दिल्ली सरकार ने 4 नवंबर को सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन किया था। यमुना नदी पर बना 675 मीटर लंबा ये पुल वजीराबाद को पूर्वी दिल्ली से जोड़ता है। इस ब्रिज को दिल्ली सरकार की विशिष्ट उपलब्धि के रूप में पेश किया गया है। आम आदमी पार्टी ने 3 नवंबर को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर सिग्नेचर ब्रिज की रात में खींची हुई तीन तस्वीरें पोस्ट की थीं।
राजनीतिक विरोधियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के लिए यह पता लगाने में ज्यादा समय नहीं लगा कि पार्टी द्वारा पोस्ट की गई तीन तस्वीरों में से पहली तस्वीर 4 नवंबर को उद्घाटन होने वाली सिग्नेचर ब्रिज की नहीं थी। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि अन्य दो तस्वीरों में कोई विवाद या संशय नहीं हैं।
![](https://www.altnews.in/hindi/wp-content/uploads/2018/11/aap_bridge2.jpg)
विवादित तस्वीर को आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया कोर्डिनेटर अंकित लाल ने पोस्ट किया था।
नीदरलैंड्स के ब्रिज की तस्वीर
दिल्ली के बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल बग्गा ने जल्दी ही इस चूक को उजागर करते हुए बताया कि कथित तस्वीर नीदरलैंड के इरास्मस ब्रिज की है।
. @ArvindKejriwal साहब विकास कर लिया होता तो नीदरलैंड के इरास्मस ब्रिज की फोटो चुराने की जरूरत नही पड़ती । ये रहा उसका लिंक जहाँ से आपने तस्वीर चुराई खैर चोरी/घोटाला तो आपकी फितरत में हैhttps://t.co/edwphH9ubn pic.twitter.com/w9Z8xHSkWc
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) November 4, 2018
बग्गा ने यूट्यूब वीडियो के लिंक को भी ट्वीट किया, जिसका शीर्षक ‘रॉटरडैम में इरस्मस ब्रिज का इल्यूमिनेशन – (अनुवादित)’ था। इस वीडियो में 0:26 मिनट पर दृश्य आम आदमी पार्टी द्वारा पोस्ट किए गए पुल की तस्वीर से मेल खाता है।
youtube https://www.youtube.com/watch?v=_IzD8ktVq18
ऑल्ट न्यूज़ ने स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया कि तस्वीर वास्तव में नीदरलैंड के रॉटरडम में इरास्मस पुल की है। 16वीं शताब्दी के क्रिस्चियन विद्वान और मानवतावादी देसीडरियस इरास्मस के नाम पर बना ये पुल 139 मीटर ऊंचा और 800 मीटर लंबा है। दिल्ली में हाल ही में उद्घाटन हुए सिग्नेचर ब्रिज की तरह, यह भी एक लम्बा केबल सस्पेंशन ब्रिज है।
सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी आधारभूत उपलब्धियों के विकास को विशिष्ट नमूने के रूप में चित्रित करने की कोशिश करते हैं और इस प्रक्रिया में वे कभी-कभी जाने अनजाने में अपनी सीमाएं लाँघ जाते है। हाल ही में, छत्तीसगढ़ भाजपा ने अपने कार्यकाल में बने बेहतर राजमार्गों का प्रदर्शन करने के लिए गुजरात और विदेशों की सड़कों की तस्वीरें पोस्ट कर दी थी। दोनों पुलों की बनावट में समानता के बावजूद, आम आदमी पार्टी की इस चूक को लोगो ने पकड़ लिया।
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