सोशल मीडिया पर काफी ज़्यादा शेयर किए जा रहे एक टेक्स्ट मेसेज में दावा किया गया है कि भारत सरकार (GOI) में 17 प्रभावशाली पदों पर ओडिशा के लोग हैं.

वायरल मेसेज के मुताबिक़, इन पदों में भारत के राष्ट्रपति और शिक्षा, कौशल विकास, उद्यमिता, रेल मंत्री, संचार, आईटी मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स, जनजातीय मामले और जल शक्ति विभागों के केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. टेक्स्ट में ये भी कहा गया है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के प्रमुख, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के प्रमुख, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के निदेशक (IOC) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के प्रमुख भी ओडिशा के हैं. इस टेक्स्ट के आखिर में इस ओर इशारा किया गया है कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद मिश्रा भी ओडिशा के हैं. ये एकमात्र पद है जहां पदाधिकारी के नाम का ज़िक्र भी किया गया है.

इस मेसेज के आखिर में बताया गया है कि, “वे केवल 3.3% आबादी हैं और उनके पास कोई राजनीतिक झगड़ा नहीं है और राज्य में गैर भाजपा सरकार है। हालांकि ऐसा लगता है कि अभी भी योग्यता, ईमानदारी, कड़ी मेहनत, और दक्षता आदि को भारत में मोदी सरकार के तहत पुरस्कृत किया जाता है। और लोग कहते है देश पर गुजराती राज कर रहे है।”

फ़ेसबुक पेज ‘PMO इंडिया: रिपोर्ट कार्ड’ ने भी ये मेसेज पोस्ट किया है. इसे 21 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. कई बीजेपी समर्थक फ़ेसबुक अकाउंट्स ने भी ऐसा ही दावा किया है. व्हाट्सऐप ने इस मेसेज को ‘कई बार फ़ॉरवर्ड किये जाने’ का लेबल दिया है.

President of India :- Odisha
Education Minister :- Odisha
Skill development -. Odisha
Enterpreneurship – Odisha…

Posted by PMO India : Report Card on Thursday, 28 July 2022

हिंदी में भी ये पोस्ट कई यूज़र्स ने शेयर किया है. (पहला पोस्ट, दूसरा पोस्ट, तीसरा पोस्ट)

ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

फ़ैक्ट-चेक

पाठक ध्यान दें कि वायरल मेसेज में साफ तौर पर नहीं बताया गया है कि किस आधार पर ये लोग ओडिशा से हैं? ये माना गया है. यानी, वो उस राज्य में पैदा हुए हैं या ओडिशा में उनका स्थायी पता है. आगे, इस मेसेज को वेरीफ़ाई करने के लिए हमने भारत सरकार (GOI) की वेबसाइट पर लिस्टेड स्थायी पते देखे. अगर इसमें पता नहीं लिखा है तो हमने मीडिया रिपोर्ट्स देखी.

वायरल टेक्स्ट में पहले स्थान पर भारत के राष्ट्रपति का ज़िक्र है. जो फ़िलहाल द्रौपदी मुर्मू हैं और वो असल में ओडिशा से ही हैं. ये बात मीडिया रिपोर्ट्स में बताई गई है.

केंद्रीय मंत्री

ये वेरीफ़ाई करने के लिए कि संबंधित केंद्रीय मंत्री किस राज्य से संबंधित हैं, ऑल्ट न्यूज़ ने भारत के राष्ट्रीय पोर्टल (NPI) की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी देखी.

मंत्रियों की सूची में पहले तीन स्थान “शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता” है. हमने देखा कि धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के प्रभारी मंत्री हैं. पाठक गौर करें कि वायरल मेसेज से लगता है कि कौशल विकास और उद्यमिता दो अलग-अलग मंत्रालय हैं जबकि ऐसा नहीं है. NPI के अनुसार, धर्मेंद्र प्रधान मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं. हालांकि, उनका स्थायी निवास ओडिशा में है. इस तरह, ये दावा सच है.

