सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है जिसमें कर्नाटका के तुमकुर ज़िले के ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) डॉ. एम बी नगेन्द्रप्पा और सरकारी नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रजनी कैमरा के सामने वैक्सीन लेने का पोज़ देते हुए दिखते हैं. वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है उन्होंने असल में कोई वैक्सीन नहीं लगवाई है, सिर्फ़ कैमरा के सामने फ़ोटो सेशन किया है. यूज़र्स इसे शेयर करते हुए कह रहे हैं,” नेताओ को टीका ऐसे लगता है ज़रा गोर से देखना और आगे भी शेयर करना बड़ी मुश्किल से हाथ लगा है.”

यूज़र्स ये वीडियो शेयर करते हुए कह रहे हैं कि प्रशासन कोरोना वैक्सीन लेने से परहेज़ कर रहा है जबकि आम जनता को वैक्सीन लेने के लिए कहा जा रहा है. (आर्काइव लिंक)

फ़ेसबुक पेज ‘सदानंद नित्यानंद’ ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए कन्नडा में लिखा है कि – “तुमकुर ज़िला के मेडिकल अफ़सर और सरकारी नर्सींग कोलेज की प्रिंसिपल ने सिर्फ़ कोवैक्सीन लेने का नाटक किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक इसे 40 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है. (आर्काइव लिंक)

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Posted by Sadananda Nithyananda on Wednesday, 20 January 2021

यूथ कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट श्रीनिवास बी वी ने ये वीडियो फ़ेसबुक पर पोस्ट किया है (आर्काइव लिंक). ट्विटर हैन्डल – ‘@Faizal_Peraje’, ‘@KaushikKumarMi3’, ‘@snapnchat’ और ‘@rajakumaari’ – ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया है.

कुछ मीडिया आउटलेट्स जैसे कि वनइंडिया कन्नडा, विश्ववाणी, Dajiworld, Latestly ने भी यही खबर प्रकाशित की कि डॉ. नगेन्द्रप्पा और डॉ. रजनी ने सिर्फ़ कैमरा के सामने कोरोना वैक्सीन लगवाने का पोज़ दिया है.

 

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ಸಂಪೂರ್ಣ ಮಾಹಿತಿ :https://tinyurl.com/yxd8wxc3

Video credit: Twitter
#Tumkur #DHO #COVID19 #Vaccine

Posted by Oneindia Kannada on Wednesday, 20 January 2021

स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावों का खंडन किया

ऑल्ट न्यूज़ ने इस मामले में सच्चाई जानने के लिए डॉ. रजनी से संपर्क किया. उन्होंने साफ़-तौर पर सोशल मीडिया के दावों का खंडन किया. डॉ. रजनी ने बताया, “मैंने सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा वीडियो देखा है. ये काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोगों के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर ऐसी झूठी छवि पेश करने की कोशिश हो रही है. मैंने वैक्सीन का पहला डोज़ लगवाया है और इसके बाद सिर्फ़ मीडिया की मांग पर कैमरा सामने पोज़ दिया था. मैं वैक्सीन का दूसरा डोज़ 28 दिनों के बाद लेने वाली हूं”.

डॉ. रजनी ने हमें कुछ सरकारी कागज भी भेजे जो दिखाते हैं कि उन्होंने 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीन लगवाई थी. ऑल्ट न्यूज़ से हुई बातचीत में एक स्थानीय पत्रकार ने इस बात की पुष्टि की कि उस दिन मीडिया ने फोटो-ऑप भी रखा था.

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डॉ. रजनी ने हमें नेशनल हेल्थ पोर्टल की ओर से उन्हें भेजे गए टेक्स्ट मेसेज का स्क्रीनशॉट भी भेजा. इस स्क्रीनशॉट के मुताबिक, डॉ. रजनी ने 16 जनवरी को शाम 4 बजकर 5 मिनट पर वैक्सीन लगवाई थी. भारत सरकार ने वैक्सीन ट्रेकिंग पोर्टल ‘CoWIN’ (कोविड वैक्सीन इन्टेलिजन्स वर्क) लॉन्च किया है. इस पोर्टल का एक्सेस अभी तक आम लोगों के पास नहीं है. सिर्फ़ सरकारी अफ़सरों के पास ही है. CoWIN पर डॉ. रजनी के वैक्सीन लेने की जानकारी अपलोड होने के बाद उन्हें एक टेक्स्ट मेसेज मिला था जिसका स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं.

डॉ. रजनी ने आगे बताया कि टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से तुमकुर DHO डॉ. एम बी नगेन्द्रप्पा का नाम कोवैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में नहीं है. लेकिन जहां तक उनकी जानकारी है डॉ. नगेन्द्रप्पा ने भी वैक्सीन लगवाई ही थी.

डॉ. नगेन्द्रप्पा ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उन्होंने वैक्सीन लगवाई है. सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा वीडियो, मीडिया के लिए किये गए फ़ोटो-ऑप का है. विश्ववाणी की डॉ. नगेन्द्रप्पा द्वारा वैक्सीन लगवाने का पोज़ देने वाली रिपोर्ट के बाद, DHO ने लोकल मीडिया के खिलाफ़ नोटिस भेजा है. उन्होंने नोटिस की कॉपी भी भेजी है. नोटिस में बताया गया है कि हेल्थ ऑफ़िशियल कोरोना वैक्सीन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए वैक्सीन लगवा रहे हैं. लेकिन टेक्निकल कारणों की वजह से ट्रैकिंग प्लेटफ़ॉर्म पर इन्फ़ॉर्मैशन अपलोड नहीं हो पाई है. रिपोर्ट के अंत में विश्ववाणी की रिपोर्ट को लेकर लिखा हुआ है, “ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी”.

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द केन की इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट में लिखा है कि CoWIN प्लेटफ़ॉर्म, जिसे कोवैक्सीन के टीकाकरण का ट्रैक रखने के लिए बनाया गया है, असल में गड़बड़ी से भरा है और इसमें प्राइवेसी को लेकर बहुत बड़ा ख़तरा है. रिपोर्ट के मुताबिक, “मेसेज भेजने में गड़बड़ी, वैक्सीन सेंटर पर नामों को मेन्युअल तरीके से अपलोड करना और ऐप का बार-बार क्रैश होन, ये सब वैक्सीनेशन ड्राइव को धीमा कर देता है जबकि इरादा 300 मिलियन लोगों को कवर करने का है.”

कर्नाटका हेल्थ डिपार्ट्मन्ट ने डॉ. रजनी का एक वीडियो 21 जनवरी को ट्वीट किया है जिसमें वो सोशल मीडिया के दावों का खंडन करती हैं.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि तुमकुर DHO डॉ. नगेन्द्रप्पा और सरकारी नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. रजनी ने कोरोना वैक्सीन लगवाने का सिर्फ़ नाटक किया है. लेकिन इन दावों का खंडन कर दोनों आला अफ़सरों ने वैक्सीन लगवाने की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि वो मीडिया के कहने पर कैमरा के सामने वैक्सीन लगवाने का पोज़ दे रहे थे. डॉ. रजनी ने हमें कुछ डॉक्युमेंट्स भी भेजे जो दिखाते है कि उन्होंने 16 जनवरी को वैक्सीन लगवाई थी और उसी दिन मीडिया फोटो-ऑप भी था.


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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.