भाजपा सांसद और अभिनेता परेश रावल ने एक कथित अख़बार की क्लिपिंग को रिट्वीट किया (आर्काइव्ड), जिसके अनुसार बोस्टन हवाई अड्डे पर एक भारतीय राजनेता को ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ’30 सितंबर, 2001′ की कथित क्लिप का दावा था कि ये राजनेता एक पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र थे। इस रिपोर्ट को लिखने के समय, रावल के ट्वीट को 6,000 से अधिक बार लाइक और 2,300 से अधिक बार रिट्वीट किया गया है।
Well I know and all should know ! https://t.co/Q1intlelge
— Chowkidar Paresh Rawal (@SirPareshRawal) April 18, 2019
पहले से खारिज, फर्ज़ी अखबार की क्लिप
रावल द्वारा शेयर की गई अखबार की क्लिपिंग फ़र्ज़ी है और 17 अप्रैल को ऑल्ट न्यूज़ द्वारा तब खारिज की गई थी, जब RBI के निदेशक एस गुरुमूर्ति ने इसे ट्वीट किया था। यह क्लिपिंग एक वेबसाइट fodey.com पर बनाई गई थी, जो कहानी लिखने, शीर्षक देने, अखबार का नाम देने और तारीख बदलने का विकल्प देती है।
नीचे दिए गए वीडियो में दिखलाया गया है कि इस वेबसाइट पर कैसे अखबार की क्लिपिंग बनाई जा सकती है।
इस तरह की गलत सूचनाओं का प्रसार जो कई बार गलत साबित हो चुका है, का मकसद सार्वजनिक राय को गलत तरीके से आकार देना है। सोशल मीडिया यूज़र्स को उन अकाउंट्स से सावधान रहना चाहिए जो अक्सर भ्रामक पोस्ट शेयर करते हैं। भाजपा सांसद परेश रावल को पहले भी कई बार — जम्मू-कश्मीर में आतंक का मुकाबला करने में मोदी सरकार को बेहतर दिखाने के लिए झूठे आंकड़े, ईंधन मूल्य वृद्धि पर राहुल गांधी का फोटोशॉप्ड ट्वीट — जैसी गलत सूचनाएं प्रसारित करते हुए पाया गया है।
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