16 सितंबर को बेगूसराय स्थित बरौनी रिफ़ाइनरी में AVU-1 यूनिट का फ़र्नेस फट जाने से कुल 19 कर्मी घायल हो गए जिसमें 5 रिफ़ाइनरी कर्मी व 14 श्रमिक (ठेके पर) शामिल थे. इस घटना के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें किसी औद्योगिक स्थान पर आग की लपटें उठ रही है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बरौनी रिफ़ाइनरी का है.

इस वीडियो को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के बिहार राज्य सचिव अवधेश कुमार ने घायलों के बेहतर इलाज की और घटना की जांच की मांग की. (पोस्ट का लिंक)

इसी वीडियो को अवधेश कुमार ने अपने ट्विटर अकाउंट से भी ट्वीट किया जिसे CPI(M) बिहार राज्य कमिटी के आधिकारिक हैंडल से रीट्वीट किया गया. (आर्काइव लिंक)

Den News Angpradesh ने अपने फ़ेसबुक पेज से इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे ब्रेकिंग न्यूज़ बताया और बरौनी रिफ़ाइनरी हादसे का बताया. इस वीडियो को अब तक 35 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है व 500 से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.

फ़ेसबुक यूज़र दीपक कुमार ने वायरल वीडियो को बरौनी रिफ़ाइनरी से जोड़कर शेयर किया जिसे अब तक 12 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है और 1 हजार से ज़्यादा बार शेयर किया गया है.

Insider Live और शेखपुरा न्यूज़ नाम के फ़ेसबुक पेज ने भी इसे “बरौनी रिफाइनरी में ब्लास्ट” का वीडियो बताया.

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इसी प्रकार इस वीडियो को कई लोकल ख़बर देने वाले फ़ेसबुक पेज koshi live 24, Madhubani Laukahi Live, The Vaishali Express, Rashtriya TV व कई अन्य यूज़रों द्वारा शेयर किया गया.

फ़ैक्ट-चेक

जब हमने वायरल वीडियो के एक फ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यह वीडियो लिंक्ड-इन पर मौजूद मिला जिसे Mohammad Albuzaid नाम के एक यूज़र ने 3 साल पहले शेयर किया गया था. अरबी भाषा में लिखे गए पोस्ट का हिंदी अनुवाद है “जब औद्योगिक दुर्घटनाएं होती हैं, तो उनका नुकसान बहुत होता है. आपदा होने की प्रतीक्षा करना बुद्धिमानी नहीं है” (आर्काइव लिंक)

इस वीडियो के एक फ़्रेम को यांडेक्स सर्च इंजन पर रीवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो मिला जिसे एक फ़ेसबुक पेज द्वारा 21 मई 2017 को अपलोड किया गया था. https://www.facebook.com/CuraChronicle/videos/1338253712957381

कुछ कीवर्ड सर्च करने पर हमें यही वीडियो यूट्यूब पर भी मिला जिसे 24 मई 2017 को अपलोड किया गया था.

https://www.youtube.com/watch?v=9FXO75VGtAU

जो वीडियो 2017 से इन्टरनेट पर मौजूद है, वो हाल ही में हुए बरौनी रिफ़ाइनरी हादसे का नहीं हो सकता.

बरौनी की घटना से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करने के लिए जब हम IOCL की अधिकारक वेबसाइट पर गए तो हमें 16 सितंबर 2021 की IOCL द्वारा जारी की गयी प्रेस रिलीज मिली जिसके मुताबिक मालूम चला कि इस घटना में किसी भी प्रकार की भीषण आग नहीं लगी थी.

इस फ़ैक्ट-चेक में हमने पाया कि वायरल वीडियो का बरौनी रिफ़ाइनरी की घटना से कोई संबंध नहीं है. वीडियो कम से कम 4 साल पुराना है.


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