भारतीय रेल मंत्रालय ने हाल ही में एक ट्वीट करते हुए बताया कि गया से वंदे भारत एक्स्प्रेस पर पथराव करनेवाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस पोस्ट को आगे बढ़ाते हुए यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि इन 2 आरोपियों के नाम शाहिद हुसैन और सलमान हैं और ये मुस्लिम समुदाय से हैं.
रिडर्स गौर करें कि भाजपा नेता व वकील प्रशांत उमराव को पहले भी फ़ेक न्यूज़ फैलाने और ट्वीट करने के आरोप में सुप्रीम कोर्ट माफ़ी मांगने के निर्देश दे चुकी है. प्रशांत उमराव ने भारतीय रेल मंत्रालय के वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अपराधी गया में गिरफ्तार करने वाले ट्वीट में रिप्लाई करते हुए दो मुस्लिम व्यक्तियों का नाम लिखा, “शाहिद हुसैन और सलमान”. इस ट्वीट को ये आर्टिकल लिखे जाने तक 7600 से ज़्यादा लोगों ने देखा और साथ ही 100 से ज़्यादा लोगों ने रिपोस्ट किया है. (आर्काइव लिंक)
शाहिद हुसैन और सलमान
— Prashant Umrao (@ippatel) November 23, 2024
अक्सर फर्जी व भ्रामक पोस्ट करने वाले भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने रेल मंत्रालय के ट्वीट वाले फ़ोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, “वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अपराधी शाहिद हुसैन और सलमान गया में गिरफ्तार.” (आर्काइव लिंक)
वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अपराधी शाहिद हुसैन और सलमान गया में गिरफ्तार! pic.twitter.com/h7Wvna2BWO
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) November 23, 2024
गलत और सांप्रदायिक नफ़रती ट्वीट करने वाले राइट विंग X-यूजर राजू वाल्मीकि ने भी ऐसी ही दावों के साथ के फ़ोटो शेयर कर ट्वीट किया.(आर्काइव लिंक)
✅वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अपराधी गया में गिरफ्तार!
✅आरोपियों के नाम कोई नहीं बताएगा। बुकमार्क कर लो
✅नाम है शाहिद हुसैन और सलमान
#ElectionResults pic.twitter.com/eZ5lfnv1Uk— राजू वाल्मीकि (@raju_botana) November 23, 2024
ऐसी ही दावों के साथ सचिन तिवारी, अरविंद मिश्रा जैसे कई राइट विंग अकाउंट्स ने पोस्ट्स शेयर किये हैं.
फैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि 22 नवंबर 2024 के भारतीय रेल मंत्रालय के वायरल ट्वीट में अपराधी का नाम कही भी नहीं लिखा है ना ही उसमें किसी समुदाय का ज़िक्र हैं.
हमनें वायरल ट्वीट के फ़ोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 17 नवंबर 2024 को प्रभात खबर डॉट कॉम की न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार, 16 नवंबर की दोपहर करीब 3 बजकर 40 मिनट पर पटना-टाटा वंदे भारत और गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थरबाज़ी करने के आरोप में आरपीएफ व रेल पुलिस की टीम ने दो युवकों मानपुर स्थित जवाहर नगर के अड्डा के पास रहनेवाले मनीष उर्फ बादल व विकास उर्फ सुपर को गिरफ़्तार किया.
यही जानकारी 18 नवंबर 2024 को प्रभात खबर के e-paper भी पब्लिश की गई रिपोर्ट में है. 23 नवंबर 2024 को इंडिया टुडे ने भी न्यूज़ रिपोर्ट पब्लिश की.
इससे स्पष्ट होता है कि गिरफ़्तार अपराधी शाहिद हुसैन और सलमान नहीं बल्कि मनीष और विकास हैं
ऑल्ट न्यूज़ ने पहले भी इस तरह के राइट विंग के ट्रेन से जुड़े झूठे सांप्रदायिक दावों का पर्दाफ़ाश किया है. (फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट – 1, फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट – 2, फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट – 3.
कुल मिलाकर, वन्दे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले अपराधी मनीष और विकास को गलत रूप से शाहिद हुसैन और सलमान बताया गया. ऐसा करकर इस घटना को झूठा सांप्रदायिक ऐंगल दिया गया.
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