ऐक्टर रूपा दत्ता ने फ़िल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप पर आरोप लगाते हुए एक फ़ेसबुक पोस्ट लिखा. उन्होंने इस पोस्ट में एक व्यक्ति से फ़ेसबुक मेसेंजर पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए. और दावा किया कि ये उनकी अनुराग कश्यप से 2014 में हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट्स हैं. उन्होंने बताया कि फ़ेसबुक पर अनुराग सफ़र नाम की आईडी अनुराग कश्यप की है. ये दावा उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से भी किया. ट्विटर बायो के मुताबिक रूपा दत्ता पश्चिम बंगाल करनी सेना की स्टेट प्रेसिडेंट हैं. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)

नमस्कार दोस्तो 🙏🙏

यह वो समय है 2014 में जब मैं अनुराग कश्यप से बाते करती थी। फेसबुक में अनुराग सफ़र से इसका आईडी है।…

Posted by Actor Rupaa Dutta on Saturday, 19 September 2020

ये दावा ऐसे वक़्त किया जा रहा है जब कुछ दिन पहले ही अनुराग कश्यप पर पायल घोष ने यौन शोषण के आरोप लगाये थे. अनुराग कश्यप ने इन आरोपों को ट्वीट्स के ज़रिये बेबुनियाद बताया और अब कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.

रूपा दत्ता के इस बातचीत को पब्लिक करने के बाद न्यूज़ नेशन ने उन्हें अपने शो में बुलाया और ये ख़बर आने लगी कि पायल घोष के बाद अब एक्ट्रेस रूपा दत्ता ने अनुराग कश्यप पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इंटरव्यू में बताया कि अनुराग कश्यप ड्रग्स भी लेते हैं. रूपा ने कहा कि वो अपने आर्टिस्ट को भी ड्रग्स सप्लाई करता है और एनसीबी को इसकी जांच करनी चाहिए.

न्यूज़ नेशन ने उन्हें रात के एक शो में भी बुलाया जिसे दीपक चौरसिया होस्ट करते हैं. यहां रूपा ने बताया कि वो कभी अनुराग कश्यप से मिली नहीं हैं. ये दावा सिर्फ़ फ़ेसबुक पर हुई बातचीत के आधार पर ही किया जा रहा है. इनख़बर ने भी इस पर रिपोर्ट पब्लिश किया है.

फ़ैक्ट-चेक

रूपा ने जो स्क्रीनशॉट्स शेयर किये हैं उसमें यूज़र का नाम ‘अनुराग सफ़र’ है. उनके दावों पर होने वाले शक का बीज यहीं से पड़ जाता है.

हमने जब ये आईडी फ़ेसबुक पर ढूंढने की कोशिश की तो बिना किसी मुश्किल के हमें ये प्रोफ़ाइल मिल गयी. (इस यूज़र का प्रोफ़ाइल पिक्चर वही है जो रूपा द्वारा शेयर किये गए स्क्रीनशॉट में दिख रही है.) इसके कुछ पोस्ट देखकर पता चलता है कि वो आयरलैंड में रहता है.

ट्विटर पर ढूंढने पर हमें इस व्यक्ति का ट्विटर हैंडल भी मिल गया. इसके हैंडल से इसके कई फ़ेसबुक पोस्ट भी क्रॉस-पोस्ट हुए हैं. इस ट्विटर हैंडल को खंगालने पर पता चला कि इसने साल 2010 में एक ट्वीट करते हुए बताया था कि वो फ़िल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप नहीं है. और गुज़ारिश की थी कि उसे डायरेक्टर समझ कर लोग परेशान न करें.

इसके अलावा फ़ेसबुक पर भी 2016 में एक पोस्ट के नीचे कमेंट करते हुए इसने साफ़ किया था कि वो डायरेक्टर अनुराग कश्यप नहीं है.

हमने देखा कि फ़ेसबुक और ट्विटर पर कई लोगों को ये ग़लतफ़हमी सालों से होती आ रही है. फ़रवरी, 2010 में एक फ़ेसबुक पेज ने अनुराग कश्यप के बजाय अनुराग सफ़र को टैग किया था. यहां एक बात बेहद ज़रूरी और गौर करने वाली है. फ़रवरी 2010 के पोस्ट को जब आप देखते हैं तो वहां टैग किया गया नाम अनुराग कश्यप दिखता है. लेकिन उसपर क्लिक करने पर अनुराग सफ़र की प्रोफ़ाइल खुलती है. ऐसा इसीलिए क्यूंकि इस यूज़र ने अपनी प्रोफ़ाइल का नाम अनुराग कश्यप रखा हुआ था. एक फ़िल्म की तारीफ़ करते हुए एक फ़ेसबुक यूज़र ने अनुराग सफ़र को टैग किया है.

This slideshow requires JavaScript.

ऐसे ही 2011 के एक ट्वीट में फिर से अनुराग कश्यप की बजाय अनुराग सफ़र को टैग किया गया है.

 

क्यूं हो रही है लोगों को ये ग़लतफ़हमी

दरअसल 2010 से पहले इस हैंडल का यूज़र नेम @anuragkashyap07 हुआ करता था. इस बात की जानकारी हम बैक डेट में यूज़र नेम को ढूंढने पर पता कर पाए. जिसे नीचे के स्क्रीनशॉट से समझा जा सकता है.

बाद में इस हैंडल ने अपना नाम बदल दिया. साथ ही इसने 2010 में ही एक ट्वीट में ये साफ़ किया कि वो डायरेक्टर अनुराग कश्यप नहीं है.

हमने अनुराग कश्यप से बात की. ऑल्ट न्यूज़ के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि रूपा दत्ता का दावा पूरी तरह से ग़लत है और फ़ेसबुक पर उनकी आईडी वेरिफ़ाईड यानी ब्लू टिक वाली है.

कुल मिलाकर अनुराग कश्यप पर ये आरोप एक ऐसे हैंडल की वजह से लगे हैं जिसका सरनेम कभी ‘कश्यप’ हुआ करता था. बाद में इसे बदल दिया गया था और यूज़र ने बार-बार सफ़ाई भी दी थी कि वो फ़िल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप नहीं है. लेकिन इन सभी तथ्यों को नज़रंदाज़ करते हुए अनुराग कश्यप पर आरोप लगाए गए और न्यूज़ नेशन ने एक शो में भी इसे जगह दी. वहीं शेफाली वैद्या ने रूपा दत्ता के ट्वीट को कोट ट्वीट करते हुए लिखा, अनुराग कश्यप वो इंसान है जो लगातार लोगों को अपना शिकार बनाता है. उन्होंने इस ट्वीट में ‘#गोदी_भेड़िया’ का इस्तेमाल किया.

 

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged: