सस्पेंडेड भाजपा विधायक T राजा सिंह को पिछले एक महीने में महाराष्ट्र में कई रैलियों में भाग लेते, नफ़रत भरे भाषण देते और मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसा और बहिष्कार का खुला आह्वान करते हुए देखा गया. ऑल्ट न्यूज़ ने 19 फ़रवरी को लातूर में शिव जयंती समारोह और 29 जनवरी को मुंबई में हिंदू जन आक्रोश मोर्चा में उनके नफ़रत भरे भाषणों का डक्यूमेंटेशन किया है.

उनके भड़काऊ भाषणों की वजह से महाराष्ट्र में उनके खिलाफ़ कई FIR दर्ज की गई हैं. ताज़ा मामला 19 मार्च का है जब उन्हें और सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके को ‘सकल हिंदू एकत्रिकरण समिति’ द्वारा आयोजित एक हिंदू जागरण रैली में सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ भाषण देने के लिए बुलाया गया था. उन पर IPC की धारा 153 के तहत दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना, 153 (A) धर्म, नस्ल, स्थान आदि के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और धारा 505 के तहत सार्वजनिक रूप से ग़लत बयान देने के लिए मामला दर्ज़ किया गया था. वहां मौजूद लोगों में से कुछ ने ‘आई लव औरंगाबाद’ लिखे एक बड़े से लाइटवाले बोर्ड को तोड़ दिया. साथ ही सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो भी पोस्ट किए. उनमें से कुछ ने कथित तौर पर निराला बाज़ार-बैंक पर पथराव किया और उसके शीशे तोड़ दिए, बैनर और फ्लेक्स आदि भी फाड़ दिए.

तेलंगाना के सस्पेंडेड भाजपा विधायक T राजा सिंह के खिलाफ़ अहमदनगर में श्रीरामपुर सिटी पुलिस ने वहां के एक स्थायी निवासी की शिकायत के आधार पर एक FIR दर्ज़ की थी जिसमें उन पर 10 मार्च को छत्रपति शिवाजी जयंती के अवसर पर एक भाषण देने के लिए आमंत्रित किए जाने पर एक व्यंग्यपूर्ण भाषण देने का आरोप लगाया गया था.

इससे पहले T राजा को 19 जनवरी को CRPC की धारा 41 A (3) और (4) के तहत एक पुराने बयान के लिए नोटिस जारी किया गया था. 30 जनवरी को ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ में उनके भाषण के बाद उन्हें फिर से नोटिस दिया गया. 2 फ़रवरी को एक वकील ने मुंबई में 5 फ़रवरी को होने वाले हिंदू जन आक्रोश मोर्चा के कार्यक्रम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में तत्काल सुनवाई का अनुरोध किया. उन्होंने तर्क दिया कि 29 जनवरी को शहर में आयोजित इसी तरह के एक कार्यक्रम में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और बहिष्कार का आह्वान किया गया था. हालांकि, अदालत ने 5 फ़रवरी को आयोजित होने वाली ‘हिंदू जन आक्रोश रैली’ को अनुमति देने का आदेश पारित कर दिया.

नीचे, ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले एक महीने में महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में T राजा सिंह के भाषणों का विश्लेषण और डॉक्यूमेंटेशन करने की कोशिश की है. सभी भाषण उनके यूट्यूब चैनल पर मौजूद हैं.

श्रीरामपुर में 10 मार्च को दिया गया भाषण

ट्विटर अकाउंट हिंदुत्व वॉच ने 10 मार्च को श्रीरामपुर में भाषण से एक क्लिप ट्वीट किया. T राजा ने मुसलमानों को ‘लौंडों’ के रूप में संबोधित किया जो कि एक मुस्लिम विरोधी गाली है. T राजा सिंह भारी भीड़ से कहते है, “जो भी लौंडों लव जिहाद करेगा, अरे बेटा तुम आधे कटे हो, पूरे काट देंगे.“, इसपर दर्शक और आयोजक तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत करते हैं. फिर वो कहते हैं कि मुसलमानों को हिंदू राष्ट्र में दिन में 5 बार नमाज़ पढ़ने के लिए लाउडस्पीकर भी नहीं मिलेंगे.

T राजा सिंह ने बालासाहेब ठाकरे की भी सराहना की जिनके बारे में उनका दावा है कि उन्होंने खुले तौर पर लौंडों को गोली मारकर ‘साफ’ करने की धमकी दी थी. उन्होंने आगे दावा किया कि ठाकरे ने स्प्रे से कीड़े और कॉकरोच (मुसलमानों) को ‘खत्म’ करने की बात कही थी. उन्होंने ये भी दावा किया कि ठाकरे ने आदर्श हिंदू युवाओं को बताया कि जो हिंदुत्व विश्वास या देश का विरोध करने वाले या भूमि जिहाद या लव जिहाद करने वाले किसी भी व्यक्ति को मारा जा सकता है. फिर वह अपने दर्शकों से ठाकरे के भाषण को सुनने और इसे ‘अमल में लाने’ करने का आग्रह करते हैं.

हिंदुत्ववॉच ने इस भाषण की एक और क्लिप शेयर की जिसमें T राजा सिंह को हलाल प्रमाणीकरण वाले उत्पादों को खरीदने से परहेज करने का आग्रह करते हुए और मुसलमानों का बड़े पैमाने पर आर्थिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हलाल-प्रमाणित उत्पादों के विक्रेता आतंकी संगठनों को फंड देते हैं. उन्होंने अपने समर्थकों से सिर्फ ‘तिलकधारी’ से सामान खरीदने की बात की. उन्होंने कहा कि मुसलमानों से 1 रुपये के उत्पाद भी नहीं खरीदा जाए. उन्होंने कब्रों या मकबरों को गिराने के लिए भी प्रोत्साहित किया. क्योंकि इससे ‘हिंदुत्व की आस्था मजबूत होगी.’

पूरा भाषण T राजा सिंह के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है जिसे आप आगे देख सकते हैं.

10 मार्च को T राजा सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत ये कहकर की थी कि देश को ऐसे ‘नामर्द’ युवाओं की ज़रूरत नहीं है जो खुद को धर्मनिरपेक्ष नागरिक समझता है और हिंदुत्व का समर्थन करने के लिए आवाज़ नहीं उठाता. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी द्वारा प्रचारित परंपराओं और मूल्यों को सुदृढ़ करने वाले युवाओं की ज़रूरत है. उन्होंने इस दावे का खंडन किया कि छत्रपति शिवाजी की सेना में कई मुस्लिम व्यक्ति शामिल थे जिन्हें वो ‘हरामी लौंडों’ कहते हैं. “छत्रपति शिवाजी ने जितने भी युद्ध लड़े वो इन हरामी लौंडों के खिलाफ थे.” उनके शब्दों का दर्शकों से भारी तालियों के साथ स्वागत किया गया. 7 और 8 मिनट के बीच, T राजा सिंह ने चार बार ‘लौंडों’ शब्द का इस्तेमाल किया. इसके बाद उन्होंने श्रीरामपुर चौराहे पर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा बनवाने की बात कही. उन्होंने अपने समर्थकों को निर्माण का विरोध करने वाले किसी भी राजनेता को नस्तोनाबूद करने के लिए प्रोत्साहित किया.

T राजा सिंह ने आगे ‘लव जिहाद’ के विषय पर बात की. श्रद्धा वॉल्कर की हत्या का उदाहरण देते हुए वो कहते हैं, “श्रद्धा को तो दिल्ली में ले जा कर 35 टुकड़े इन हरामियों ने किए.” उनका कहना है कि हिंदुओं के लिए जीजाबाई, झांसी की रानी और अहिल्याबाई के इतिहास को पढ़ना अनिवार्य है, ताकि ये महसूस किया जा सके कि किससे दोस्ती करनी है और किससे दूर रहना है. उन्होंने हिंदू बेटियों को लव जिहाद के खतरों और देश के कई क्षेत्रों में हिंदुओं की तथाकथित टारगेट हत्याओं के बारे में शिक्षित करने की ज़रूरत पर भी बल दिया. वो ‘लव जिहाद’ के मकसद से स्थापित एक कथित इकाई के बारे में भी बात करते हैं. “जाहिर तौर पर, इन हरामियों ने अलग-अलग समुदायों की लड़कियों के लिए एक एक रेट फ़िक्स किया है.” अगर, ब्राह्मण की लड़की है तो 5 लाख रुपये, राजपूत लड़की है तो 4 लाख रुपये, आदि. उन्होंने पूछा, “इन लौंडों को पैसे कौन दे रहा है? कन्वर्शन (धर्म परिवर्तन) के लिए, लव जिहाद के लिए इनको पैसा दिया जा रहा है, कौन दे रहा है? आज पूरे भारत में ऐसे ऐसे संगठन फ़ैल चुके हैं जो फ़ाइनेंसियली, फ़ीजिकली हमारी बेटियों और बहनों को फंसाने के लिए इन हरामियों को पैसा देते हैं.”

