ट्विटर पर इस साल जून में एक वीडियो इस दावे से वायरल हुआ कि यह भारत में हुई लिंचिंग की घटना का वीडियो है। वीडियो में तीन लोग एक लड़के को बेरहमी से मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो को Payal Rohatgi Fanclub ने रिट्वीट किया था, जो ट्वीट बाद में डिलीट कर दिया गया। वीडियो को इस संदेश के साथ साझा किया गया है –“मोदी तेरे राज में कानून का कोई काम नहीं है”। उसी में, आगे इस वीडियो को John lewis the best हैंडल ने इस संदेश के साथ ट्वीट किया था, जिसके स्क्रीनशॉट को नीचे देख जा सकता है। इस ट्वीट के आर्काइव को आप यहां पर देख सकते हैं।
कई उपयोगकर्ताओं ने इस वीडियो को समान दावे से साझा किया है। ऑल्ट न्यूज़ इस वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे लेख में पोस्ट नहीं कर रहा है।
तथ्य जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो को कई की-फ्रेम में तोड़ा और इन की-फ्रेम को यांडेक्स पर सर्च किया। हमें इस घटना के कई लेख मिले जिसमें दावा किया गया था कि वीडियो में दिखाई गई घटना 30 दिसंबर, 2018 को ब्राज़ील के फोर्टालेज़ा के सेरा में प्राया डो फुतुरो में हुई एक हत्या की है।
ज़्यादातर लेख स्थानीय ऑनलाइन पोर्टल पर प्रकाशित हुए थे जैसे कि जर्नल डी ब्रासीलिया, R7, Esqueria Diario और Monolitos Posts।
मोनोलिटोस पोस्ट्स में प्रकाशित लेख में इस घटना का विस्तृत विवरण दिया गया है। संगठन के मुताबिक, पीड़ित व्यक्ति का नाम वेस्ले टियागो डे सौसा कारवाल्हो था और इसमें शामिल संदिग्धों की पहचान सिविल पुलिस ने की थी, जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि किशोर को कुल्हाड़ियों, hoes (बागवानी उपकरण) और पत्थरों से मारा गया था। इसके अलावा, जांच के अनुसार, वेसले टियागो को दो प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के सदस्यों के बीच विवाद के कारण उसे मारा गया था।गिरफ्तार किए गए दो लोगों के नाम भी सार्वजनिक किए गए हैं – जोस कार्लोस इवेंजेलिस्टा डॉस अंजोस और लुसियानो अल्वेस डी सूजा – जबकि अन्य दो संदिग्ध अपराधी अब्राहो जॉनी अल्वेस डी फ्रीटास और केवल कैरीन के रूप में पहचानी गई एक महिला फरार हो गई थी।
इस तरह ब्राज़ील का वीडियो भारत में हुई लिंचिंग के दावे से वायरल किया गया। हाल ही में, ब्राज़ील का ही एक वीडियो राजस्थान में हिन्दू लड़की की बलात्कार के बाद हत्या के दावे से साझा किया गया था। बांग्लादेश का एक वीडियो, सोशल मीडिया में इस दावे से प्रसारित किया गया था कि मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा एक हिन्दू व्यक्ति की पिटाई की गई।
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