Coveragetimes.com एक नई ‘समाचार वेबसाइट‘ है जो केवल कुछ महीनों पहले शुरू हुई और भारत की शीर्ष 15,000 वेबसाइटों में यह पहले ही अपनी जगह बना चुकी है। हालांकि इसकी पहुंच के लिहाज से देखें तो यह वेबसाइट इसी तरह की दूसरी वेबसाइटों Hindutva.info, DainikBharat.org, PostCard.News,InsistPost.com वगैरह जितनी लोकप्रिय नहीं हैं जिनके बारे में ऑल्ट न्यूज पहले पड़ताल कर चुका है। लेकिन इस वेबसाइट से फैलाई जा रही झूठी खबरें इतनी जहरीली हैं/इतना खतरनाक असर छोड़ने वाली खबरे हैं कि हमने इसकी छानबीन करने का फैसला लिया।
सबसे पहले, आइए कुछ झूठी खबरों पर नजर डालते हैं जो इस वेबसाइट द्वारा फैलाई गईं।
1. दिवाली से ठीक पहले, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों की बिक्री पर बैन लगा दिया और इस मामले में निर्णय जस्टिस अर्जन कुमार सिकरी ने दिया था। इस शीर्षक की स्टोरी “जिसने पटाखो पर बैन लगाया है वो जज देख लो और समझ जाओ” में दावा किया गया कि सोनिया गांधी के मुंह पर गुलाल लगाने वाले व्यक्ति जस्टिस सीकरी हैं।
असल में, ऊपर फोटो में यह व्यक्ति कांग्रेसी नेता केपी सिंह देव हैं। इंटरनेट पर जस्टिस सीकरी की कई तस्वीरें उपलब्ध हैं और यह सुनिश्चित करना बहुत आसान है कि ऊपर फोटो में दिख रहा व्यक्ति जस्टिस सीकरी नहीं है।
ऐसा लेख केवल दुर्भावना से किए गए काम का ही परिणाम हो सकता है, ऐसी दुर्भावना जिसमें सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
2. यह लेख “हैरान कर देगा ये वीडियो, इंदिरा गाँधी के दो नहीं बल्कि तीन बेटे थे जिनमे से एक के बारे में पूरी दुनिया से छुपायी ये सच्चाई” में बहुत दृढ़ता के साथ यह दावा किया गया कि अमिताभ बच्चन इंदिरा गांधी के तीसरे पुत्र हैं। क्या इसके लिए तथ्यों की जांच करने की जरूरत है?
3. इस कहानी “14 साल की रोहिंग्या लड़की जिसके पति के 18 बच्चे, क्या आप ऐसे शरणार्थी को भारत में बसाना चाहते हो?” में एक बच्चा लिये हुए एक युवा लड़की की फोटो दिखाई गई और दावा किया गया कि उसके 18 बच्चे हैं। इस स्टोरी में यह पूछा गया है कि क्या आप भारत में इस तरह के शरणार्थी देखना चाहेंगे।
यह असल में बीबीसी वीडियो का एक फ्रेम है। बीबीसी वीडियो में इस लड़की के बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है और यह वीडियो का केवल एक शॉट है। इस लड़की के बारे में कहानी सबसे पहले रविंद्र सांगवान नामक ट्विटर अकाउंट द्वारा गढ़ी गई। CoverageTimes ने इसे एक लेख की शक्ल दे दी। बीबीसी वीडियो को नीचे देखा जा सकता है।
4. इस स्टोरी “जिहादियों ने स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति का सर काटा, आखिर क्यों छुपा रही है मीडिया अपराधी का नाम?” में दावा किया गया कि भदोही, उत्तर प्रदेश में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का सर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अलग कर दिया था।
ऑल्ट न्यूज़ ने पर्दाफाश किया था कि किस तरह यह खबर पूरी तरह से झूठी हैं और भदोही पुलिस ने इस मामले में आरोपी प्रेमचंद गौतम, पुत्र श्री नीरज गौतम का नाम जारी किया है।
हम इस वेबसाइट से कई उदारहण पेश कर सकते हैं लेकिन इतना कहना पर्याप्त है कि यह एक बीमार और नकली (फेक) वेबसाइट है।
यह वेबसाइट कौन चलाता है? यह जानने के लिए, हमने पहले उन लोगों को देखा जो लगातार इस वेबसाइट का प्रचार करते हैं। हमारे सामने एक फेसबुक प्रोफाइल डिम्पल पटेल आया जिसके द्वारा फेसबुक समूहों (ग्रुप्स) में इस वेबसाइट के लिंक लगातार शेयर किए जाते हैं।
