कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मथुरा में किसान पंचायत में भाषण दे रही थीं. भाषण के दौरान लोग अचानक कांग्रेस शासित राजस्थान की एक कथित रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए नारे लगाने लगे. प्रियंका गांधी को भाषण बीच में ही रोकना पड़ा. नाबालिग के माता-पिता ने आरोप लगाया कि यूपी बॉर्डर के नज़दीक स्थित भरतपुर में उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया है. उनके साथ कुछ प्रदर्शनकारी मौजूद थे जो ‘बेटी को न्याय दो’ का नारा लगा रहे थे. लोगों ने आरोपी के परिवार द्वारा पीड़िता के घरवालों को धमकी देने के आरोप लगाये. उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से पीड़िता के परिजन उसके न्याय के लिए लड़ रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. गौर करें कि वीडियो में विरोध करता दिख रहा एक शख्स वही है जो हाथरस में एक दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के बाद भीम आर्मी चीफ़ चंद्रशेखर आज़ाद को धमकी दे रहा था. हाथरस मामले में कथित उच्च जाति के लोग आरोपियों का बचाव करते नज़र आये थे.

रिपब्लिक भारत ने ‘सोर्सेज़’ का हवाला देते हुए रिपोर्ट किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार कर लिया और प्रियंका गांधी रेप पीड़िता की न्याय की गुहार सुने बिना वहां से चली गयीं.

चैनल ने ये रिपोर्ट ट्वीट भी की थी. बाद में ट्वीट और रिपोर्ट दोनों डिलीट कर दिए गए.

रिपब्लिक ने बिना कोई सफ़ाई दिए रिपोर्ट की डिलीट

कई मीडिया आउटलेट्स ने रिपोर्ट किया कि प्रियंका गांधी भाषण बीच में रोककर प्रदर्शनकारियों की शिकायत सुनने स्टेज से नीचे उतरी थीं.

NDTV के पत्रकार सौरभ शुक्ला ने रिपब्लिक के ट्वीट को कोट-ट्वीट करते हुए वहां जो हुआ, बताया.

कई अन्य पत्रकारों ने भी यही रिपोर्ट किया.

यूपी कांग्रेस ने भी ट्वीट करते हुए बताया कि प्रियंका गांधी ने कथित रेप पीड़िता की बात सुनी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फ़ोन पर बात कर ऐक्शन लेने को कहा. पार्टी ने ये भी बताया कि पुलिस ने नाबालिग लड़की को गिरफ़्तार नहीं किया है.

रिपब्लिक भारत ने इसके बाद ही ट्वीट और रिपोर्ट डिलीट की. इससे जुड़ा एक अन्य ट्वीट अभी भी रिपब्लिक की टाइमलाइन में देखा जा सकता है. हालांकि इस ट्वीट से लगा लिंक टैप करने पर चैनल का होमपेज खुल जाता है.

चैनल ने इसके बाद दूसरा आर्टिकल लिखा जिसमें कहा गया है, “राजस्थान: प्रियंका गांधी ने सभा में इंसाफ की गुहार लगाने पहुंचे रेप पीड़िता के परिवार से की मुलाकात, सीएम से बात कर एक्शन लेने को कहा.”

इस नए आर्टिकल की हेडिंग और कॉन्टेंट में पिछली रिपोर्ट में ग़लत जानकारी पर बिना कोई अपडेट दिए बदलाव कर दिया गया.


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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.