ट्रिगर वॉर्निंग: इस आर्टिकल में संवेदनशील तस्वीरें शामिल हैं.

कई सोशल मीडिया यूज़र्स यमुना एक्सप्रेस वे पर मिली एक युवती के शव की तस्वीरें इस दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि उसकी हत्या एक मुस्लिम व्यक्ति ने की है.

विधानसभा सदस्य, ओम कुमार ने इन तस्वीरों को ट्वीट करते हुए दावा किया कि तस्वीरों में दिख रही महिला ‘लव जिहाद’ की शिकार हुई है. उन्होंने आगे सुझाव दिया कि लव जिहाद के पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों की मदद से एक बड़ा अभियान चलाना होगा. ओम कुमार ने ट्वीट में श्रद्धा वाल्कर की जघन्य हत्या का भी संदर्भ दिया जिसमें आरोपी आफताब अमीन पूनवाला एक मुस्लिम है. (आर्काइव लिंक)

हिंदी ख़बर की वरिष्ठ संवाददाता और सुदर्शन न्यूज़ की पूर्व पत्रकार आंचल यादव ने ये तस्वीरें ट्वीट करते हुए दावा किया कि हर दिन एक नया आफ़ताब सामने आ रहा है. इन्होंने भी अपने ट्वीट में श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड का संदर्भ दिया है. (आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूज़र @Shyamsrivastva1 ने भी कुछ तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, “100% कंफ़र्म हूं इसमें भी अब्दुल ही निकलेगा.” (आर्काइव लिंक)

ट्विटर यूज़र्स @VlKASPR0NAM0, @RoyalKushwahaS और @PBSINGH14648043 ने भी इसी दावे के साथ ये तस्वीरें शेयर की.

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फ़ैक्ट-चेक

18 नवंबर को यमुना एक्सप्रेसवे के सर्विस रोड पर ट्रॉली बैग में एक युवती की लाश मिली. पुलिस का कहना है कि युवती की उम्र 20 साल के आसपास थी. पुलिस के मुताबिक, उसके चेहरे पर खून लगा था और पूरे शरीर पर चोट के निशान थे.

महिला की पहचान के लिए कई पत्रकारों ने लाश की तस्वीरें शेयर कीं. पत्रकार सचिन गुप्ता के मुताबिक, युवती के सीने पर गोली के निशान थे.

मथुरा पुलिस ने 20 नवंबर को एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने बताया कि तस्वीर में दिख रही महिला की पहचान उसके भाई और मां ने की है. पीड़ित परिवार दिल्ली के बदरपुर क्षेत्र का रहने वाला है.

गूगल सर्च करने पर हमें ऐसे कई आर्टिकल्स मिलें जिनमें कहा गया है कि महिला की पहचान उसकी मां और भाई ने 21 साल की आयुषी यादव के रूप में की थी. वो दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली थी. आर्टिकल में आगे कहा गया है कि आयुषी यादव की हत्या उसके पिता ने की थी.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिन पहले आयुषी अपने पापा नितेश यादव को बिना बताए कहीं चली गई थी. जब वो घर लौटी तो उसके पिता ने अपना आपा खो दिया और उसे गोली मार दी. फिर उसने उसके शरीर को प्लास्टिक में लपेटा और उसे एक ट्रॉली बैग में भर दिया और बैग को उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर फेंक दिया.

आज तक के एक आर्टिकल के मुताबिक, पुलिस द्वारा भेजी गई टीम को उसके पते पर सिर्फ लड़की की मां और भाई ही मिले. पुलिस ने आखिरकार पिता को ढूंढ निकाला. देर रात हुई पूछताछ में पिता ने ये स्वीकार किया कि उसने ही अपनी बेटी की हत्या की थी.

TV9, अमर उजाला और अन्य न्यूज़ मीडिया आउटलेट्स भी इस घटना को कवर किया था.

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ऑल्ट न्यूज़ ने एडिशनल SP मार्तंड प्रकाश सिंह से संपर्क किया जिन्होंने मामले में सांप्रदायिक ऐंगल होने के दावों को खारिज़ किया.

मथुरा पुलिस ने 21 नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पीड़िता के परिवार से पूछताछ करने पर पुलिस ने पाया कि पीड़िता ने अपने माता-पिता की असहमति के बावजूद किसी से शादी की थी. इससे परिवार में तनाव पैदा हो गया और परिणामस्वरूप पीड़िता के पिता ने 17 नवंबर को उसे दो बार गोली मार दी. रात भर उसकी लाश घर पर रखी और सुबह लगभग 3 बजे, लाश को एक लाल सूटकेस में पैक किया गया. मां-बाप दोनों यमुना एक्सप्रेसवे गए जहां उन्होंने सूटकेस फेंक दिया.

हत्या के पीछे के मकसद के बारे में पूछे जाने पर, मथुरा पुलिस ने बताया कि पीड़िता वयस्क थी और उसने अपने माता-पिता की असहमति के बावजूद आर्य समाज मंदिर में छत्रपाल नाम के व्यक्ति से शादी की थी. इतना ही नहीं, पीड़िता अक्सर अपने माता-पिता को बिना बताए घर से निकल जाती थी.

मथुरा पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि आयुषी यादव की जघन्य हत्या की गुत्थी सफलतापूर्वक सुलझा ली गई है.

पत्रकार ममता त्रिपाठी ने भी ट्वीट करते हुए वायरल दावे का खंडन किया.

वहीं एबीपी गंगा के प्रधान संवाददाता विवेक के. त्रिपाठी ने भी ट्वीट कर मामले से जुड़े सांप्रदायिक दावों का खंडन किया और कहा कि लड़की के पिता ने ही उसे गोली मारी थी और पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ़्तार कर लिया है. (आर्काइव)

कुल मिलाकर, 21 साल की आयुषी यादव की हत्या को सांप्रदायिक ऐंगल दिया गया. ट्विटर पर कई वेरीफ़ाइड हैंडल्स ने युवती की लाश की तस्वीरें शेयर कर कहा कि एक मुस्लिम व्यक्ति ने उसकी हत्या की थी. कई यूज़र्स ने ये भी कहा कि आयुषी ‘लव जिहाद’ की शिकार बनी. ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये बेबुनियाद हैं.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.