राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक अभियान जोरों पर है। कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपने पिछले शासन की उपलब्धियों के बारे में जन संवाद आयोजित करके अपने अभियान की शुरुआत की है।

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 30 सितम्बर, 2018 अपने कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान पेश की गई योजनाओं का राज्य भर में प्रदर्शन करने वाले प्रचार रथ की तस्वीरें पोस्ट की। यह पोस्ट कहता है, “यहां उदयपुर में दलित, आदिवासी, घुमंतू जागृति रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।”

यहां उदयपुर में दलित, आदिवासी, घुमंतू जागृति रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

Posted by Ashok Gehlot on Saturday, 29 September 2018

अशोक गेहलोत द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में से एक, उनके कार्यकाल के दौरान राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का एक कोलाज दिखलाती थी। इसे रथ पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया था।

कांग्रेस सरकार की योजना नहीं

इसमें कांग्रेस की बजाय वसुंधरा राजे सरकार द्वारा पेश की गई एक योजना को दिखलाने के लिए राजस्थान भाजपा ने गहलोत को आड़े हाथ लिया।

कांग्रेस पार्टी के पोस्टर में दिखलाई गई राजश्री योजना 1 जून, 2016 को शुरू की गई थी। नीचे राजस्थान सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के स्क्रीनशॉट में इसे देखा जा सकता है।

राजश्री योजना को शुभ लक्ष्मी योजना की जगह पर लाया गया था, जो इसी की तरह बालिका जन्म दर को प्रोत्साहित करने के लिए कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई थी। 31 मई, 2016 को पत्रिका द्वारा प्रकाशित एक लेख में कहा गया था, “अब सरकार ने 31 मई की रात से इस योजना को बंद करने का फैसला किया है। इसकी जगह मुख्यमंत्री राजश्री योजना पेश की जाएगी।”

दोनों योजनाओं के उद्देश्य समान थे, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा शुरू की गई योजना में शुभ लक्ष्मी योजना के मुकाबले मौद्रिक लाभ अधिक था। 9 जुलाई, 2016 को इकोनॉमिक टाइम्स के एक लेख में बताया गया था, “मौद्रिक प्रोत्साहन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिछली अशोक गेहलोत सरकार ने प्रत्येक लड़की को तीन चरणों में 7,300 रुपये देने के लिए अप्रैल 2013 में शुभ लक्ष्मी योजना शुरू की थी- जन्म के समय मां को 2,100 रुपये, पूर्ण टीकाकरण पर 1 वर्ष की आयु में 2,100 रुपये और स्कूल में प्रवेश पर 5 साल की उम्र में 3,100 रुपये। पिछली गिनती में इस योजना के 3.6 लाख लाभार्थी थे। राजे ने नई मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत 1 जून, 2016 के बाद पैदा हुई लड़कियों के लिए मौद्रिक प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी है।” (अनुवाद)

वसुंधरा राजे ने 13 दिसंबर, 2013 को मुख्यमंत्री का पद संभाला, और दूसरी अवधि के लिए उनके शपथ ग्रहण के दो साल से अधिक बाद यह राजश्री योजना शुरू की गई थी।

राजस्थान विधानसभा का चुनाव एक महत्वपूर्ण चुनाव है जिसका परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव को प्रभावित करेगा। जैसे-जैसे चुनाव अभियान बढ़ेगा, बिना उचित सत्यापन के ऐसे ही अतिरंजित दावों के कई उदाहरण हमें देखने को मिलेंगे। इसी मामले में, भले ही कांग्रेस सरकार ने बालिका योजना शुरू की थी, भाजपा सरकार की ज्यादा विकसित योजना को अपने नाम से पोस्टर में दिखलाना, कांग्रेस पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण है।

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Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.