एक महिला को कुछ पुरुषों द्वारा घेरकर प्रताड़ित किए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया में बच्चा चोर की अफवाह से साझा किया गया है। संदेश में दावा किया गया है कि राजस्थान के पाली के हॉउसींग बोर्ड में दो महिलाओं को पकड़ा गया है। उन्होंने तीन बच्चों को अगवा कर लिया था लेकिन लोगों ने उनमें से एक महिला को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। दूसरी महिला भाग गई। संदेश में चेतावनी दी गई है कि इस गिरोह का नाम ‘मम्मी मिडो’ है और वे पाली में फैले हुए हैं।

 

सावधान आज दिनॉक 19/8/2019 पाली के हाउसिंग बोर्ड साई बाब मन्दिर के पास बने वाटर बाक्स मे भोपाल से आयी दो बच्चे चुराने वाली गेग को पकडा लोगो ने ईस दोरान एक को पकड लिया गया लेकिन एक ओरत भागने मे कामयाब हो गई लोगो का कहना है कि वह पाली शहर के हाउसिंग बोर्ड एरिया मे करीब तीन बच्चे चुरा कर लेजा रही थी ईसी दोरान दिनांक 18/8/19 को रात 11:30 पर लोगो ने इसे पकडा यह लडकी महिला पुलिस थान पाली मे है पूछ ताछ के दौरान ईसने कहा की ईसकी गेग का नाम मम्मी मिडो है जो कि पुरी पाली मे फैलि है सावधान

Posted by Pappuram Ratohre on Monday, 19 August 2019

एक फेसबुक यूजर शुभम बड़गुजर ने उसी लड़की की एक तस्वीर साझा की।

बच्चा चोर नहीं

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर “हाउसिंग बोर्ड बच्चा चोर” नाम से सर्च किया और हमें 20 अगस्त को प्रकाशितदैनिक भास्कर का एक लेख मिला। रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 18 अगस्त को राजस्थान के पाली में हुई थी, जब एक लड़की को स्थानीय लोगों द्वारा बच्चा चोर की झूठे अफवाह के कारण प्रताड़ित किया गया।

यह लड़की मध्य प्रदेश की है और उसके पिता ने दो शादी की थी। पिता की मौत के बाद, उसकी माँ ने अन्य व्यक्ति से शादी कर ली। लड़की की सौतेली माँ की दोस्त दीपिका, जो फ़र्ज़ी शादी करवाने के गिरोह की सदस्य थी, उसने लड़की की शादी दो व्यक्तियों से करवा दी थी, जिसमें से एक लड़का जोधपुर से था और एक रतलाम से। दीपिका – हाउसिंग बोर्ड, पाली के एक आदमी से इस लड़की को तीसरी बार शादी करने के लिए ले जा रही थी लेकिन वो उस व्यक्ति के घर का पता नहीं लगा पाए और देर शाम तक घूमते रहे। बाद में लोग उसके बच्चा चोर होने के संदेह में उसे घेर कर खड़े हो गए और वह लड़की वहां पर अकेली रह गई जबकि दीपिका और अन्य सब लोग भाग गए। बाद में, पुलिस ने होटल, बस और रेलवे स्टेशनों में दीपिका और उसके आदमियों की तलाश की लेकिन उन्हें ढूंढने में असमर्थ रहे।

हाउसिंग बोर्ड के पुलिस निरीक्षक गोविंदन और उनकी टीम ने लड़की को बचाया और बाल कल्याण समिति के निर्देश पर अपहरण और मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया है।

ऑल्ट न्यूज़ के साथ बातचीत में, प्रभारी निरीक्षक गोविंदन ने कहा,“वह एक बच्चा चोर नहीं थी। वह एक 17 वर्षीय लड़की थी, जो एक बिचौलिये के माध्यम से फंस गयी थी जो इस लड़की को शादी करवाने के बहाने से लाया था। हमने उसकी मां को सूचित कर दिया है, लेकिन वह उसे लेने नहीं आई है। लड़की को जोधपुर के एक बाल कल्याण गृह में रखा गया है। हम उस महिला की तलाश में हैं जो उसे यहां लाई थी। उसके खिलाफ जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है”

एक नाबालिग, जो तस्करी का शिकार हुई थी, को बच्चा-चोर होने के झूठे संदेह पर लोगों की भीड़ द्वारा प्रताड़ित किया गया था। पिछले महीने से, कई ऐसी घटनाएं सामने आई है। ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसी घटनाओं का एक संकलन प्रकाशित किया है, जिसमें कुछ लोगों को बच्चा चोर के संदेह में भीड़ द्वारा पकड़ कर प्रताड़ित किया गया।

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.