रिडर्स ध्यान दें कि T राजा सिंह ने अपने भाषण में जिस ‘लव जिहाद’ रेट कार्ड के संदर्भ का इस्तेमाल किया था, उसे पहले भी कई बार खारिज किया गया है. ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने अपने भाषण में इस ग़लत सूचना का इस्तेमाल किया है. 29 जनवरी को मुंबई में ‘हिंदू जन आक्रोश मोर्चा’ में अपने भाषण के दौरान उन्हें रेट कार्ड का ज़िक्र करते हुए सुना गया था.

उन्होंने बताया कि कैसे ‘लव जिहादी’ नवरात्रि के मौसम में विशेष रूप से सक्रिय हो जाते हैं. उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम तिलक लगाते हैं और हिंदू महिलाओं को फंसाने के लिए गरबा आयोजनों में घुस जाते हैं. उनके अनुसार, हर साल गरबा उत्सव में लव जिहाद के 4000-5000 मामले सामने आते हैं. इसके बाद उन्होंने पुलिस से ‘लव जिहादियों’ को गरबा आयोजनों में शामिल होने से रोकने के लिए कहा या ‘हमें कैसे रोकना है पता है’ कहकर हिंसा की खुली धमकी दी. उन्होंने कहा, “भविष्य में अगर कानून और व्यवस्था बिगड़ती है, तो हमें दोष न दें.”

T राजा ने अफ़ज़ल खान के मकबरे के आसपास “अनऑथोराइज्ड ढांचों” को तोड़ने के लिए एकनाथ शिंदे की तारीफ़ भी की. फिर उन्होंने उनसे दूसरी मुस्लिम संरचनाओं को तोड़ने का आग्रह किया- “जितना ज़्यादा आप इन (संरचनाओं) को तोड़ेंगे, हिंदुत्व विश्वास और मजबूत होगा.” उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैटर्न का पालन करने का भी आग्रह किया.

उन्होंने ये भी कहा कि महाराष्ट्र के सतारा ज़िले के प्रतापगढ़ किले में अफ़जल खान की कब्र की तरह छत्रपति शिवाजी महाराज के किले से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए. “शिंदे को बुलडोज़र एकनाथ शिंदे के नाम से भी जाना जाना चाहिए.”

T राजा ने विभाजनकारी राजनीति के आख्यान को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हिंदू और मुसलमान शांतिपूर्वक एक साथ नहीं रह सकते हैं. “शिवाजी महाराज और औरंगज़ेब कभी भाई नहीं हो सकते. वीर महाराणा प्रताप और अकबर कभी भाई नहीं हो सकते. वंदे मातरम् कहने वाले और वन्दे मातरम् का विरोध करने वाले कभी भाई-भाई हो सकते हैं क्या?…जिस दिन तुम गौमाता की पूजा करने लगोगे, जिस दिन तुम वंदे मातरम् और भारत माता की जय बोलोगे, ‘लव जिहाद’ जैसी गंदी हरकतें छोड़ दोगे, उस दिन हम विचार करेंगे कि तुम लौंडों को भाई बनाना है या नहीं बनाना है.”

