किया गया है कि राजद उम्मीदवारों की सूची में 20 नेता शामिल हैं और तृणमूल ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इस दावे का कहना है, “भाजपा को छोड़ कर कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत के लिए लड़ ही नही रही।” एक पार्टी को सरकार बनाने के लिए लोकसभा में 272 सीटों की ज़रूरत होती है। यदि एक भी पार्टी अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल करने में विफल रहती है, तो संख्या 272 तक लाने के लिए गठबंधन सरकार बनाई जा सकती है।
फेसबुक यूज़र राजेश जिंदल उन लोगों में थे जिन्होंने यह संदेश शेयर किया।
जिंदल वही व्यक्ति हैं जो फ़र्ज़ी समाचार वेबसाइट ‘Hindutva.info’ चलाते थे। सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म पर एक सीमित (closed) ग्रुप के माध्यम से उन्हें अप्रामाणिक फेसबुक पेज की खरीद-बिक्री करते हुए भी पाया गया था।
विपक्ष पार्टियों के उम्मीदवारों की संख्या के बारे में यह दावा ट्विटर पर भी प्रसारित किया जा रहा है।
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इसके बारे में पूछताछ करने के लिए ऑल्ट न्यूज़ को मैसेज किए।
We Support Amit Shah नामक फ़ेसबूक पेज ने ऐसा ही दावा इन्फोग्राफिक के रूप में शेयर किया है।
Posted by We Support Amit Shah on Wednesday, 17 April 2019
तथ्य-जांच
अधिकांश दलों की उम्मीदवार सूची उनकी वेबसाइटों पर उपलब्ध है। भाजपा ने अब तक 19 सूचियाँ जारी की हैं जिनमें 400+ उम्मीदवारों के नाम मिलते हैं। लोकसभा में कुल 543 सीटें (+2 नामित) हैं।
इसके विपरीत, कांग्रेस ने 379 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं; 230 के नहीं, जैसा कि वायरल संदेश में दावा किया गया है।
इसके अलावा, बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि सपा उत्तर प्रदेश में 37 उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी।
तृणमूल कांग्रेस ने 42 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं जो पश्चिम बंगाल में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे। बिहार में राजद 20 सीटों से चुनाव लड़ेगी।
तृणमूल कांग्रेस और बसपा को ‘राष्ट्रीय दलों’ के रूप में मान्यता प्राप्त है, जबकि सपा और राजद क्षेत्रीय दल हैं। हालाँकि, इन चारों की क्षेत्र-केंद्रित उपस्थिति है और वे अपने-अपने राज्यों से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीमित क्षमता के कारण, इन पार्टियों की उम्मीदवार संख्या कम है।
कांग्रेस और भाजपा ने विभिन्न राज्यों से उम्मीदवार खड़े किए हैं क्योंकि वे दोनों मज़बूत राष्ट्रीय दल हैं। यह दावा, कि कांग्रेस ने केवल 230 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है, पूरी तरह से गलत है। वास्तव में, इस पार्टी ने 272 के बहुमत के निशान से काफी ज्यादा, अब तक 379 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
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