जब हमने डिम्पल पटेल के फेसबुक प्रोफाइल को देखा तो हमने पाया कि इस शख्स ने एक फोटो के साथ एक व्हाट्सऐप नंबर शेयर करते हुए लोगों से कहा है कि अगर वे डिम्पल पटेल के साथ मित्रता करना चाहते हैं तो इस नंबर पर मैसेज भेजें।
हमने ऊपर फोटो में दिए गए व्हाट्सऐप नंबर 9109866256 के बारे में खोजबीन की और पाया कि राजू सीकरवर नामक एक व्यक्ति ने इस नंबर को अपने नंबर के तौर पर (लाल घेरे में)शेयर किया था जब उसने खराब सर्विस के लिए एयरटेल को शिकायत भेजी थी।
राजू सीकरवर द्वारा शेयर किए गए एक और नंबर (7807173690) के बारे में खोजबीन करने पर पता चला कि Coveragetimes.com द्वारा इसके फेसबुक पेज पर सोशल मीडिया मार्केटिंग का काम करने के इच्छुक लोगों के लिए एक विज्ञापन दिया गया था। इस विज्ञापन में इनके अपने नंबर के तौर पर यही नंबर (7807173690) दिया गया था।
हमें राजू सीकरवार का फेसबुक प्रोफाइल मिला और उसने भी कई फेसबुक ग्रुप्स में CoverageTimes की पोस्ट को कई बार शेयर किया है। अब तक यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि राजू सिंह सीकरवर ही डिम्पल पटेल है।
हमने सोशल मीडिया मार्केटिंग वाली पोस्ट में दिए गए दूसरे नंबर (992671109) को ट्रूकॉलर पर देखा और हमने पाया कि इस नंबर के साथ किसी रामेंद्र चौहान का सत्यापित प्रोफाइल जुड़ा हुआ है। वर्ष 2013 में, यही नंबर एक ऐसे इवेंट में प्रमुख संपर्क व्यक्ति के तौर पर रामेंद्र सिंह के लिए दिया गया था जिसे जोधा अकबर सीरियल का विरोध करने के लिए बनया गया था। यह इवेंट स्वयं रामेंद्र सिंह ने तैयार किया था और उसके फेसबुक प्रोफाइल में इवेंट पेज पर यह इवेंट भी मौजूद है। रामेंद्र सिंह का लिंक्डइन प्रोफाइल बताता है कि वह CoverageTimes के ‘सीनियर एडिटर’ है।
तो हमारे पास अब कम से कम 2 ऐसे लोग हैं जिनका ताल्लुक Coveragetimes.com से है। हालांकि Coveragetimes.com के सबसे बड़े प्रमोटर आकाश सोनी नामक एक सज्जन हैं। उनके दो फेसबुक प्रोफाइल (1 & 2) हैं और एक फेसबुक पेज AkashSoniBJP भी है।
उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर अपनी वेबसाइट के तौर पर भी Coveragetimes.com का ही नाम दिया है।
आकाश सोनी का नाम एक बार पहले भी ऑल्ट न्यूज़ की स्टोरी में आ चुका है जब उनका नाम उस व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन के रूप में सामने आया था जो एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार को परेशान कर रहे थे। उनकी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ फोटो मौजूद हैं।
हमने दिखाया कि किस तरह आकाश सोनी, राजू सीकरवार, रामेंद्र सिंह ये सभी लोग उस टीम का हिस्सा हैं जो फेक न्यूज़ वेबसाइट CoverageTimes चला रहे हैं और इसे प्रचारित कर रहे हैं। क्या सरकार को इस बात की थोड़ी-सी भी चिंता है कि बीजेपी के नज़दीकी लोग बड़े पैमाने पर फेक न्यूज फैलाने के काम में शामिल हैं? ऐसी झूठी खबरें जिनका मुख्य उद्देश्य विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करना, लोगों की चरित्र-हत्या करना है? क्या ऐसी फेक न्यूज साइटों से हासिल होने वाला राजनीतिक फायदा ही सरकार को ऐसी वेबसाइटों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से रोक रहा है?
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