सोशल मीडिया में महाराष्ट्र पुलिस के कुछ वीडियोज़ काफ़ी शेयर किये जा रहे हैं. इन वीडियोज़ में पुलिस लोगों से ऐसे नंबर वाले कॉल उठाने के लिए मना कर रही है जिनकी शुरुआत 140 से होती हो. पुलिस लोगों को चेतावनी दे रही है कि अगर आप ऐसे नंबर वाले कॉल उठायेंगे तो आपका बैंक बैलेंस ज़ीरो हो सकता है. इससे दिल्ली पुलिस की चेतावनी बताया जा रहा है. एक यूज़र ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “पूरा वीडियो देखें और समाधान हो जाईयेगा वरना आपका बैंक एकाउंट खाली हो जायेगा। 140 नम्बर से आने वाली सभी Call’s को अटेंड न करें।- दिल्ली पुलिस द्वारा जनहित में जारी.”

वीडियो की जांच के लिए ऑल्ट न्यूज़ के मोबाइल ऐप और व्हाट्सऐप नंबर पर कुछ रीक्वेस्ट भी आयी हैं.

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2020 में मुंबई पुलिस की चेतावनी बताकर वायरल

एक ट्विटर यूज़र ने 10 जुलाई 2020 को महाराष्ट्र पुलिस का ऐसा ही एक वीडियो ट्वीट किया. मेसेज में यूज़र ने बताया कि ये वीडियो उसे व्हाट्सऐप पर मिला था जिसमें पुलिसकर्मी दावा कर रहा है कि 140 से शुरू होने वाले कॉल को न उठाए. मुंबई पुलिस के ऑफ़िशियल ट्विटर अकाउंट को टैग करते हुए यूज़र ने वीडियो की सत्यता के बारे में पूछा. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को करीब 800 बार देखा जा चुका था. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

[ट्वीट किया गया मेसेज: “@MumbaiPolice got this video on whatsapp informing not to pick up call from phone number starting with 140. This seems to be during covid pandemic as police is wearing a mask. Can you please confirm the authenticity of this news?”]

ट्विटर पर हैशटैग ‘#fraudalert’ के साथ ऐसी ही चेतावनी देता एक वीडियो शेयर किया जा रहा था. इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी गली में खड़े होकर लोगों को ऐसे कॉल न उठाने की चेतावनी दे रहा है. ऐसा ही दावे वाला एक और वीडियो भी शेयर हो रहा था.

सोशल मीडिया में शेयर किये जा रहे एक और वीडियो में भी पुलिस ऐसा ही दावा करती हुई दिखाई दे रही है. इस वीडियो में पुलिस हिंदी में बात करते हुए लोगों से 140 से शुरू होने वाले कॉल रिसीव करने से मना कर रही है और दावा कर रही है कि इससे बैंक अकाउंट का बैलेंस ज़ीरो हो सकता है. ये वीडियो फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर हो रहा है.

हमने पाया कि पुलिस द्वारा इस तरह की चेतावनी देते कुछ वीडियोज़ ट्विटर और फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किये जा रहे है. इन सभी वीडियोज़ में पुलिस फोन उठाने पर बैंक बैलन्स ज़ीरो हो जाने की बात बता रही है.

फ़ैक्ट-चेक

सोशल मीडिया में ये वीडियो काफ़ी वायरल होने के बाद ‘महाराष्ट्र साइबर’ ने जुलाई 2020 में ही ट्वीट करते हुए बताया कि +140 नंबर से शुरू होने वाले नंबर टेलीमार्केटिंग कॉल के होते हैं. ‘महाराष्ट्र साइबर’ ने ट्वीट करते हुए बताया कि कुछ दिनों से सोशल मीडिया में एक मैसेज वायरल हो रहा था कि 140 नंबर से शुरू हो रहे कॉल को उठाने से आपका बैंक अकाउंट खाली हो जाएगा. ट्वीट के मुताबिक, ये सिर्फ़ एक अफ़वाह है और किसी भी व्यक्ति के बैंक अकाउंट को तब तक कोई नुकसान हो सकता जब तक कि वो अपने बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारियां जैसे कि पिन नंबर या OTP शेयर न करे. ये पूरा मेसेज विशेष पुलिस महानिरीक्षक के हवाले से जारी किया गया था.

ये वीडियो असल में पुलिस की सफ़ाई का ही है जहां वो एक इलाके में रह रहे लोगों को इसी अफ़वाह के बारे में सचेत कर रहे थे और बता रहे थे कि 140 नंबर से शुरू होने वाली कॉल्स को रिसीव करने से बैंक बैलेंस ख़त्म हो जाए, ये संभव नहीं है. लेकिन इसी मौके के वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर कर दिया गया और कहा गया कि ख़ुद पुलिस 140 नंबर से आने वाली कॉल्स न उठाने को कह रही है.

