हाल में ही ग्लोबल फ़ार्मा कंपनी एस्ट्राज़ेनका ने कोर्ट में कबूला कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चरस् द्वारा बनाई कोविड वैक्सीन से खून के थक्के बनने का एक रेयर साइड इफेक्ट हो सकता है. इसके बाद से ही इस वैक्सीन की चर्चा सुर्खियों में है. भारत में एस्ट्राज़ेनका के कोविड वैक्सीन को पुणे स्थित सीरम इंस्टीच्यूट ने बनाया और बाज़ार में कोविशील्ड के नाम से लाया गया था. भारत सरकार ने नागरिकों को मुफ़्त में ये वैक्सीन उपलब्ध कारवाई थी. और इसके पहले और दूसरे डोज के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी थी.
एस्ट्राज़ेनका के कोर्ट में दिए गए कबूलनामे के बाद से कई सोशल मीडिया यूज़र्स ये दावा कर रहे हैं कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट उजागर होने के बाद से सरकार ने वैक्सीन के सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी है.
कांग्रेस नेता प्रोफेसर वर्षा एकनाथ गायकवाड ने एक सर्टिफिकेट की तस्वीर शेयर की जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर नहीं मौजूद है. इसे शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि जब से एस्ट्राज़ेनका ने कबूला है कि उनके वैक्सीन से हार्ट अटैक होता है, तब से मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नहीं है.
इंडियन एयर फोर्स के रिटायर्ड फायटर पायलट राजीव त्यागी ने भी ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया.
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट प्रशांत भूषण ने एक ट्वीट को कोट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया और ऐसा ही दावा करते हुए इसे मोदी का कमाल बताया.
फ़ैक्ट-चेक
जब हमने इस मामले से जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किया तो हमें 1 मई 2024 को ‘द प्रिन्ट’ की वेबसाइट पर पब्लिश्ड एक आर्टिकल मिला. इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसर के हवाले से बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट से आदर्श आचार संहिता के मद्देनज़र हटाई गई है.
इस मामले से जुड़ा एक और आर्टिकल हमें 6 मार्च 2021 को ‘द हिन्दू’ की वेबसाइट पर मिला जिसमें चुनाव आयोग ने असम, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिल नाडु और पुड्डुचेरी के चुनाव से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय को कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर हटाने को कहा था.
कुल मिलाकर, कई नेताओं ने कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट के बारे में भ्रामक दावा किया कि एस्ट्राज़ेनका के रेयर साइड इफ़ेक्ट्स उजागर होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटा डि गई. जबकि असल में आदर्श आचार संहिता के मद्देनज़र वैक्सीन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर हटाई गई है.
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