7 मई को मीडिया में खबर आई कि 24 साल के मोहम्मद शकील को नाबालिग दलित लड़की से बलात्कार के आरोप में चादरघाट पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कुछ समाचार संस्थानों ने दावा किया कि आरोपी AIMIM का स्थानीय नेता है. खबर के मुताबिक हैदराबाद के चादरघाट में आरोपी ने 16 साल की नाबालिग लड़की को बहला-फुसला कर उसके साथ बलात्कार किया. पुलिस ने आरोपी पर इंडियन पीनल कोड की धारा 448, 376, 508 और POSCO ऐक्ट की धारा 3 और 4, अनुसूचित जाती-जनजाति बचाव एक्ट की धारा 3(2)(V) के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
‘द न्यूज़ मिनट‘ की खबर के मुताबिक, “इस मामले में तेलंगाना में राजनैतिक रुख पकड़ लिया जब बलात्कार आरोपी पर मलकपेट से AIMIM विधायक अहमद बिन अब्दुल्लाह बलाला का सहयोगी होने के आरोप लगे और उनके साथ आरोपी की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल होने लगीं. हालांकि विधायक ने आरोपी के साथ किसी भी तरह का सम्बंध होने से इनकार किया और भरोसा दिलाया कि पुलिस उसके खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेगी.”
फ़ेक पोस्टर
8 मई को अहमद बलाला ने सुमैया खान के ट्वीट को रीट्वीट किया. इस ट्वीट में दो तस्वीरें लगी हैं जिनमें मोहम्मद शकील का पार्टी से न जुड़े होने का दावा किया गया है. हैरानी की बात ये है कि एक तस्वीर में ऑल्ट न्यूज़ के लोगो का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है. इस ग्राफ़िक में झूठा दावा किया गया है कि ऑल्ट न्यूज़ ने अपने फ़ैक्ट चेक में पाया कि शकील का AIMIM से कोई रिश्ता नहीं है.
ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसा कोई फ़ैक्ट चेक नहीं किया जिसमें शकील के AIMIM से किसी रिश्ते की पड़ताल की गयी हो. पोस्टर में ऑल्ट न्यूज़ के लोगो का गलत इस्तेमाल किया गया. कई मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट किया है कि शकील की तस्वीरें AIMIM नेताओं के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिनमें से एक विधायक अहमद बलाला भी हैं. हालांकि विधायक ने आरोपी के साथ कोई भी सम्बंध होने से इनकार किया है.
#Our work is our identity#
Minor (15years) girl raped by #MIM leader Shakeel at Chaderghat police station limits Hydreabad
#JusticesForMahalaxmi#
Posted by Khaja Bilal Ahmed on Wednesday, 6 May 2020
पार्टी के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शकील पार्टी का ऐक्टिव कार्यकर्ता है. ऑल्ट न्यूज़ शकील के AIMIM से जुड़े होने का दावा स्वतन्त्र रूप से नहीं करता है लेकिन ये सच है कि उसकी पार्टी के कई नेताओं के साथ तस्वीरें हैं.
ऑल्ट न्यूज़ के लोगो का गलत इस्तेमाल करके झूठा ग्राफ़िक तैयार किया गया ताकि शकील के AIMIM से न जुड़े होने के दावे पर विश्वास दिलाया जा सके.
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