“आज कुछ लोग औरंगाबाद का नाम बदलने से तड़प रहे हैं. कुछ लोग उस्मानाबाद का नाम बदलने से तड़प रहे हैं. मैं उन लौंडों को कहना चाहूंगा, बेटा ये तो शुरुआत है. अरे अहमदनगर का नाम भी बदलेगा. अहिल्याबाई नगर पूरा का पूरा इम्प्लीमेंट होगा, हम अहमदनगर का नाम मिटा देंगे. और हमारी माता अहिल्याबाई का नाम लगायेंगे हम लोग. और हैदराबाद का नाम भी भाग्यनगर करेंगे. कुछ लोग कहते हैं कि अहमर जन्म औरंगाबाद में हुआ और हम मरेंगे भी औरंगाबाद में. तो उन हरामियों को कहना चाहूंगा बेटा तेरा जन्म तो औरंगाबाद में हुआ लेकिन तू मरेगा संभाजीनगर में. तू मरेगा तो हिन्दू राष्ट्र में.” उनके बयान के बाद उन्हें दर्शकों से सामूहिक जयकार मिली.

19 मार्च को औरंगाबाद में भाषण

T राजा और सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाणके ने 19 मार्च को हिंदू जन गर्जना रैली के दौरान धार्मिक नेताओं और दो राज्य कैबिनेट मंत्रियों, संदीपन भुमारे और अतुल सावे के साथ मंच शेयर करते हुए सांप्रदायिक भाषण दिए थे. शिवसेना विधायक प्रदीप जायसवाल और भाजपा विधायक शिवेंद्र राजे भोसले भी वहां मौजूद थे. रैली में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और वहां मौजूद कुछ लोगों ने पथराव भी किया. सात FIR दर्ज की गईं जिनमें दंगा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान के अधिनियम के तहत की गई शिकायत भी शामिल है. सातवीं FIR में T राजा और चव्हाणके पर भी IPC की धारा 153 के तहत दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने, 153 (A) धर्म, जाति, स्थान आदि के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, और धारा 505 के तहत सार्वजनिक रूप से ग़लत बयान देने के लिए मामला दर्ज किया गया था.

बीजेपी विधायक शिवेंद्रसिंहराज भोंसले ने भी इंस्टाग्राम पर इवेंट की तस्वीरें पोस्ट कीं जिसमें वो भी भाषण देते नज़र आते हैं.

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ट्विटर अकाउंट HindutvaWatch ने भाषण के कई क्लिप्स ट्वीट किए. पहले क्लिप में T राजा दर्शकों से ये पूछते हैं कि ‘लव जिहादियों’ को ‘रोकना है न, ठोकना है न.’ और दर्शक इसका जवाब ‘हां’ में देते हैं. हिंसा का खुलेआम आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “तो जहां पर भी आपको पता चले हमारी बहन-बेटी ‘लव जिहाद’ की शिकार हो गई, तो तुरंत अपनी टीम को लेकर चले जाना. डरते हो क्या? डर लग रहा है क्या? भविष्य में जब भी आपको डर लगे तो संभाजी महाराज को याद कर लेना…अपनी टीम को लेकर जाना, पहले प्रशासन से हाथ जोड़कर निवेदन करना. गर प्रशासन सहयोग नहीं करती है, तो वो आधे काटे हैं न, उनका पूरा काम कर देना.”. इस लाइन का इस्तेमाल उन्होंने श्रीरामपुर में भाषण देते हुए भी किया था.

उन्होंने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भी बयान दिए थे. उनके मुताबिक, “हैदराबाद का ओवैसी मुसलमानों का नहीं हुआ तो हिन्दुओं का क्या होगा. आज वो जहां का सांसद है वहां का कोई मुसलमान खुश नहीं है. और यहां के लोगों को वो बेवकूफ बनाने के लिए आया है… वो बड़ा बुलडॉग है और उसका भाई छोटा बुलडॉग.” ओवैसी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “ये नपुंसक है साले लौंडे. और ये नपुंसकों को कैसा सबक सीखाना है, मैं आप सबको यही कहना चाहूंगा. जिस प्रकार से छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफ़ज़ल खान को सबक सिखाया, आज इन गद्दारों को उसी प्रकार से सबक सीखाना है.”

औरंगाबाद का पूरा भाषण उनके ऑफ़िशियल यूट्यूब चैनल पर मौजूद है.

