ट्रिगर चेतावनी: आर्टिकल में लड़के की लाश की तस्वीर शामिल है.

कई सोशल मीडिया यूज़र्स एक लड़के की लाश की तस्वीर इस दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि ये एक हिंदू लड़का था और इसलिए इसकी हत्या कर दी गई. साथ में ये भी कहा जा रहा कि ये घटना के बांग्लादेश की है जहां की बहुसंख्यक आबादी मुस्लिम समुदाय की है.

पत्रकार अंबुज भारद्वाज ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए दावा किया कि एक हिंदू स्कूल जाने वाले लड़के नीरब मंडल की हत्या ‘मोहम्मद सोहेल और उसके दोस्तों’ ने की थी. (आर्काइव)

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा प्रकाशित एक साप्ताहिक राष्ट्रीय पत्रिका पाञ्चजन्य के ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल ने इसी दावे के साथ ये तस्वीर ट्वीट की. इनके ट्वीट के मुताबिक, बांग्लादेश में नीरब मंडल नाम के लड़के की हत्या मोहम्मद सोहेल और उसके दोस्तों ने की थी. (आर्काइव)

सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सिंह ने भी इसी दावे के साथ ये तस्वीर ट्वीट की. (आर्काइव)

इस तस्वीर को फ़ेसबुक पर भी कई बार शेयर किया गया है.

फ़ैक्ट-चेक

इस मामले की जानकारी इकट्ठा करने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने बांग्ला में की-वर्ड्स सर्च किया. और हमें इस घटना पर रिपोर्ट करने वाले बांग्लादेशी न्यूज़ आउटलेट्स के कई आर्टिकल मिलें. ढाका टाइम्स की 3 फ़रवरी, 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, पांच नाबालिगों पर 12 साल के नीरब मंडल की हत्या का आरोप लगाया गया था. आरोपी और पीड़ित एक ही स्कूल में पढ़ते थे. नीरब मंडल की लाश खुलना ज़िले के गुटुड़िया उपज़िला स्थित एक स्कूल से बरामद की गई थी.

रिपोर्ट के मुताबिक, जब 2 फ़रवरी को नीरब समय पर स्कूल से घर नहीं लौटा तो नीरब के परिवार वाले उसकी तलाश में गए थे. शाम साढ़े चार बजे के करीब नीरब के पिता के मोबाइल पर फ़ोन आया और 30 लाख टका (बांग्लादेशी करेंसी) की फिरौती मांगी गई. इस घटना की जानकारी नीरब के पिता ने पुलिस को दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया. इसके बाद नीरब की लाश रात करीब एक बजे गुटुदिया के माध्यमिक विद्यालय के क्लास में मिली.

रिपोर्ट में आरोपियों के नाम भी बताए गए हैं. इस घटना में पांच आरोपियों में से चार हिंदू समुदाय से हैं जबकि एक मुस्लिम समुदाय से है. ऑल्ट न्यूज़ आर्टिकल में इनके नाम जारी नहीं कर रहा है क्योंकि ये सभी आरोपी नाबालिग हैं.

डुमुरिया पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी (OC) ने बांग्लादेशी दैनिक द डेली इंकलाब को आरोपियों के नाम बताए. पुलिस के मुताबिक, गुरुवार (2 फ़रवरी) को नीरब को उसके स्कूल के पीछे एक सुनसान इमारत में ले जाया गया. आरोपी ने मौके पर पहुंचते ही उसका पैर पकड़ लिया और मुंह बंद करने की कोशिश की. आरोपियों के मुताबिक, नीरब के बेहोश हो जाने के बाद उनकी योजना नीरब के पिता से पैसे लेने की ही थी. लेकिन, उन्होंने उसे मार डाला.

इस जानकारी की पुष्टि Rtv News Bangladesh ने भी की है. उनकी रिपोर्ट के मुताबिक, दो अभियुक्तों ने न्यायाधीश रौनक जहां के समक्ष एक इकबालिया बयान दिया. आरोपियों ने बताया है कि अपराध की योजना भारतीय क्राइम सीरीज क्राइम पेट्रोल से प्रेरित थी. आरोपियों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया यूज़र्स ने नीरब मंडल की हत्या को झूठा सांप्रदायिक ऐंगल दिया. मंडल की हत्या पांच नाबालिग स्कूली छात्रों ने की थी जिनमें से चार हिंदू हैं. जबकि एक मुस्लिम समुदाय से है. हत्या भारतीय टीवी सीरीज़ क्राइम पेट्रोल से प्रेरित थी.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.