पुलिस द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ करने का वीडियो सोशल मीडिया में इस दावे से साझा किया जा रहा है कि यह घटना उत्तरप्रदेश की है। ट्विटर उपयोगकर्ता फहाद ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, “मोहसिन अंसारी की हड्डी और फ्रैक्चर क्लिनिक के नीचे खड़ी गाड़ियों को फ्रैक्चर करते हुए @Uppolice के जाबाज़ सिपाही।” इसे अबतक 900 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया जा चूका है।

ऑल्ट न्यूज़ की अधिकृत मोबाइल एप्प पर इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं।

25 दिसंबर को, उत्तरप्रदेश तथ्य जांच हैंडल इस वीडियो को मध्य्प्रदेश के जबलपुर का बताया गया है।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने 27 दिसंबर को जबलपुर के एसपी अमित सिंह का हवाला देते हुए बताया है, “हमने इस वीडियो की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है। अगर कोई जानकारी मिलती है, तो इन लोगों द्वारा नुकसान का भुगतान किया जायेगा।” (अनुवाद)

तथ्य-जांच

ऑल्ट न्यूज़ ने हरेक फ्रेम की बारी बारी से जांच की और हमने वीडियो में एक साइनबोर्ड, “MS Haddi and Fracture Clinic” दिखा। यह क्लिनिक मध्यप्रदेश में जबलपुर के गोरखपुर इलाके में स्थित है और इसे गूगल मैप पर MS Ortho clinic से पहचाना जाता है। साइनबोर्ड पर मौजूद जानकारियां गूगल पर उपलब्ध जानकारियों से मेल खाती है।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 दिसंबर को जबलपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। रिपोर्ट में बताया गया है, “तेरह पुलिसकर्मी घायल हुए थे और गोहलपुर, हनुमंतल, कोतवाली और अधारताल पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फूय लगाया गया था।”

यूट्यूब पर सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर, पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ दर्शाने वाले कुछ वीडियो मिले। हमें गोरखपुर इलाके में MS ऑर्थो क्लिनिक के पास पुलिस द्वारा की गई तोड़फोड़ का एक अन्य लम्बा वीडियो मिला। इसे 20 दिसंबर को अपलोड किया गया था। फहाद द्वारा साझा किये गए वीडियो में दिख रही इमारतें और यूट्यूब पर मौजूद वीडियो में रही संरचनाएं एक दूसरे से मेल खाती है।

उपरोक्त वीडियो के एक हिस्से को AIMIM न्यूज़ टुडे ने अपने यूट्यूब चैनल पर 20 दिसंबर को अपलोड किया था। सम्बंधित हिस्से को वीडियो में 3:12 मिनट से 5:26 मिनट तक देखा जा सकता है।

इसके अलावा, वीडियो में ‘आदर्श’ नर्सिंग होम को देखा जा सकता है। नीचे, वीडियो में 2:25 मिनट पर लिए स्क्रीनशॉट और गूगल मैप अपर उपलब्ध ‘आदर्श’ नर्सिंग होम की तस्वीर के बीच की समानताओं को देखा जा सकता है।

गुलग मैप के मुताबिक, MS ऑर्थो क्लनिक और आदर्श नर्सिंग होम के बीच की दुरी 170 मीटर है।

निष्कर्षत: मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस की बर्बरता का वीडियो, उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ करने के दावे से साझा किया गया।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.