गुजरात में एक 14 महीने लड़की से कथित रूप से बलात्कार मामले में बिहार के एक युवक की गिरफ्तारी होने के बाद हाल के दिनों में हिंदी भाषियों पर हो रहा हमला चिंता का कारण है। भीड़ के हमले के डर से उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और बिहार के हजारों प्रवासियों ने गुजरात छोड़ दिया है। 7 अक्टूबर, 2018 को फाइनांसियल एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर में कहा गया है, “कुशवाला और राजकुमारी से लगभग 20 बसें पड़ोसी राज्यों के लिए शनिवार को 1,600 लोगों को लेकर आई। एक निजी बस ऑपरेटर जो इस मार्ग में बसों को चलाता है, इंडियन एक्सप्रेस को सूचित करते हुए हर हफ्ते इस तरह के लंबी दूरी के मार्ग में केवल दो बसें चलती हैं, जबकि अब 20 बसें चलती है और हर बस में 80-90 लोग जा रहे हैं।” (अनुवाद)

सोशल मीडिया पर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे लोगों का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया गया है कि यह यूपी और बिहार के प्रवासी हैं जो हमले के बाद गुजरात छोड़ने के लिए ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

@SirRavish1 नाम के ट्वीटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया गया है जिसके साथ किये गए पोस्ट में कहा गया है, “गुजरात मे UP/बिहार से आए लोगो पर लगातार हमलो की बजह से 8000 भारतियो के गुजरात से पलायन की खबर चिताजनक है! भारत की एकता,अखंडता पर खतरा मोदी,आपके गुजरात मे ऐसे हालात क्यो ? दावे तो बहुत बडे करते हो,एक गुजरात संभलता नही चले है पूरा देश संभालने कुछ दृश्य

एक अन्य यूजर ने इस वीडियो को ‘मारू गुजरात‘ नाम के फेसबुक ग्रुप में शेयर करते हुए दावा किया है कि यह वीडियो अहमदाबाद के कालुपुर रेलवे स्टेशन का है।

वीडियो गुजरात का नहीं

ऑल्ट न्यूज ने जब InVID की मदद से वीडियो के एक फ्रेम का गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो 23 सितम्बर, 2018 को YouTube पर “Krishnanagar Bongaon Local Train- Ranaghat Station” शीर्षक से यह वीडियो मिला। इससे यह पता चला कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर बोंगाव के रानाघाट स्टेशन का है। वीडियो में लोगों को बंगाली बोलते सुना जा सकता है।

इसके अलावा ऑल्ट न्यूज ने जब “रानाघाट स्टेशन” कीवर्ड (Keyword) से फेसबुक पर सर्च किया तो पता चला कि सुमंत कुमार नाथ नाम के यूजर को क्रेडिट देते हुए इस वीडियो को एक फेसबुक यूजर ने 23 सितंबर 2018 को पोस्ट किया था।

जब इस संबंध में ऑल्ट न्यूज ने सुमंत कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि, “मैंने कांस्टेबल पद की परीक्षा के दिन स्टेशन पर छात्रों की भीड़ को देखकर सुबह 8:30 बजे यह वीडियो शूट किया था।” इसके अलावा, सुमंत ने हमें 10 अक्टूबर, 2018 को उसी रेलवे स्टेशन से सत्यापित करने के लिए एक वीडियो शॉट भेजा है।

जैसा कि कुमार ने दावा किया था कि 23 सितम्बर, 2018 को कांस्टेबल पद की परीक्षा थी, हमें पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा जारी एक नोटिस मिला जिसमें यही लिखा गया है। अतः ऑल्ट न्यूज स्वतंत्र रूप से दावे को सत्यापित करता है कि यह वीडियो सुमंत कुमार ने ही लिया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह वीडियो गुजरात से नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल से है।

हाल ही की एक रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद साइबर सेल के 70 फेसबुक अकाउंट से इस वीडियो को फैलाया जा रहा था ताकि बलात्कार के मामले को लेकर लोगों पर और हमले हो। इस तरह की बड़ी भीड़ का पलायन दिखा कर हिंसा को भड़काने का काम किया जा रहा है, जो चिंता का कारण बन सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स को ऐसे वीडियो या फोटो जिस पर संदेह हो उसे तुरंत शेयर करने से बचना चाहिए।

अनुवाद: संजीत भारती के सौजन्य से

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Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.