राजस्थान के धौलपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में लोगों को पुलिसकर्मियों पर पथराव करते हुए देखा जा सकता है. ये वीडियो शेयर करते हुए कई यूज़र्स ने इस हमले के लिए मुसलमानों को ज़िम्मेदार ठहराया. (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3)

पत्रकार प्रदीप भंडारी और कुछ भाजपा समर्थकों ने ट्विटर पर इसी वीडियो को अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर किया और हमले के लिए मुसलमानों को ज़िम्मेदार ठहराया. ये ट्वीट अब हटा दिए गए हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने हिंदी में की-वर्ड्स सर्च किया जिससे हमें दैनिक भास्कर के संपादक गिरिराज अग्रवाल का एक ट्वीट मिला. गिरिराज के मुताबिक, ये झड़प पुलिस की कथित बर्बरता की वजह से हुई थी.

गूगल पर एक की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें न्यूज़ NCR की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में घटना के बारे में विस्तार से बताया गया था. न्यूज़ NCR के मुताबिक, ‘बलात्कार’ के आरोपी युवक के पुलिस हिरासत में होने की सूचना मिलने के बाद सुबह करीब 11 बजे वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई.

दैनिक भास्कर के अनुसार, बाड़ी और बेसड़ी सड़कों को जनता ने पत्थरों और लकड़ी से जाम कर दिया था. धौलपुर के SSP बच्चन सिंह मीणा, सरमथुरा, कंचनपुर, बेसड़ी, सदर थाने की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. इससे जनता आक्रोशित हो गई और पुलिस के साथ झड़प हो गई.

रिपोर्ट में आगे लिखा है कि हरि सिंह के बेटे कृष्णा पर करीब तीन महीने पहले उसके छोटे भाई की पत्नी ने छेड़छाड़ और बलात्कार के प्रयास का मामला दर्ज कराया था. उस समय कृष्णा को गिरफ़्तार किया गया था लेकिन फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया. दो दिन पहले जब पुलिस अधिकारी पूछताछ के लिए उसके घर गए तो उसका कहीं पता नहीं चला और उसके परिवार वालों को युवक को थाने भेजने के लिए कहा गया.

स्थानीय लोगों का दावा है कि आरोपी को पुलिस हिरासत में पीटा गया था, लेकिन पुलिस का पक्ष इससे अलग है. पत्रकार अवधेश पारीक ने SP नारायण तोगस का एक बयान शेयर किया. SP के मुताबिक कृष्णा शराब के नशे में बाड़ी कोतवाली थाने पहुंचा था. उसने पुलिस अधिकारियों को गाली देना शुरू कर दिया. उसे इलाज के लिए बाड़ी अस्पताल ले जाया गया. इस इलाज के दौरान कृष्णा बेहोश हो गया, जिसके बाद उसे धौलपुर अस्पताल ले जाया गया. SP ने ये भी कहा कि उन्होंने मेडिकल परीक्षक से बात की और डॉक्टर ने इस बात को कंफ़र्म किया है कि युवक की तबियत ठीक है.

कुल मिलाकर, राजस्थान के धौलपुर में पुलिस की कथित बर्बरता के आरोपों को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई थी. और ऐसी कोई रिपोर्ट मौजूद नहीं है जिसमें बताया गया हो कि हिंसा सांप्रदायिक कारणों से हुई थी.

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