सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि बिहार के बेगूसराय के रहने वाले एक छात्र ऋतुराज चौधरी ने गूगल को 51 सेकेंड के लिए हैक कर लिया जिसके बाद गूगल ने उन्हें 3.66 करोड़ पैकेज के साथ जॉइनिंग लेटर दिया. वायरल मेसेज में यह भी दावा किया गया है कि IIT मणिपुर में सेकेंड ईयर के छात्र ऋतुराज के पास पासपोर्ट नहीं था. गूगल ने भारत सरकार से बात करके 2 घंटे में उसका पासपोर्ट बनवा दिया और अब वो प्राइवेट जेट से अमेरिका जाएगा.
टीवी शो बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट व गायक दीपक ठाकुर ने एक लम्बे से फ़ेसबुक पोस्ट में ऐसा दावा किया था. बाद में उन्होंने ये पोस्ट डिलीट कर दिया.
राइटर्स कम्युनिटी के डायरेक्टर अंकित देव अर्पण ने फ़ेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, “रातों रात एक #बिहारी ने Google को हिला डाला, और लोग कहते हैं कि हम लोग लिट्टी चोखा से आगे ना आ पाए.”
ट्विटर यूज़र हम लोग We The People ने यही दावा शेयर किया. बिहार वाले, भूमिहार नाम के फेसबुक पेज ने भी ऐसा दावा किया जिसपर अबतक 9 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स और इसे 1 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
फेसबुक और ट्विटर पर इस दावे को जमकर शेयर किया जा रहा है.
फ़ैक्ट-चेक
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए ऑल्ट न्यूज ने ऋतुराज से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि गूगल के बग हन्टर्स वेबसाइट पर एक बग (bug) रिपोर्ट किया था जिसका उन्हें एक्सेप्टेंस मेल आया. उन्होंने ना तो गूगल को हैक किया था और ना ही गूगल की तरफ से उन्हें कोई पैकेज या जॉइनिंग लेटर ऑफ़र किया गया है. 2 घंटे में पासपोर्ट बनने व प्राइवेट जेट से अमेरिका जाने जैसी बातें पूरी तरह मनगढंत है.
ऋतुराज ने ये भी बताया कि मीडिया में उनके IIT मणिपुर के छात्र होने का दावा बेबुनियाद है. वो मणिपुर स्थित IIIT (ट्रिपल आई टी) के छात्र हैं. दरअसल, मणिपुर में कोई IIT है ही नहीं.
हमने गूगल के बग हंटर्स वेबसाइट पर Honorable Mentions में ऋतुराज का नाम सर्च किया. यहां रीसर्चर लिस्ट में ऋतुराज चौधरी का नाम है.
गूगल के बग हंटर्स वेबसाइट पर हमें ऋतुराज द्वारा 25 जनवरी को पहली रिपोर्ट सबमिट करने की जानकारी मिली.
ऋतुराज ने News18 बिहार झारखंड न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू दिया था जिसमें वो कहते हैं कि उन्होंने IIT की तैयारी की थी लेकिन उन्हें उसमें एडमिशन नहीं मिली इसलिए उन्होंने ट्रिपल आई टी मणिपुर में दाखिला लिया.
https://youtu.be/-FEHqwdC2wY?t=515
IIIT (ट्रिपल आई टी), मणिपुर एक पब्लिक प्राइवेट पार्ट्नर्शिप (PPP) के तहत सरकारी वित्त पोषित तकनीकी संस्थान है. IIT और IIIT दोनों में दाखिला लेने के लिए IIT JEE परीक्षा पास करना आवश्यक होता है. छात्रों को इस परीक्षा में क्वालीफ़ाइ होने पर उनके रैंक के हिसाब से ये तय होता है कि उन्हें IIT में या फिर IIIT में दाखिला मिलेगा. सबसे बढ़िया रैंक लाने वाले छात्रों को IIT में दाखिला मिलता है और उनसे कम रैंक लाने वाले छात्रों को NIT व IIIT में दाखिला मिलता है. ऋतुराज ने हमें IIT और IIIT में एक बेसिक अंतर ये भी बताया कि IIT (Indian Institute of Technology) कई स्पेशलाइजेशन में बी.टेक, एम.टेक, दोहरी डिग्री और पीएचडी प्रोग्राम ऑफ़र करते हैं. जबकि IIIT (Indian Institute of Information Technology) सूचना प्रौद्योगिकी और संचार अध्ययन से जुड़ी तकनीकी शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है.
एबीपी न्यूज, ज़ी बिहार झारखंड, न्यूज़ 24, न्यूज़18 बिहार झारखंड, ETV भारत बिहार ने अपने टीवी रिपोर्ट में ऋतुराज के IIT मणिपुर के छात्र होने का दावा किया. TV9 भारतवर्ष, डीएनए, एबीपी न्यूज, एनडीटीवी, न्यूज नाइन, BGR, बिहार एक्स्प्रेस, कलिंगा टीवी समेत कई अन्य न्यूज पोर्टल ने भी ऋतुराज के IIT मणिपुर का छात्र होने का दावा किया.
DNA ने अपने फ़ैक्ट-चेक आर्टिकल में ऋतुराज को IIT मणिपुर का छात्र बताया.
कुल मिलाकर हमने देखा कि सोशल मीडिया पर ऋतुराज चौधरी के द्वारा गूगल को हैक करने का दावा फ़र्ज़ी है. और उन्हें गूगल की तरफ़ से कोई पैकेज या जॉब ऑफ़र नहीं आया है. दो घंटे में पासपोर्ट बनने व प्राइवेट जेट से अमेरिका जाने वाले दावे भ्रामक हैं. मीडिया द्वारा ऋतुराज चौधरी को IIT मणिपुर का छात्र बताना भी भ्रामक है. ऋतुराज मणिपुर स्थित IIIT में बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के सेकेंड ईयर छात्र हैं.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.