वायरल टेक्स्ट में लिखे अगले चार पद “रेल मंत्री, संचार, आईटी मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स” हैं. इन मंत्रालयों के आधिकारिक नाम हैं – रेल मंत्रालय, संचार मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय. ये सभी विभाग ओडिशा स्थित अश्विनी वैष्णव के पास हैं. यहां भी वायरल टेक्स्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय अलग-अलग बताया गया, जबकि ऐसा नहीं है.

वायरल टेक्स्ट में अगला संदर्भ जनजातीय मामलों के मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय का है. जनजातीय मामलों के मंत्रालय का नेतृत्व झारखंड के अर्जुन मुंडा कर रहे हैं. उनके ट्विटर बायो के मुताबिक, वो झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. उनका स्थाई पता भी झारखंड में है. जल शक्ति मंत्रलय राजस्थान के गजेंद्र सिंह शेखावत के पास है. यानी, इन दो मामलों में वायरल मेसेज में किया गया दावा झूठा है.

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अलग-अलग सरकारी संस्थानों के प्रमुख

वायरल मेसेज में ओडिशा के रहने वाले “RBI गवर्नर, भारत के CAG, NCB चीफ़ और IMD चीफ़” का भी ज़िक्र है. भारतीय रिजर्व बैंक की ऑफ़िशियल वेबसाइट के मुताबिक, शक्तिकांत दास वर्तमान गवर्नर हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने बताया है कि वो ओडिशा के मूल निवासी हैं. गिरीश चंद्र मुर्मू भारत के वर्तमान नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) हैं. वो भी ओडिशा के रहने वाले हैं.

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ओडिशा स्थित कलिंग टीवी के मुताबिक, वर्तमान NCB प्रमुख, जिन्हें ऑफ़िशियल तौर पर महानिदेशक कहा जाता है, ओडिशा में जन्मे सत्य नारायण प्रधान हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IMD के महानिदेशक भी ओडिशा के मृत्युंजय महापात्र हैं.

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इसके बाद वायरल मेसेज में “IOCL निदेशक” का संदर्भ दिया गया है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ऑफ़िशियल वेबसाइट में 7 निदेशकों की सूची है जिनमें चार ‘पूर्णकालिक निदेशक’, दो ‘सरकारी नामित निदेशक’ और एक ‘स्वतंत्र निदेशक’ हैं. इस तरह, ओडिशा के व्यक्ति द्वारा IOCL का नेतृत्व करने का दावा भ्रामक है. IOCL में सर्वोच्च पद अध्यक्ष का होता है जो गोविंद कोट्टीथ सतीश के पास है. IOCL के एक अधिकारी ने ऑल्ट न्यूज़ से फ़ोन पर हुई बातचीत में बताया, “IOCL के वर्तमान अध्यक्ष मिस्टर सतीश ओडिशा से नहीं हैं.”

NDRF के वर्तमान महानिदेशक अतुल करवाल हैं जो गुजरात कैडर से संबंधित हैं. ऑल्ट न्यूज़ ने NDRF के मीडिया ऑपरेटर दीपक बमोरिया से बात की. उन्होंने कहा, “ हालांकि, पूर्व प्रमुख ओडिशा से थे, लेकिन वर्तमान प्रमुख ओडिशा से नहीं हैं.”

ये लिस्ट प्रधान सचिव PMO के ज़िक्र के साथ खत्म होती है. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा ओडिशा के मूल निवासी हैं.

कुल मिलाकर, व्हाट्सऐप मेसेज में सूचीबद्ध भारत सरकार के 17 पदाधिकारियों की लिस्ट भ्रामक है. इसमें ऐसे 2 मंत्रालय को 4 अलग मंत्रालय बताया गया है. यानी, इस लिस्ट में कुल 15 पदाधिकारी हैं. और इनमें सिर्फ 9 ओडिशा से हैं या इनके पास ओडिशा का स्थायी पता है. इसीलिए ये दावा कि ये सभी ओडिशा के रहने वाले हैं, सरासर ग़लत है.

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Journalist, Activist, Intersectional Feminist.