“चेन्नई के इस अक्कू यादव की बहन के साथ रेप हुआ था. इसने अगले दिन रेपिस्ट का गला काटा और कटी हुई सिर लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गया. आपका ट्रेडिंग हैशटैग सरकार के कानून की तरह बेकार है.” ये मेसेज कुछ तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है.
This guy Akku Yadav from chennai, India whose sister was raped and the next thing he did was chopped off the rapist’s head and brought it to the police station..
Your trending hashtags are just as useless as our government and laws. #HangRapistsPublically pic.twitter.com/sPItr3cavq— Wasiq Awan 🇵🇰 (@IamWasiq_) September 11, 2020
इसी घटना का एक विचलित करने वाला वीडियो पिछले साल इस मेसेज से शेयर हुआ था, “चेन्नई में बहन के साथ बलात्कार हुआ तो भाई ने बलात्कार करने वाले आरोपी का सर काट कर पुलिस स्टेशन ले गया इस तरह का कार्य करने से पहले 100 बार सोचे कि ऐसा भी अंजाम हो सकता है.” वीडियो में एक व्यक्ति का शर्ट पूरी तरह खून से सना हुआ है और वह एक कटे हुए सिर के साथ चलता हुआ दिखाई दे रहा है. ये वीडियो 1 मिनट 38 सेकंड लंबा है और उस व्यक्ति के साथ पुलिस वालों को चलते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए, ऑल्ट न्यूज़ इसे आर्टिकल में शामिल नहीं कर रहा है.
ट्विटर पर कई यूज़र्स ने इस वीडियो को 2019 में शेयर किया था. फ़ेसबुक पर भी इस वीडियो को इसी समान मेसेज के साथ शेयर किया गया.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर “Chennai beheading” की-वर्ड्स से सर्च किया, तो हमे इस घटना से जुड़े हुए कुछ लेख मिले. सोशल मीडिया में वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है.
पहले तो यह घटना चेन्नई में नहीं हुई थी, यह घटना 2018 में कर्नाटक के मंड्या ज़िले की थी.
दूसरी बात, वीडियो के साथ किया गया दावा झूठा है.
यह घटना 29 सितम्बर, 2018 में कर्नाटक के मंड्या में हुई थी. लेख के मुताबिक, वीडियो में दिखाई दे रहे व्यक्ति ने झगड़े के दौरान अपने एक दोस्त का सिर काट दिया. पुलिस ने बताया कि उस व्यक्ति के दोस्त ने उसकी माँ के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके बाद उसने अपने दोस्त का सिर काट दिया. द न्यूज़ मिनट ने बताया कि, “पुलिस के मुताबिक, पशुपति कटे हुए सिर को चिक्कबगिलु गांव से मालवल्ली ले आया, जहां वे दोनों रहते थे. एसपी ने कहा कि, उसने (पशुपति) खुद पुलिस को बताया कि गिरीश ने उसकी माँ के बारे में अपमानजनक बात कही थी, जिससे उन दोनों में लड़ाई हो गई.”
निष्कर्ष के तौर पर, इस वीडियो के साथ सोशल मीडिया में किया गया दावा गलत है. यह घटना 2018 में कर्नाटक के मंड्या जिले में हुई थी, जो एक आपसी झगड़े से जुड़ी हुई घटना थी.
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