शराब की बोतल जैसी दिखने वाली किसी वस्तु को पकड़े हुए एक महिला की तस्वीर, जेएनयू छात्रा की बताकर सोशल मीडिया में प्रसारित है। तस्वीर में, दो सिगरेट के पैकेट टेबल पर लड़की के दाई तरफ देखा जा सकता है। ट्विटर पर तस्वीर को साझा करते हुए रविनर ने लिखा है कि, “उसके हाथ में शराब की बॉटल…इसके अलावा जेएनयू की नशेड़ी के पास टेबल पर 2 “क्लॉसिस” सिगरेट का पैकेट है, कि वह धूम्रपान भी करती है। इसके एक पैकेट की कीमत 300 रूपये है…और यह फी की बढ़ोतरी को लेकर रो रहे है?…” (अनुवाद) इसे अबतक करिब 450 बार रीट्वीट किया जा चूका है।
The liquor bottle in her hand apart.. This JNU junkie has 2 packs of “Classic” on the table as she smokes one…Each pack costs 300 bucks.. And these castards are whining about fee hike?… @Timesnow @Indiatoday @Republic @PMOIndia @DrRPNishank @mamidala90 https://t.co/ZgKaLbvB60 pic.twitter.com/sA8pVpEEqF
— Ravinar (@RavinarIN) November 16, 2019
एक अन्य लड़की की तस्वीर सोशल मीडिया में प्रसारित है, जिसने अपने बाल कॉन्डोम से बांधे हुए है। तेलंगाना भाजपा की कार्यकारिणी सदस्य करुणा गोपाल इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि, “जेएनयू की गिरावट इससे अधिक नहीं समझी जा सकती। बाल बांधने के लिए कॉन्डोम और नग्न विरोध प्रदर्शन।” (अनुवाद) इससे यह दावा किया गया है कि तस्वीर में दिख रही लड़की जेएनयू की छात्रा है।
JNU ‘s fall cannot be explained better than this – Condom to tie hair & Naked protests 👎 pic.twitter.com/TmXYH8HBtz
— Karuna Gopal (@KarunaGopal1) November 18, 2019
यह तस्वीर व्हाट्सअप पर भी प्रसारित है।
तथ्य जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने इन तस्वीरों को रिवर्स सर्च किया और पाया कि यह दोनों तस्वीरें असंबंधित और पुरानी है। हम इन तस्वीरों का कम से कम दो साल पुराना उदाहरण ढूंढ पाए है।
पहली तस्वीर
उपरोक्त तस्वीर अगस्त 2016 के एक ब्लॉगपोस्ट में पाया गया है, जिसमें तस्वीर के संदर्भ के बारे में कुछ भी नहीं लिखा गया था। ब्लॉग का शीर्षक “आज की लड़किया” (अनुवाद) है, जिसमें शराब पीती हुई और धूम्रपान करती हुई कई महिलाओं की कई तस्वीरें शामिल की गई है।
दूसरी तस्वीर
इस तस्वीर को ट्विटर पर 30 दिसंबर 2017 को साझा किया गया था। एक सामान्य से संदेश के अलावा महिला के बारे में कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई। इस प्रकार ये इंटरनेट पर इन तस्वीरों का शुरूआती उदाहरण के रूप में है और यह लड़की को जेएनयू की छात्रा के रूप में नहीं दर्शाता है, हो सकता है कि इसे इंटरनेट से लेकर भ्रामक दावे के साथ साझा किया गया हो।
निष्कर्ष के तौर पर, सोशल मीडिया में लड़कियों की पुरानी और असंबंधित तस्वीरों को झूठे दावे प्रसारित किया गया कि यह JNU की छात्राएँ हैं, जो शराब और अन्य नशे के लिए पैसे बर्बाद करती है मगर अपनी बढ़ी हुई फीस देने के लिए उनके पास पैसे नहीं है।
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