सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरें वायरल हैं जिसमें से एक तस्वीर में 19 वर्षीय अमूल्या लियोन नोरोन्हा, AIMIM पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ दिखती है. जबकि दूसरी तस्वीर में एक लड़की के साथ कुछ लोग दिख रहे हैं. आपको बता दें कि अमूल्या ने फ़रवरी 2020 में बेंगलुरु में आयोजित ऐंटी-CAA रैली में ‘पाकिस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारे लगाए थे. ये तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि दूसरी तस्वीर में दिख रही लड़की अमूल्या ही है जो अब किसान प्रदर्शन में हिस्सा ले रही है. ट्विटर हैन्डल @shankstar16 ने ये तस्वीरें एक तेलुगु मेसेज के साथ ट्वीट की. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 366 बार रीट्वीट किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न)
“பாகிஸ்தான் ஜிந்தாபாத்’’ கோஷம் போட்ட அமுல்யாக்கு டெல்லி போராடத்துல என்ன வேலை…??? pic.twitter.com/EZB3OgL7hO
— ˢʰᵃⁿᵏᵃʳ ᵐᵃⁿᶦ✨ (@shankstar16) January 26, 2021
ट्विटर यूज़र ‘सनातनी ठाकुर’ ने भी ये तस्वीरें इसी दावे के साथ ट्वीट की हैं. (आर्काइव लिंक)
The same girl in Farmers protest …. Who raised Pakistan Zindabad in MIM meeting …. What is this connection … Who are the forces behind this ….
All the same faces seen in every Anti National protest .. pic.twitter.com/2tkcQP3aO6— Sanatani Thakur (@SanggitaT) February 4, 2021
फ़ेसबुक और ट्विटर पर ये तस्वीर अमूल्या की बताते हुए वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
ट्विटर हैन्डल @shankstar16 के ट्वीट पर एक यूज़र ने रिप्लाइ करते हुए बताया कि दूसरी तस्वीर में दिख रही लड़की का नाम वलारमति है.
Adhu amulya illa
Namma ooru puratchi pulltee
Valarmathi
— தீரன்🚩🇮🇳 (@rana_dheeran) January 27, 2021
आगे, इस जानकारी के आधार पर हमने फ़ेसबुक पर की-वर्ड्स सर्च किया. 26 जनवरी को चेन्नई की वलारमति सम्स नाम की फ़ेसबुक यूज़र ने ये तस्वीर शेयर की थी.
Posted by Valarmathi Sums on Tuesday, 26 January 2021
स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट वलारमति सम्स ने द क्विन्ट से हुई बातचीत में बताया, “पहली तस्वीर में अमूल्या नहीं मैं हूं. हम 26 जनवरी की किसान रैली में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली गए थे क्योंकि हमें किसानों के मुद्दे को ज़मीनी स्तर पर समझना था और उनके साथ एकजुटता दिखानी थी. ये तस्वीर टिकरी बॉर्डर पर खींची गई थी. तस्वीर में दिखने वाले शख्स भगत सिंह के नज़दीकी रिश्तेदार हैं, इस वजह से हमने उनके साथ तस्वीर खिंचवाई थी.”
जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि अमूल्या ने फ़रवरी 2020 में नागरिकता कानून के खिलाफ़ चल रहे प्रदर्शन के दौरान ‘पाकिस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारे लगाए थे. इसके बाद उन्हें 4 महीनों के लिए देशद्रोह के चार्ज में जेल भेज दिया गया था. 21 फ़रवरी 2020 की बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, “ऐसे नारों के पीछे अमूल्या की सफ़ाई उनके सोशल मीडिया पेज पर मिलती हैं, जहां उन्होंने ‘हिंदुस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, अफगानिस्तान, चीन और भूटान ज़िंदाबाद’ लिखा है. अमूल्या ने पेज पर लिखा है, “मैं सिर्फ इसलिए किसी राष्ट्र का हिस्सा नहीं बन जाती हूं, क्योंकि मैं उसके नाम पर ज़िंदाबाद का नारा लगा रही हूं. कानून के मुताबिक मैं एक भारतीय नागरिक हूं. अपने देश का सम्मान करना और देश के लोगों के लिए काम करना मेरा कर्तव्य है. मैं वह करूंगी. हमें देखना चाहिए कि ये आरएसएस वाले क्या करेंगे. संघी इससे परेशान हो जाएंगे. आप कॉमेंट्स करते रहिए. मुझे जो कहना है, मैं वह कहूंगी.”
इस तरह, चेन्नई की स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट वलारमति सम्स की टिकरी बॉर्डर की तस्वीर अमूल्या लियोना नोरोन्हा की बताकर शेयर की गई.
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