लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में जबकि 15 दिनों से कम का समय बचा है, राजनीतिक चुनाव प्रचार पूरे जोरों पर है। 26 मार्च को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ नरम होने के लिए पूर्ववर्ती संप्रग शासन की चुटकी ली। उन्होंने कहा, “मित्रों, आप मुझे बताओ, देश चुनाव में जा रहा है। आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब मोदी जी के अलावा कोई दे सकता है क्या? ज़ोर से बोलो कोई दे सकता है क्या? पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मोदी जी के अलावा कोई दे सकता है क्या? देश को एक ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए, जिसके शपथ लेते ही दुश्मनों के दिल मे डर की लकलकी बैठ जाए। 30 साल तक …30 साल तक आप बिरयानी खिलाते रहे और मुझे कहने मे कोई संकोच नहीं है आतंकवादियों को बिरयानी खिलाने का समय अब समाप्त हो गए हैं।

26/11 के सरकारी वकील उज्ज्वल निकम की मनगढ़ंत कहानी

आतंकवादियों को बिरयानी खिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए, भाजपा अध्यक्ष, 26/11 के मुकदमे के सरकारी वकील उज्ज्वल निकम द्वारा प्रचारित एक मनगढ़ंत कहानी का जिक्र कर रहे थे। मुकदमे के दौरान, निकम, जिन्होंने राज्य की ओर से बहस की थी, ने अजमल कसाब को जेल में बिरयानी खिलाए जाने के बारे में एक कहानी बनाई थी, ताकि कसाब के पक्ष में बनाई जा रही भावनात्मक लहर को काट सकें। 2015 में मीडिया से बात करते हुए निकम ने कहा था, “कसाब ने न तो बिरयानी मांगी थी और न ही यह सरकार द्वारा परोसा गया था। मैंने तो बस एक भावनात्मक माहौल तोड़ने के लिए, जो मुकदमे के दौरान कसाब के पक्ष में बन रहा था, यह गढ़ा था – (अनुवाद)।”

2012 की एक रिपोर्ट के अनुसार, निकम ने पहले कहा था, “रक्षा बंधन पर, उसने अपने वकील से पूछा था कि क्या कोई लड़की उसकी कलाई पर राखी बांधने आएगी, जबकि एक अन्य अवसर पर उसने जेल में उसे मटन बिरयानी दिए जाने के लिए नखरा किया था – (अनुवाद)।”

उज्ज्वल निकम द्वारा स्वयं स्वीकार किए जाने के बावजूद कि बिरयानी की कहानी गढ़ी गई थी, कई मौकों पर भाजपा नेताओं ने यही दावा दोहराया है। नवंबर 2018 में, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी राजनीतिक प्रचार की इसी गलत दावे का इस्तेमाल किया था।

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Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.