सोशल मीडिया पर एक वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि पंजाब पुलिस ने विदेश से लौट रहे व्यक्ति को बहाने से घर से बाहर बुलाया और फिर उसे पकड़कर हॉस्पिटल ले जाया गया. वीडियो में पंजाब पुलिस के अलावा डॉक्टर की एक टीम भी दिख रही है. इस वीडियो को शेयर करते हुए यूज़र्स लिख रहे हैं – “जब punjab govt. को पता चला कि एक व्यक्ति विदेश से लौटा है और उसमें कोरोना वायरस के लक्षण दिख रहे है, तो उसको बहाने से घर के बाहर बुला कर हॉस्पिटल ले जाया गया।हॉस्पिटल कैसे ले जाया गया, देखे।”
जब punjab govt. को पता चला कि एक व्यक्ति विदेश से लौटा है और उसमें कोरोना वायरस के लक्षण दिख रहे है, तो उसको बहाने से घर के बाहर बुला कर हॉस्पिटल ले जाया गया।हॉस्पिटल कैसे ले जाया गया, देखे।
Posted by Rajender Paul on Wednesday, 18 March 2020
इस दावे से ये वीडियो फ़ेसबुक पर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
फ़ेसबुक पर पोस्ट किए गए वीडियो के कमेंट सेक्शन में एक यूज़र ने लिखा है कि ये मॉक-ड्रिल का वीडियो है.
वीडियो को गौर से देखने पर रजिस्ट्रेशन नंबर ‘PB31 H 9195’ दिखता है, जो पंजाब के मानसा ज़िले का है.
वीडियो में आस-पास दिख रहे लोग इस घटना को देखकर हंसते हुए नज़र आते हैं. डॉक्टर की ड्रेस में दिख रहा व्यक्ति अपने फ़ोन से इस मोमेंट को कैप्चर कर रहा है. इन सब बातों से ये समझ में आता है कि इस वीडियो के बारे में जो दावा किया जा रहा है, वो सही नहीं है.
हमने वीडियो के की फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. रिज़ल्ट्स में हमें विश्वास न्यूज़ की फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक वीडियो पंजाब के गांव बछोयाना में 13 मार्च को हुई मॉक ड्रिल का है.
पंजाबी जागरण की 13 मार्च 2020 को छपी ख़बर के अनुसार, “पूरे विश्व में विकराल रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस को आगे बढ़ने से रोकने के सबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए स्थानीय सिविल और पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी बरत रहा है. इस सिलसिले के तहत शुक्रवार को गांव बछोयाना में SDM बुढलाडा आदित्य डेचलवाल की अगुआई में DSP जसपिंदर सिंह गिल, सीनियर मेडिकल अफसर बुढलाडा और कई और सेहत विभाग टीम के लोगों की तरफ से मॉक ड्रिल की गई और जिसमें कोरोना वायरस से बचने के उपाय बताए गए.”
इस ख़बर में छपी तस्वीर में दिख रहे अफ़सर वायरल वीडियो से दिख रहे अलग अलग फ्रेम में नज़र आते हैं. जिसे नीचे की तस्वीर में देखा जा सकता है.
इसके अलावा ‘District Public Relations Office Mansa‘ के फ़ेसबुक पेज से ये बताया गया है कि वायरल हो रहा वीडियो मॉक-ड्रिल का है.
इस तरह वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत साबित होता है. इससे पहले भी कोरोना वायरस से संबंधित मॉक-ड्रिल को असली घटना बताकर शेयर किया गया है.
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