140 वाले नंबर के कॉल के पीछे ‘सोनी लाइव’ का प्रमोशन स्टंट है ज़िम्मेदार

अब आपको बता दें कि मुंबई में जुलाई 2020 में 140 या 40 आंकड़ों से शुरू होने वाले नंबर से कुछ लोगों को कॉल आये थे. इन नंबर्स से आये कॉल को उठाने पर एक व्यक्ति उसके सामने हत्या होने की बात करता है. आर्टिस्टिक डायरेक्टर स्मृति किरण ने मुंबई पुलिस के ऑफ़िशियल ट्विटर अकाउंट को टैग करते हुए बताया कि उन्हें 140 से शुरू होने वाले ऐसे ही एक नंबर से कॉल आया था. किरण ने बताया कि कॉल पर एक व्यक्ति बता रहा था कि उसने एक हत्या होते हुए देखी है और अब हत्या करनेवाला व्यक्ति उसे भी मारना चाहता है. किरण ने मुंबई पुलिस से इस मामले में कार्यवाई करने की मांग की.

इसके बारे में जानने के लिए हमने की-वर्ड्स सर्च किया. 11 जुलाई 2020 की ‘NDTV’ की रिपोर्ट में ‘PTI’ के हवाले से बताया गया है कि मुंबई में कई लोगों को एक वेब सीरीज़ के प्रमोशन के लिए इस तरह के प्रैंक कॉल किये गए थे. कॉल पर एक व्यक्ति उसके सामने हत्या होने की बात बताता है. इन कॉल की वजह से लोगों ने डर के मारे पुलिस कंट्रोल रूम का संपर्क किया था. लोगों ने कंट्रोल रूम में फोन कर ये जानकारी दी कि उन्हें 140 या 40 नंबर से शुरू होने वाले कॉल आए हैं. रिपोर्ट में के मुताबिक़, वैभव पवार नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसे शाम 4 बजे के आसपास ऋषि का फोन आया. ऋषि रोते हुए बता रहा था कि उसने अपने सामने एक हत्या होते हुए देखी है और अब हत्या करने वाला वो व्यक्ति उसे भी मारना चाहता है. और भी कई लोगों ने ऐसे ही कॉल आने की बात बताई है.

चूंकि ये फ़ोन कॉल्स एक वेब सीरीज़ के प्रमोशन का हिस्सा थे इसलिए खून होने का ये दावा फ़र्ज़ी था. दरअसल, ‘सोनी लाइव’ अपनी नई सीरीज़ ‘अनदेखी’ को प्रमोट करने के लिए इस तरह के फ़र्ज़ी कॉल कर रहा था. इस मामले में सफ़ाई देते हुए 10 जुलाई 2020 को शाम 5 बजे ‘सोनी लाइव’ ने ट्वीट कर माफ़ी मांगी थी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कॉल कर लोगों के बीच में डर या असहजता फैलाने का उनका कोई मकसद नहीं था. आर्टिस्टिक डायरेक्टर स्मृति किरण ने भी ‘सोनी लाइव’ को इस तरह से कॉल करने की बात को शर्मनाक बताया है और मुंबई पुलिस से इनके खिलाफ़ सख्त कदम उठाने की मांग की है.

इसके अलावा, 10 जुलाई 2020 को मुंबई पुलिस ने ट्वीट करते हुए बताया कि किसी भी तरह के फ़र्ज़ी कॉल या प्रमोशन से लोगों के बीच डर का माहोल बनाने या उनकी सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ़ गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी.

इस पूरे मामले की सच्चाई कुछ इस तरह है – पुलिस सोशल मीडिया में वायरल हुए एक मेसेज के बारे में लोगों को आगाह कर रही थी. इसी का वीडियो फ़र्ज़ी मेसेज के साथ शेयर किया जाने लगा कि पुलिस ही 140 से शुरू होने वाले कॉल न उठाने और कॉल उठाने पर बैंक बैलेंस खाली हो जाने का दावा कर रही है. इसके अलावा, मुंबई के लोगों को जुलाई 2020 में अजनबी लोगों के कॉल्स आ रहे हैं. कॉल पर एक व्यक्ति हत्या के चश्मदीद होने की बात कहता है और ख़ुद की जान खतरे में बताता है. इन कॉल्स से लोगों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया. लेकिन इस कॉल से संबंधित जानकारी जब बाहर आई तब मालूम हुआ कि ये कॉल एक प्रमोशन स्टंट के तहत किये गए हैं. ‘सोनी लाइव’ ने अपने एक सीरीज़ के प्रचार के लिए इस तरह के कॉल किये थे.

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About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.