हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हैं जिसमें इंडिया टुडे के एंकर राहुल कंवल एक मौलाना महमूद मदनी से सवाल करते हैं, “देवबंद की जो असल सोच है वो वही सोच है जो आपको कैमरे पर दिखती नहीं, कभी बाहर नहीं आती है और तालीबान की जो सोच है वो एक है.” इस पर जवाब देते हुए मौलाना कहते हैं, “हम कभी ये नहीं कह रहें आपसे कि हमारी और तालीबान की सोच अलग है”. ये वीडियो मौलाना महमूद मदनी के इस बयान पर तंज कसते हुए और इसे तालिबान से तुलना करते हुए शेयर किया जा रहा है.

वेरिफ़ाइड X-हैंडल मिस्टर सिन्हा ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

X यूज़र सुनील ने “हिंदुओं ये है तुम्हारे भाईचारे की वास्तविकता” कहते हुए यही दावा दोहराया है. (आर्काइव लिंक)

वेरिफ़ाइड X अकाउंट ‘Kreately.in‘ ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “इतना खुल के बोल रहा है फिर भी Secular Hindus की आखें नही खुलेगी”. (आर्काइव लिंक)

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने की-वर्डस सर्च किया. हमें इंडिया टूडे की यूट्यूब रिपोर्ट मिली. 27 सितंबर 2021 की इस रिपोर्ट में मौलाना महमूद मदनी का वायरल वीडियो वाला इंटरव्यू है. इस इंटरव्यू में 9 मिनट 08 सेकेंड पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा आता है.

राहुल कंवल बताते हैं कि एक बार उनकी मुलाकात आरिफ़ मुहम्मद खान से हुई थी और उस दौरान उन्होंने ये आरोप लगाया था कि आप जो कह रहे हैं वो सच नहीं. उनका कहना है कि देवबंद की जो असल सोच है वो वही सोच हैं जो तालिबानी सोच है. जो दाढ़ी वाले हैं वो बताते है कि हमारी सोच जुदा है तालिबानी से लेकिन देवबंद की जो असल सोच है वो वही सोच हैं जो आपको कैमरे पर दिखती नहीं, कभी बाहर नहीं आती हैं और तालीबान की जो सोच है वो एक हैं. इस पर मौलाना महमूद मदनी जवाब देते हैं कि हम कभी ये नहीं कह रहें आपसे कि हमारी और तालीबान की सोच अलग हैं. हम ये कह रहें हैं कि हमारी और हमारे इंडिया की सोच एक है… अगर आँख टेढ़ी करके कोई इंडिया की तरफ देखेगा, उसकी आँख सलामत नहीं रहेगी. मेरा इंडिया है, मैं इंडियन हूं. मैंने इंडिया को चूज किया, मेरे बुजुर्गों ने इंडिया को चूज किया है. इंडिया की सबसे बड़ी ताकत अगर कोई है तो वो इंडियन मुस्लिम्स हैं. हम हैं. हमने इंडिया को अपना सबकुछ बनाया है. सबकुछ माना है, मानते रहेंगे. हमारा इंडिया है ये. तो उनको बहुत मर्तबा ग़लतफहमी दूर करने की कोशिश की गई, लेकिन सोते हुए को कैसे जगाएंगे नहीं जगतों हुओं को कैसे जगाएंगे. सोतों हुओं को जगाया जा सकता है. और वो तो जगे हुए हैं और स्कॉलर हैं बड़े तो मैं उनको कैसे समझाऊँगा कि किस बात पर उनको एतराज़ है. 

यानी, वायरल वीडियो इस तरीके से क्लिप किया गया है कि ऐसा लगे कि मौलाना महमूद मदनी अपनी सोच को तालिबान से मिला रहे हैं. उनका पूरा इंटरव्यू देखने पर साफ मालूम होता है कि राहुल कंवल के सवाल का जवाब देते हुए वो अपनी और इंडिया की सोच के समान होने की बात कहते हैं.

इंटरव्यू के वीडियो में 18 मिनट 25 सेकेंड के बाद मौलाना महमूद मदनी देवबंद को तालीबानी सोच वाला मानने से साफ इंकार करते हैं.

कुल मिलाकर, 2 साल पहले मौलाना महमूद मदनी का इंडिया टूडे को दिये इंटरव्यू के दौरान देवबंद को तालिबानी सोच वाला बताने की बात महज़ एक तंज था. उनकी इस बात का संदर्भ सुनने पर वायरल दावा गलत साबित होता है.

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