श्रीरामपुर भाषण में T राजा ने औरंगाबाद का नाम बदलने का विरोध करने वालों को संबोधित करते हुए कहा, “उन हरामियों से मैं कहना चाहता हूं: आप औरंगाबाद में पैदा हुए थे, लेकिन आप संभाजीनगर में मरेंगे, आप संभाजी नगर में मरेंगे, हिंदूराष्ट्र में.. औरंगाबाद के नाम पर दावा करने के लिए जो भी आएगा, तुम मारे जाओगे.” इसके बाद उन्होंने मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया. उन्होंने दावा किया कि बालासाहेब ठाकरे ने आदर्श हिंदू की कल्पना उन लोगों के रूप में की थी जो मुसलमानों को गोली मारते हैं (जिन्हें वो ‘लौंडे’ कहते हैं) न कि मंदिरों में घंटा बजाने वाले के रूप में.

5 मार्च मलंग गड़ में भाषण

5 मार्च को T राजा सिंह ने सकल हिंदू समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ऐसा ही भाषण दिया था जिसमें हज़ारों लोग शामिल हुए थे. उन्होंने खुले तौर पर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा के लिए कई आह्वान किए. उन्होंने ‘लौंडे’ और ‘हरामी’ शब्द का इस्तेमाल किया. यहां तक ​​कि उन्होंने हाजी अब्दुल दरगाह के ऊपर भगवा झंडा फहराने और उसके हर निशान को हटा देने की धमकी भी दी.

नीचे, हमने पूरे भाषण का सारांश दिया है जो उनके यूट्यूब चैनल पर मौजूद है. इस वीडियो का टाइटल है, “जो हिंदू हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा.”

अपने भाषण में उन्होंने दोहराया कि कैसे हिंदू ‘लव जिहाद’, ‘भूमि जिहाद’ और अपनी ही ज़मीन पर धार्मिक विश्वासों के अनादर का शिकार है.“…गाय हर हिंदू की माता है. लेकिन ये लौंडे हमारे गौमाता को काटते हैं.” उन्होंने मलंगड़ के सभी हिंदुओं से एकजुट होने और दरगाहों और मस्जिदों जैसी इस्लामी संरचनाओं के ‘अवैध निर्माण’ को रोकने का आग्रह किया. इन निर्माणों के खिलाफ़ आधिकारिक कार्रवाई के बारे में बोलते हुए वो कहते हैं, “मुझे तो लगता है, के कुछ डिपार्टमेंट के लोग इन ज़मीनों के तलवे चाट रहे हैं.” इस वाक्य का जोरदार जयकार और शंखों की आवाज के साथ स्वागत किया गया.

लव जिहाद के बारे में बोलते हुए उन्होंने अपने श्रोताओं में सभी महिलाओं से जीजामाता की तरह बनने का आग्रह किया. जाहिर तौर पर इसका मतलब ये था कि उन्हें ऐसे बच्चों को पालना चाहिए जो मुसलमानों के खिलाफ लड़ेंगे. उन्होंने श्रीरामपुर के अपने भाषण की तरह ही ‘लव जिहाद’ के अपराधों को सक्रिय रूप से अंजाम देने वाले एक कथित गिरोह के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, “ये आपका सपना है कि आप दो बच्चों – एक डॉक्टर और एक इंजीनियर – की परवरिश करें और उनके द्वारा कमाए गए पैसों से अपने सपनों का घर बनाएं. लेकिन याद रखना कि ये लोग (मुस्लिम) उन घरों पर कब्ज़ा कर लेंगे जिन्हें तुम अपनी गाढ़ी कमाई से बनाते हो. जो कश्मीर में हुआ वो देश के कोने-कोने में होगा…” उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वो धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करना बंद करें क्योंकि निकट भविष्य में भारत एक हिंदू राष्ट्र में बदल जाएगा. उन्होंने आगे मलंगड़ में अपने समर्थकों को ‘हरी टोपीवाले’ को 1 रुपया भी दान करने से परहेज करने के लिए कहा. उन्होंने ये भी दोहराया कि हिंदू और मुसलमान कभी ‘भाई’ नहीं हो सकते.

