ज़ी न्यूज़ के ब्रॉडकास्ट का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया में वायरल है, जिसमें एक महिला भीड़ के साथ प्रदर्शन कर रही है। कनक मिश्रा नाम की एक उपयोगकर्ता ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए दावा किया कि यह महिला जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की 43 वर्षीय छात्रा है और उनकी बेटी भी इसी संस्थान में पढ़ती हैं। इस लेख के लिखे जाने तक इस फेसबुक पोस्ट को करीब 2000 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चूका है। इस तस्वीर को JNU में फीस में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ चल रहे छात्रों के प्रदर्शन की पृष्भूमि में प्रसारित किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन के बाद जेएनयू छात्र संघ के नेता मानव संसाधन विभाग मंत्रालय के संयुक्त सचिव के साथ बैठक के लिए गए थे।
मोहर्तमा JNU की 43 साल की छात्रा है, और कमाल की
बात उनकी बेटी मोना भी 12 वी में JNU में ही पड़ती है🙄🙄🙄 #muftkhori_Zindabad 😃😃Posted by कनक मिश्र on Sunday, 17 November 2019
फेसबुक और ट्विटर पर कई उपयोगकर्ता इस तस्वीर को समान दावे से साझा कर रहे हैं।
तथ्य जांच
2:56 मिनट के प्रसारण का वीडियो नीचे साझा किया गया है, जिसमें वह लड़की प्रदर्शन कर रहे अन्य छात्रों के साथ खड़ी होकर ज़ी न्यूज़ के रिपोर्टर की तरफ चिल्ला रही है जैसा कि वायरल स्क्रीनग्राफ में देखा जा सकता है।
प्रसारण के स्क्रीनग्राफ में दिख रही लड़की का नाम शाम्भवी सिद्धि है। ऑल्ट न्यूज़ ने उनसे संपर्क किया, बातचीत के दौरान शाम्भवी ने हमें बताया, “मैं शाम्भवी सिद्धि हूँ। मैं फ्रेंच लिटरेचर में मास्टर की सेकंड ईयर की छात्रा हू।” (अनुवाद) उन्होंने बताया कि वह 23 साल की है ना कि 43 साल की।
निष्कर्ष के तौर पर, ज़ी न्यूज़ प्रसारण का स्क्रीनग्राफ, जिसमें एक छात्रा चैनल के सामने अन्य छात्रों के साथ प्रदर्शन कर ही हैं और नारे लगा रही है, सोशल मीडिया में इस झूठे दावे से साझा किया गया कि वह जेएनयू की 43 वर्षीय छात्रा है।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.