सेना की एक टुकड़ी का वीडियो शेयर किया जा रहा है जो एक मस्जिद में घुस रही है. इसे शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूज़र्स कह रहे हैं कि ये इज़रायली सेना है जो जेरुसलम की अल-अक्सा मस्जिद पर कब्ज़ा कर रही है.

अल-अक्सा मस्जिद को खाली करा अपने कब्जे में ले लिया गया इजरायली सेना के द्वारा।
हमास के समर्पण तक जहां हमारी सेना पंहुचेगी, वही हमारी नई सीमा होगी – बेंजामिन नेतन्याहू

Posted by खुबचंद सरकार on Sunday, May 16, 2021

हालांकि अल-अक्सा मस्जिद जेरुसलम इस्लामिक वक्फ़ के अधीन है, इसके बावजूद इज़रायल इसपर कई तरह के आदेश जारी करता रहता है जिनमें समय-समय पर इज़रायली सेना का यहां गश्त लगाना और परिसर की तलाशी लेना शामिल है.

पत्रकार पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने भी अपने फ़ेसबुक अकाउंट से ये वीडियो शेयर किया. डिलीट किये जाने से पहले इसे 3 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका था और 26 हज़ार से ज़्यादा लोग लाइक भी कर चुके थे.

कुछ अन्य फ़ेसबुक पेज ।। यतो धर्म: ततो जय: ।।, राष्ट्रवाद, शिव नारायण और यूज़र Avani A Dave के वीडियो को भी हज़ारों लोगों ने देखा और शेयर किया.

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ये वीडियो इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर बहुत ज़्यादा वायरल है.

ट्विटर पर यही वीडियो शेयर करते हुए लिखा जा रहा है , #अल_अक्सा_मस्जिद को खाली करवाकर इजराइल ने अपने कब्जे में लिया. #IndiaStandWithIsrael.”

2004 में हुए इराक युद्ध का वीडियो

कुछ लोगों ने जो वीडियो शेयर किया उसके अंत में एक टेक्स्ट नज़र आता है. नीचे उसी का स्क्रीनशॉट है. लिखा है, “Task Force Viper & the 36th Commando Bn Captured 25 enemy.”

असल में 36वीं कमांडो बटालियन इराक के स्पेशल ऑपरेशन यूनिट्स में से एक थी जिसे सद्दाम हुसैन को गद्दी से हटाये जाने के बाद बनाया गया था.

इस वीडियो के फ़्रेम्स का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक अरबी यूट्यूब चैनल का वीडियो मिला जिसमें बताया गया है कि ये विज़ुअल 2004 का है जब इराक के समारा में अल-असकरी मज़ार (जिसे Golden Mosque भी कहा जाता है) पर हमला हुआ था.

एक अन्य वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल ‘FUNKER530 – Veteran Community & Combat’ ने भी इसी मौके का वीडियो शेयर किया है जो 6 मिनट से ज़्यादा लम्बा है. इसी वीडियो के 1 मिनट 44 सेकंड के बाद वाला हिस्सा वायरल है. वीडियो के टाइटल में लिखा है, “गोल्डन मॉस्क पर अमरीकी स्पेशल फ़ोर्सेज़ की रेड.” ये फ़ुटेज पिछले साल अपलोड की गयी थी.

चैनल ने डिस्क्रिप्शन में बताया है कि वीडियो इराक पर अमेरिका के नेतृत्व में किये गये हमले का है. इराक युद्ध पर द गार्डियन द्वारा जुटाई गयी जानकारी के मुताबिक, इराकी 36वीं कमांडो बटालियन ने 1 अक्टूबर, 2004 को समारा की अल-असकरी मज़ार पर छापेमारी की और 25 लोगों को हथियार समेत पकड़ा. ये अल असकरी मज़ार शिया मुसलमानों की तीसरी सबसे पवित्र जगह मानी जाती है.

फ़ॉक्स न्यूज़ ने 11 अक्टूबर, 2004 को रिपोर्ट किया था, “इराक की संप्रभु सरकार ने विद्रोही ताकतों को हटाकर समारा को वापस स्वतंत्रता देने का फ़ैसला किया… समारा की गोल्डन मस्जिद में इराकी सेना ने स्वतंत्र रूप से ऑपरेशन चलाया था.”

वीडियो में दिख रहे निर्माण और समारा में स्थित गोल्डन मस्जिद की तस्वीर देखने पर स्पष्ट होता है कि दोनों एक ही हैं.

इराक युद्ध से दौरान इराकी सेना का समारा में स्थित गोल्डन मस्जिद पर की गयी छापेमारी का वीडियो इज़रायल और फ़िलिस्तीन के हालिया तनाव का बताकर शेयर किया जा रहा है. लोगों ने ग़लत दावा किया कि इस वीडियो में इज़रायली सेना जेरुसलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद पर कब्ज़ा कर रही है.

अल-अक्सा मस्जिद में हुए हालिया हिंसा का वीडियो नीचे देखा जा सकता है.


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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.