10 जनवरी को इंडिया टुडे ने एक स्टिंग ऑपरेशन का प्रसारण किया, जिसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में फ्रेंच डिग्री प्रोग्राम के प्रथम वर्ष के छात्र अक्षत अवस्थी ने 5 जनवरी के हमले में अपनी संलिप्तता को कबूल किया था। अवस्थी ने खुद को ABVP कार्यकर्ता बताया। इंडिया टुडे की जांच में तीन नाम सामने आए – अक्षत अवस्थी (ABVP कार्यकर्ता), रोहित शाह, और गीता कुमारी (JNU की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और AISA कार्यकर्ता) – जिन्होंने हिंसा में शामिल होने की बात स्वीकार की है। 11 जनवरी को प्रसारित इस जांच के दूसरे भाग से ABVP कार्यकर्ता कोमल शर्मा की कथित संलिप्तता का विवरण मिला।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की राष्ट्रीय महासचिव निधि त्रिपाठी ने अक्षत अवस्थी से अपने छात्र संगठन की दूरी बताते हुए एक बयान जारी किया और दावा किया कि वह उस संगठन कि सदस्य नहीं हैं। उनके बयान में कहा गया- “अक्षत अवस्थी ABVP के न तो पदाधिकारी हैं, न कार्यकर्ता, जैसा कि IndiaToday द्वारा दावा किया गया है”। (अनुवाद)

ABVP के इनकार के जवाब में, एंकर राहुल कंवल ने ट्विटर पर 12 नवंबर, 2019 को “ABVP की रैली” में शामिल अवस्थी की तस्वीरें पोस्ट कीं थी।

दक्षिणपंथी वेबसाइट ओपइंडिया ने इंडिया टुडे की जांच और अवस्थी की ABVP से संबद्धता पर सवाल उठाते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की। लेख में दावा किया गया कि राहुल कंवल द्वारा साझा की गई तस्वीर छात्रावास शुल्क वृद्धि के खिलाफ JNU छात्रसंघ द्वारा आयोजित की गई रैली से संबंधित है। उल्लेखनीय है कि ABVP, JNU छात्रसंघ का हिस्सा नहीं है।

ओपइंडिया ने इस तस्वीर के 11 नवंबर, 2019 को मनोरमा में प्रकाशित होने का पता लगाया। लेख में बताया गया, “मनोरमा द्वारा इस्तेमाल की गई तस्वीर में कहा गया है कि यह तस्वीर 11 नवंबर 2019 की है, जब पुलिस ने JNU के छात्रों को रोका था, जो छात्रावास शुल्क वृद्धि के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। यह तस्वीर PTI के कमल सिंह द्वारा ली गई थी।” यह लेख दक्षिणपंथी झुकाव वाली वेबसाइट स्वराज्य द्वारा भी प्रकाशित किया गया।

तथ्य-जांच

इस रिपोर्ट में ऑल्ट न्यूज़ दो अलग-अलग दावों की जांच करेगा- पहला, ओपइंडिया के इस दावे की कि अक्षत अवस्थी की मौजूदगी JNU छात्रसंघ की रैली में थी, जो ABVP से नहीं, वामपंथियों से जुड़ा है, और दूसरा, ABVP का यह दावा कि अवस्थी इस छात्र संगठन से नहीं जुड़े हैं।

अक्षत अवस्थी की तस्वीर

ट्विटर पर एक कीवर्ड सर्च से हमने पाया कि अवस्थी की वह तस्वीर, जिसमें वह तिरंगा उठाए हैं, उसे ABVPJNU अकाउंट से ट्वीट किया गया था। ABVP के अनुसार, वह तस्वीर विश्वविद्यालय में प्रस्तावित शुल्क वृद्धि के खिलाफ आयोजित एक विरोध प्रदर्शन का हिस्सा है। इसके विवरण में लिखा है- “ABVP-JNU इस भारी शुल्क वृद्धि को पहले दिन से ही खारिज करता है”

