1 मई को न्यूज़ 18 हिंदी के डिबेट शो ‘आर पार’ में ऐंकर अमीश देवगन ने एक वीडियो चलाया जिसमें कुर्ला पाइप रोड पर मुस्लिम बहुल इलाके में मुम्बई पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच विवाद होते दिखाया गया. वीडियो के 33वें मिनट पर आप अमीश को ये कहते हुए सुन सकते हैं – “इस समय की बहुत बड़ी ख़बर कुर्ला से तस्वीरें आ रही हैं. वहां पर नमाज़ के बाद मस्जिद में लोगों की ज़्यादा भीड़ थी तो पुलिस वहां पर गई. पुलिस के साथ बदसुलूकी की गई है. ये विज़ुअल्स हम आपको दिखा रहे हैं.”
न्यूज़ 18 ने वीडियो के इस हिस्से को ट्वीट भी किया और ट्वीट में लिखा कि मुम्बई के कुर्ला में मस्जिद से भीड़ हटाने गई पुलिस के साथ लोगों ने की बदसुलूकी. बाद में यह ट्वीट हटा लिया गया.
सोशल मीडिया पर भी यह क्लिप इसी दावे के साथ वायरल हो रही है. याना मीर नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा कि पुलिस को गाली दी गई क्योंकि उन्होंने स्थानीय लोगों को मस्जिद में नमाज़ अदा करने से रोका था.
The sheer misbehavior with police is shocking! Man Arguing with cops and later abusing them bcoz of Friday prayers in Kurla Mumbai.. pic.twitter.com/N5rOJA878J
— Yana Mir یانا میر (@MirYanaSY) May 1, 2020
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने मुम्बई पुलिस से इस मामले पर बात की और एक प्रेस रिलीज़ प्राप्त की. इसपर 2 मई 2020 की तारीख पड़ी है. इस प्रेस रिलीज़ के मुताबिक यह घटना 29 अप्रैल, बुधवार की है. इससे ये दावा झूठा साबित हो जाता है कि ये शुक्रवार की नमाज़ से जुड़ा हुआ कोई विवाद है.
प्रेस नोट के मुताबिक सब इंस्पेक्टर काकासाहेब नगवे और उनकी टीम कुर्ला पाइप रोड पर गश्त कर रहे थे तभी एक बिल्डिंग की दूसरी मंज़िल से रिज़वान ज़ुबैर मेनन उर्फ रिज़वान टुंडा ने उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया. उसने पुलिस वालों से इलाके की दुकानें न बन्द कराने को कहा. रिज़वान ने दावा किया कि वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में काम करता है और उसने पुलिस वालों को नौकरी से निकलवाने की धमकी दी. झगड़ा होता देख वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और रिज़वान मौके से भाग गया. उस पर इंडियन पीनल कोड के डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और महाराष्ट्र Covid-19 रोकथाम की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इसलिए मस्जिद से निकलने वालों की भीड़ और पुलिस के बीच हुए विवाद का दूसरा दावा भी झूठा है. असल में इस पूरी झड़प का मस्जिद या जुमे की नमाज़ से कोई लेना-देना ही नहीं था. यह बात ट्विटर यूज़र @adil14384 ने भी कही है.
ANI के मुताबिक पुलिस अभी आरोपी को पकड़ने में कामयाब नहीं हुई है. PTI ने भी इस घटना को कवर किया है. विडम्बना ये है कि इसी खबर को न्यूज़ 18 ने फिर से पब्लिश किया है जिसमें से ‘जुमे की नमाज़’ और ‘मस्जिद’ का संदर्भ गायब है. रिपोर्ट में एक अधिकारी के बयान का हवाला दिया गया है कि, “पाइप रोड की बफ़ाती लेन पर यह घटना हुई जहां सब इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने स्थानीय लोगों को लॉक डाउन का पालन करने के लिए कहा.”
न्यूज़ 18 एंकर अमीश देवगन ने एक कार्यक्रम में ये झूठा दावा किया कि कुर्ला, मुम्बई में मस्जिद के बाहर नमाज़ के बाद पुलिस के साथ बदसुलूकी की गई. असल में जो झड़प हुई थी उसमें किसी भी मस्जिद और किसी भी नमाज़ का कोई सन्दर्भ ही नहीं था.
4 मई को शाम 8 बजकर 29 मिनट पर न्यूज़ 18 ने एक ट्वीट करते हुए इस मामले का अपडेट दिया, “मुम्बई के कुर्ला में पुलिस के साथ बदसलूकी करने वालों पर केस दर्ज हुआ.” अमीश देवगन ने अपने शो आर-पार में कहा बताया था कि ये घटना मस्जिद से जुड़ी हुई नहीं थी.
[अपडेट: न्यूज़ 18 द्वारा दिए गए अपडेट की जानकारी आर्टिकल में 5 मई को जोड़ी गयी.]#UPDATE: मुम्बई के कुर्ला में पुलिस के साथ बदसलूकी करने वालों पर केस दर्ज हुआ@AMISHDEVGAN pic.twitter.com/v1u9jCMcPP
— News18 India (@News18India) May 4, 2020
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