सोशल मीडिया पर महिलाओं को अश्लील मैसेज, ये सोच कर भेजना की वो ख़ामोश रह जाएगी, ये आम तौर पर दक्षिणपंथी विचारधारा की कार्य-प्रणाली में आता है जो सामान्तया महिलाओं के लिए प्रयोग किया जाता है| अब तक बहुत कम ऐसी घटना है, जिनमे इनको शारीरिक उत्पीडन करने के लिए भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत कोई कार्यवाही हुई हो और इन्हें जेल भेजा गया हो| इसके अलावा बहुत से ऐसी घटना मिली, जिसमे प्रधानमंत्री खुद ट्विटर पर उन्हें फॉलो करते है जिनके नाम दुसरो पर अभद्र भाषा और शारीरिक टिप्पणी करने में आता रहा है| अब तक के 1-2 घटना को हटा दिया जाये तो, इनमे से किसी ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर अनफॉलो या ब्लाक तक नही किया| लेकिन अब दुबई ने एक अपने कर्मचारी को निकाल एक उदहारण पेश किया, जिसने राना आयूब को फेसबुक पर अश्लील और अभद्र मैसेज किया था|
Gulf News के अनुसार, एक व्यक्ति बिन्सीलाल बालाचंद्रन को उसकी कंपनी अल्फा पेंट्स ने अश्लील मैसेज भेजने की वजह से (उपर स्क्रीनशॉट) कंपनी से निष्कासित कर बाहर कर दिया|
31 साल के इस कर्मचारी की पहचान केरला निवासी बिन्सिलाल बालचंद्रन के रूप में हुई, ये साल 2015में दुबई में अल्फा पेंट से जुड़ा जो नेशनल पेंट्स की सहयोगी संस्था है ।ये ग्राहक सहायता के रूप में वहा काम करता था। बालचंद्रन ने भारतीय पत्रकार को फेसबुक मैसेंजर पर अशलील और भद्दे मैसेज भेजे।
6 अप्रैल को अय्यूब ने उस मैसेज के स्क्रीनशॉट लेकर ये कह कर उपलोड किया “Just a sample of the flith I receive on my Facebook page. Time to name and shame this pervert. (ये अश्लीलता का एक उदाहरण जो कि मुझे फेसबुक पर भेजा गया, अब समय आ गया है कि उसका नाम और शर्मनाक काम बताया जाए)”।
कंपनी के मानव संसाधन प्रबंधक, शदी अल रफी ने gulf news को बताया कि उन्हें 7अप्रैल को मेल द्वारा एक शिकायत मिली जिसमे बताया गया था कि उनका एक कर्मचारी सोशल मीडिया पर एक महिला को गालियाँ दी है और वो गालियाँ देने वाला व्यक्ति बालचंद्रन है। अल रफी बताते है कि, हमने इसकी सत्यता की जांच कर, 8 अप्रैल को बालचंद्रन का निष्कासन आदेश जारी कर दिया ।
यह एक अच्छा उदहारण है, क्या भारतीय कंपनी ऐसे फैसले अपने कर्मचारी के विरुद्ध ले सकते है, जो सोशल मीडिया पर महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते है? इस समय ये बात कहना मुश्किल है क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री कितने गाली-गलौज करने वालो को खुद फॉलो करते है| ये लिखते समय प्रधानमंत्री व्यक्तिगत 1698 लोगो को फॉलो करते है| कुछ सही लोग के बराबर ही गाली देने वाले भी जुड़े हुए है और इनको कभी कुछ नही किया गया बल्कि इनको मंत्रियो से शह मिलती रही| यहाँ कुछ लोगो की लिस्ट है जिनको प्रधानमंत्री ट्विटर पर फॉलो करते है|
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक ऐसे ही hashtag को ट्रेंड कर ऊपर दिख रहे लड़के का समर्थन किया और इसी तरह उन सभी का समर्थन करते है जो बीजेपी आईटी सेल से जुड़े होते है या तो प्रधानमंत्री या बीजेपी को अन्धो की तरह समर्थन करते है।
ऊपर के स्क्रीनशॉट में सीनियर जर्नलिस्ट बरखा दत्त को निशाना बना कर अभद्रता के साथ ट्वीट किया गया है और उपयोगकर्ता गर्व से ये बात बोल रहा है की वो उनको टैग कर रहा है, जबकि नीचे दिए गये ट्वीट में आज तक की एंकर अंजना ओम कश्यप को गन्दी गाली देकर टैग किया गया| इनमे क्या सामान्य बात है? ये है की पीऍम इनको फॉलो करते है|
इनमे से कुछ को तो प्रधानमंत्री जी से मिलने उनके कार्यालय पे बुलाया गया है| आप खुद ही देख लीजिए नीचे की स्क्रीनशॉट में सुरेश नाखुआ का ट्वीट।
नीचे का स्क्रीनशॉट एक ऐसे व्यक्ति का है जो अब दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता है | उन्होंने ट्वीट किया कि मनमोहन सिंह “की बेटिया” बड़ी “MC” है| हम सभी जानते ही है “MC” का मतलब क्या होता है|
और ये वो शख्स है, जो भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को “a**hole” और “b*stard” बोलता है ,वो भी इसलिए क्यूंकि उसको खुद भारतीय ध्वज संहिता का इतना भी ज्ञान नही है, कि उपराष्ट्रपति झंडे को तब सलामी नही करते है जब राष्ट्रपति वहाँ मौजूद हो | और इन लोगो को प्रधानमंत्री मोदी जी से मिलने उनके कार्यालय बुलाया जाता है|
यह एक प्रधानमंत्री के प्रिय लोगो की छोटी सी लिस्ट है जिनको वो ट्विटर पर फॉलो करते है| अगर जनता द्वारा चुना गया देश के सबसे बड़े अधिकारिक पद से “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” की बात कर, इन जैसे लोगों को फॉलो किया जाएगा, जो महिलाओ को सोशल मीडिया पर गाली देते है, तब हम कैसे सोच ले की उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही की जाएगी?
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