पुलिस द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ करने का वीडियो सोशल मीडिया में इस दावे से साझा किया जा रहा है कि यह घटना उत्तरप्रदेश की है। ट्विटर उपयोगकर्ता फहाद ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, “मोहसिन अंसारी की हड्डी और फ्रैक्चर क्लिनिक के नीचे खड़ी गाड़ियों को फ्रैक्चर करते हुए @Uppolice के जाबाज़ सिपाही।” इसे अबतक 900 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया जा चूका है।
Mohsin Ansari ki Haddi & Fracture Clinic ke neeche khadi gaadiyon ko fracture karte hue @Uppolice ke janbaaz sipahi.
Kya aapko in pe naaz nahin hai @AmitShah Sahab. ?
We Indians are so proud of them. Shabaash UP Police pic.twitter.com/82mZH3QpqP
— Fahad (@rjfahad) December 25, 2019
ऑल्ट न्यूज़ की अधिकृत मोबाइल एप्प पर इस वीडियो की पड़ताल करने के लिए कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं।
25 दिसंबर को, उत्तरप्रदेश तथ्य जांच हैंडल इस वीडियो को मध्य्प्रदेश के जबलपुर का बताया गया है।
वीडियो में दिखाई जा रही घटना @UPPolice से संबंधित नहीं है, यह जबलपुर मध्य प्रदेश का वीडियो है।#UPPAgainstFakeNews pic.twitter.com/7GBEYkTw2W
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) December 25, 2019
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने 27 दिसंबर को जबलपुर के एसपी अमित सिंह का हवाला देते हुए बताया है, “हमने इस वीडियो की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है। अगर कोई जानकारी मिलती है, तो इन लोगों द्वारा नुकसान का भुगतान किया जायेगा।” (अनुवाद)
तथ्य-जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने हरेक फ्रेम की बारी बारी से जांच की और हमने वीडियो में एक साइनबोर्ड, “MS Haddi and Fracture Clinic” दिखा। यह क्लिनिक मध्यप्रदेश में जबलपुर के गोरखपुर इलाके में स्थित है और इसे गूगल मैप पर MS Ortho clinic से पहचाना जाता है। साइनबोर्ड पर मौजूद जानकारियां गूगल पर उपलब्ध जानकारियों से मेल खाती है।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 दिसंबर को जबलपुर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। रिपोर्ट में बताया गया है, “तेरह पुलिसकर्मी घायल हुए थे और गोहलपुर, हनुमंतल, कोतवाली और अधारताल पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फूय लगाया गया था।”
यूट्यूब पर सम्बंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर, पुलिसकर्मियों द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ दर्शाने वाले कुछ वीडियो मिले। हमें गोरखपुर इलाके में MS ऑर्थो क्लिनिक के पास पुलिस द्वारा की गई तोड़फोड़ का एक अन्य लम्बा वीडियो मिला। इसे 20 दिसंबर को अपलोड किया गया था। फहाद द्वारा साझा किये गए वीडियो में दिख रही इमारतें और यूट्यूब पर मौजूद वीडियो में रही संरचनाएं एक दूसरे से मेल खाती है।
उपरोक्त वीडियो के एक हिस्से को AIMIM न्यूज़ टुडे ने अपने यूट्यूब चैनल पर 20 दिसंबर को अपलोड किया था। सम्बंधित हिस्से को वीडियो में 3:12 मिनट से 5:26 मिनट तक देखा जा सकता है।
इसके अलावा, वीडियो में ‘आदर्श’ नर्सिंग होम को देखा जा सकता है। नीचे, वीडियो में 2:25 मिनट पर लिए स्क्रीनशॉट और गूगल मैप अपर उपलब्ध ‘आदर्श’ नर्सिंग होम की तस्वीर के बीच की समानताओं को देखा जा सकता है।
गुलग मैप के मुताबिक, MS ऑर्थो क्लनिक और आदर्श नर्सिंग होम के बीच की दुरी 170 मीटर है।
निष्कर्षत: मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस की बर्बरता का वीडियो, उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा वाहनों की तोड़फोड़ करने के दावे से साझा किया गया।
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