T राजा ने मलंग गढ़ में भी अपने भाषण के दौरान मुसलमानों के बड़े पैमाने पर आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया. “जहां से आप कलश और पिचकारी ख़रीदो, ये देखो कि वहां पर कोई अब्दुल तो नहीं बैठा है?…अगर कलर ख़रीदना हो तो किसी तिलकधारी से ख़रीदो.” T राजा सिंह ने शहरों के नाम बदलकर हिंदू नाम करने की मांग करते हुए अपना भाषण खत्म किया.

26 फ़रवरी को सोलापुर में भाषण

26 फ़रवरी को महाराष्ट्र के सोलापुर में हिंदू गर्जन मोर्चा में एक बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए, T राजा सिंह ने ‘भूमि जिहाद’ और ‘लव जिहाद’ के खिलाफ़ कानून बनाने का आह्वान किया. उन्होंने एक बार फिर हिंदुओं से मुसलमानों के खिलाफ़ हथियार उठाने और उनका आर्थिक बहिष्कार करने का आह्वान किया. “अगर लव जिहाद और गौ हत्या पर कानून नहीं बनेगा तो आने वाले समय में, जो लव जिहाद करेगा, जो धर्मांतर करेगा, जो मेरी गौमाता को काटेगा – जिस प्रकार से छत्रपति शिवाजी महाराज ने 12 साल की उम्र में कसाई का हाथ काट कर गौमाता की रक्षा की थी – उस प्रकार से भारत का हिंदू तलवार उठाकर उन कुत्तो को जवाब देगा.”

उन्हें ये कहते हुए सुना जा सकता है कि लौंडों को हिंदू बेटियों और बहनों को फंसाने से रोकने के लिए, हिंदुओं की युवा पीढ़ी को इसके बारे में नियमित रूप से बोलकर ‘लव जिहाद’ और धर्मांतरण के खिलाफ़ जागरूकता फ़ैलाने की ज़रूरत है. उन्होंने दावा किया कि केरल में 35 हज़ार लड़कियां ‘लव जिहाद’ का शिकार हुई हैं. रिडर्स ध्यान दें कि ऑल्ट न्यूज़ ने इस गलत सूचना की पड़ताल की थी जब ‘द केरला स्टोरी’ फ़िल्म का ट्रेलर शेयर किया गया था. उन्होंने आगे दावा किया कि मुस्लिम (जिन्हें वो ‘लौंडे’ कहते हैं) हिंदू महिलाओं को फंसाते हैं और अगर वो ‘बच्चा पैदा करने वाली मशीन’ में नहीं बदलना चाहती हैं तो उन पर हमला करते हैं. वो बार-बार भाषण में काल्पनिक रेट कार्ड का ज़िक्र भी करते है.

यहां भी उन्हें मुस्लिम उत्पादकों के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान किया. “दरगाह में मन्नत मांगने वालों, तुम्हारे घर में छत्रपति शिवाजी होगा या अफ़ज़ल खान पैदा होगा?… जो भी हिंदू हित की बात करेगा वही देश में राज करेगा, वो ही महाराष्ट्र में राज करेगा.” उन्हें ये कहते हुए भी सुना गया था कि हिंदू और मुसलमान तब तक एक साथ नहीं रह सकते जब तक कि वो हिंदू महिलाओं को फंसाने, गौमाता को मारने (हरामीपना शब्द का इस्तेमाल) और ऐसे ही अपराध करना बंद नहीं करते. यहां भी उन्होंने उस्मानाबाद और अहमदनगर जैसे शहरों के नाम बदलने की मांग की.

सोलापुर रैली को हिंदू राष्ट्र सेना के अध्यक्ष धनंजय देसाई ने भी संबोधित किया था.

कुल मिलाकर, FIR की चिंता करे बगैर T राजा सिंह ने भाषण देते हुए मुसलमानों के खिलाफ़ अपशब्दों का इस्तेमाल करना जारी रखा. उन्होंने ‘लव जिहाद’ और ‘भूमि जिहाद’ जैसे षड्यंत्र के सिद्धांतों को बार-बार दोहराया. और ऐसे बयान अक्सर राईट विंग वाले देते हैं. मुसलमानों के खिलाफ़ हिंसा और आर्थिक नाकेबंदी के आह्वान के अलावा, उन्होंने महाराष्ट्र में नए भाषण देते हुए हिंदू राष्ट्र की मांग पर भी ज़ोर दिया है.

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Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.