ATM में पैसो की कमी के पीछे का सच ..दिल्ली में कर्नाटक कोंग्रेस के मंत्री डी के शिवकुमार के दिल्ली सफदरजंग एन्क्लेव के बंगले पर छापा पड़ा है उसका वीडियो आपके साथ शेयर कर रहा हुँ रु का गोदाम देखों और शेयर करों जिससे कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ सकें।
एक वीडियो के साथ यह सन्देश फैलाया जा रहा है, जिसमें एक बक्से और अलमारी के अंदर रखे बड़ी संख्या में मुद्रा नोटों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि देश भर में एटीएम में नकदी की कमी का यही कारण है। मलतब यह कि आने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा इस पैसों का इस्तेमाल किया जाना है।
https://www.youtube.com/watch?v=U7TXR5f89ow
यह वीडियो और इसके साथ यह संदेश पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर और खासकर फेसबुक पर वायरल है, जहां कई यूजर्स ने इसे एक जैसे सन्देश के साथ पोस्ट किया है। इससे यह पता चलता है कि वीडियो व्हाट्सएप पर भी फ़ैल रहा है और इसे सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा रहा है।
यह वीडियो ट्विटर पर भी शेयर किया गया है। ओरिएंटल टाइम्स, जो नकली समाचार फैलाने के लिए जाना जाता है, इसने भी इस वीडियो को ट्वीट किया।
.@INCKarnataka के मंत्री डी. के. शिवकुमार के दिल्ली सफदरजंग एन्क्लेव के बंगले पर छापा पड़ा है उसका वीडियो आपके साथ शेयर कर रहा हुँ। 👇👇👇👇👇👇
रु का गोदाम देखों और RT करों जिससे कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ सकें। 😡😠#CashCrunch #CongressMeansCorruption pic.twitter.com/uKnmNx1yzq
— APOORV #JusticeForGeeta (@iModiBhakt) April 25, 2018
यह वीडियो कर्नाटक कांग्रेस मंत्री डीके शिवकुमार के घर पर छापे का नहीं है। यह रोहित टंडन के T&T law firm दिल्ली में आयकर विभाग द्वारा किए गए छापे का है। रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2016 में रोहित टंडन की कानून फर्म पर पड़े छापे में 13 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी। डीके शिवकुमार के घर पर पड़े छापे में मिले रुपये वाले इसी वीडियो को सबसे पहले एक पत्रकार शिव सनी ने 10 दिसंबर, 2016 को अपने ट्विटर टाइमलाइन से यह कहते हुए पोस्ट किया था कि “दिल्ली में T&T law firm से दिल्ली पुलिस द्वारा 8 करोड़ रुपये नकद (नई मुद्रा में 2 करोड़ रुपये) बरामद करने का यह वीडियो है”। इस वीडियो को नीचे देखा जा सकता है।
Video of over Rs 8 cr cash (Rs 2 cr in new currency) seized by Delhi Police from T&T law firm in Delhi's GK. @the_hindu @abaruah64 pic.twitter.com/qXlQ7Ixg3y
— Shiv Sunny (@shivsunny) December 10, 2016
इस वीडियो को 2017 में भी इसी दावे के साथ प्रसारित किया गया था कि यह पैसा कर्नाटक मंत्री डीके शिवकुमार के घर से वसूल किया गया है। ऑल्ट न्यूज़ ने तब भी इस अफवाह के बारे में लेख लिखकर इस विडियो का सच बताया था। हाल ही में कर्नाटक बीजेपी कार्यकर्ता को 120 करोड़ नकद के साथ पकड़े जाने का भी फर्जी खबर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। इस तरह का अब एक पैटर्न बन गया है जिसमें पुराने और असंबंधित वीडियो को अक्सर राजनीतिक दल द्वारा विपक्ष पर निशाना साधने के लिए झूठी कहानी के साथ संदर्भित किया जाता है।
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