ABVP पहले JNU छात्रसंघ के विरोध प्रदर्शन का हिस्सा था, लेकिन 19 नवंबर 2019 को इसने समर्थन वापस ले लिया। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, वाम दलों द्वारा इस मुद्दे पर एक समिति गठित करने के मानव संसाधन मंत्रालय के फैसले को स्वीकार करने के बाद ABVP ने समर्थन वापस लिया। तब से, वामपंथी दलों के तहत चल रहे JNU छात्रसंघ के विरोध प्रदर्शनों से अलग, RSS का यह संगठन अपना स्वतंत्र विरोध प्रदर्शन चला रहा है।

ओपइंडिया ने शुल्क वृद्धि के विरोध में JNU छात्रसंघ द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में अवस्थी की उपस्थिति के कारण उन्हें JNU छात्रसंघ का कार्यकर्ता घोषित किया। लेकिनओपइंडिया ने यह भी साबित किया कि वह तस्वीर 11 नवंबर को ली गई थी। यह तब हुआ था, जब ABVP JNU छात्रसंघ के विरोध प्रदर्शनों का समर्थन कर रही थी। इस प्रकार, JNU छात्रसंघ द्वारा आयोजित रैली में अवस्थी की मौजूदगी, उन्हें ABVP का हिस्सा नहीं बताने का इस वेबसाइट का दावा खुद-ब-खुद गलत साबित होता है।

ABVP से अक्षत अवस्थी का जुड़ाव

ऑल्ट न्यूज़ ने ABVP के सदस्यों के साथ अवस्थी की कई तस्वीरों और वीडियो का स्वतंत्र रूप से पता लगाया। नीचे पोस्ट की गई तस्वीर में, वह उन लोगों के साथ हैं, जो ABVP के भगवे रंग के स्कार्फ पहने हुए हैं।

उपरोक्त तस्वीर 21 नवंबर 2019 को शिवम चौरसिया ने पोस्ट की थी। इसके साथ साझा किये गए सन्देश में लिखा है, “हमें संसद मार्ग पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है। #ABVPMarchOn #RollBackFeeHike”। गौरतलब है कि 21 नवंबर 2019 को फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन करते ABVP सदस्यों को संसद मार्ग थाने के पास पुलिस ने रोक दिया था। यह तस्वीर पुलिस थाने के अंदर ली गई थी।

अपने फेसबुक प्रोफाइल में साझा किए पोस्टर में, चौरसिया ने खुद को काउंसिलर पद के लिए ABVP उम्मीदवार घोषित किया।

ABVP के कार्यालय सचिव नवनीत कुमार ने हिरासत में लिए जाने का एक वीडियो भी साझा किया था, जिसमें अवस्थी को 52वे सेकंड में देखा जा सकता है।

इसके अलावा, उसी दिन ABVP सचिव मनीष जांगिड़ द्वारा पोस्ट किए गए एक अन्य वीडियो में भी अवस्थी को देखा जा सकता है।

नीचे वह हिस्सा शामिल किया गया है, जिसमें “ABVP ज़िंदाबाद” और “कन्हैया कुमार मुर्दाबाद” के नारों के बीच अवस्थी को देखा जा सकता है।

ABVP के सदस्यों (आयुष कसाना, निशुल ख्रुब) द्वारा पोस्ट की गई कई तस्वीरों में, भगवा रंग के स्कार्फ पहने समूह के साथ अवस्थी को चलते हुए देखा जा सकता हैं।

नीचे दी गई तस्वीर में ABVP के सचिव मनीष जांगिड़ [2] और एबीवीपी के सदस्य भरत शर्मा [3] के साथ अवस्थी [1] भी दिखते हैं।

नीचे दिया गया वीडियो उसी स्थान पर लिया गया था, जहां की तस्वीर है। इसमें ABVP का बैनर पकड़े और “कौन लड़ा है ABVP, कौन लड़ेगा ABVP” के नारे लगाते लोगों के में अवस्थी को खड़े हुए देखा जा सकता है।

हालांकि, ABVP और JNU के छात्र अक्षत अवस्थी ने परस्पर जुड़ाव से इनकार किया है, लेकिन ABVP के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों समेत, ABVP के प्रमुख सदस्यों व पदाधिकारियों के साथ, इस छात्र संगठन के समर्थन में नारे लगाते अवस्थी की कई तस्वीरें और वीडियो ऑल्ट न्यूज़ को अपनी जांच में मिले हैं।

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