सोशल मीडिया पर उत्तराखंड की बताकर एक साइनबोर्ड की तस्वीर वायरल है जिसमें मुसलमानों को सिर्फ मुसलमानों से खरीदारी करने के लिए कहा गया है. काफी ज़्यादा शेयर की जा रही इस तस्वीर में मुस्लिम समाज, उत्तराखंड द्वारा साइन किए एक साइनबोर्ड को दिखाया गया है जिस पर एक मैसेज है. इसमें कहा गया है, “अपने त्यौहार, अपने से व्यवहार. ईद की खरीदारी उनसे करे जो, आपके खरीदारी से ईद मना सके.” 

X अकाउंट ‘@maheshyagyasain’ ने इस तस्वीर को सांप्रदायिक ऐंगल देते हुए इस कैप्शन के साथ शेयर किया, “हम मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रवाद में उलझे रहे. भाईजान ने तों खेला कर दिया. एक केजरीवाल उत्तराखंड की सड़कों पे उत्तराखंड राज्य के सपने देख रहे हैं. जय हो गंगा मईया सबका साथ सबका विकास.” (आर्काइव)

ये तस्वीर इंस्टाग्राम पर @heena_malik_7861 यूज़र ने भी शेयर की है. (आर्काइव)

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Heena Malik (@heena_malik_7861)

एक और यूज़र ‘Siddhantknj123′ ने इस तस्वीर को सांप्रदायिक मैसेज के साथ थ्रेड्स पर शेयर किया. बैनर में जो सुझाव दिया गया था उसका विरोध करने के लिए, यूज़र्स ने हिंदुओं से होली में सिर्फ हिंदू विक्रेताओं से खरीदारी करने का आग्रह किया, भले ही आइटम ज़्यादा महंगे हों. तस्वीर के साथ वाक्यांश, “अपना खाएगा तो साथ देगा, दूसरा खाएगा तो हत्यार निकलेगा” लिखा गया था. (आर्काइव)

अन्य लोगों ने तस्वीर का इस्तेमाल करके शॉर्ट वीडियो बनाए और इसे यूट्यूब पर शेयर किया.

ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर (+91 7600011160) पर इस तस्वीर की सच्चाई जानने करने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

फ़ैक्ट-चेक

तस्वीर की जांच करते वक्त, ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि साइनबोर्ड बाकी तस्वीर की तुलना में ज़्यादा चमकीला और साफ दिखाई दे रहा था. इसमें छाया की कमी थी और नीयॉन रोशनी निकल रही थी जिसे किसी तस्वीर में देखना मुश्किल है, खासकर दिन के समय. बैनर पर एक-दूसरे को गले लगाते हुए दो व्यक्ति की तस्वीर भी बाकी पोस्टर की तुलना में ज़्यादा धुंधली दिखाई देती है. इससे संदेह हुआ कि तस्वीर को डिजिटली बदल दिया गया था.

फिर हमने कई की-वर्ड्स सर्च का इस्तेमाल करके इन बैनरों पर उत्तराखंड से न्यूज़ रिपोर्ट ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं मिला. हमने उत्तराखंड में तथाकथित मुस्लिम समाज की एक ऑफ़िशियल साइट या पेज की तलाश भी की जो नीचे बैनर के साइन-ऑफ़ में दिखाई देता है, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला.

हमने उत्तराखंड के एक प्रमुख इस्लामिक संगठन (मुस्लिम सेवा संगठन) से भी कॉन्टेक्ट किया. ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या राज्य में मुस्लिम समाज नाम का कोई संगठन है. संस्था के महासचिव अर्जयताशा सद्दाम क़ुरैशी ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि उन्हें यकीन है कि उत्तराखंड में मुस्लिम समाज नाम का कोई संगठन नहीं है.

सद्दाम क़ुरैशी ने कहा कि राज्य में ऐसे किसी पोस्टर या घटना की कोई रिपोर्ट नहीं है, साइनेज नकली लगता है.

इस विशेष मामले की जांच करते वक्त, ऑल्ट न्यूज़ ने देखा कि मुसलमानों से इसी तरह की अपील (सिर्फ मुस्लिम दुकानदारों से खरीदारी करने का आग्रह) मध्य प्रदेश के भोपाल में व्यापक रूप से फॉरवर्ड किए गए मैसेज में की गई थी. इस मैसेज ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया और आज तक और इंडिया टीवी जैसे मीडिया आउटलेट्स ने इस घटना पर रिपोर्ट दी. रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय के कई सदस्यों ने मैसेज की निंदा की, इसे गुमराह करने वाली प्रथा बताया और कहा कि वो समाज को बांटने की किसी भी कोशिश को अस्वीकार कर देंगे.

भोपाल में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. पिछले साल, दिवाली के दौरान, बजरंग दल ने बैनर लगाकर लोगों से विशेष रूप से हिंदू दुकानदारों से खरीदारी करने का आग्रह किया था. मीडिया आउटलेट जनसत्ता ने विश्व हिंदू परिषद और बीजेपी प्रवक्ताओं के हवाले से इस पर रिपोर्ट की है.

यानी, अगर वायरल तस्वीर जैसा साइनेज उत्तराखंड में लगाया गया होता, तो मीडिया आउटलेट्स ने इस पर रिपोर्ट की होती और राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने भी इस पर टिप्पणी की होती.

कुल मिलाकर, उत्तराखंड में मुस्लिम समाज नाम का कोई संगठन नहीं है, और घटना पर न्यूज़ कवरेज न होने के साथ-साथ बैनर की तस्वीर को डिजिटल रूप से बदले जाने के संकेत के कारण हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि ये रमज़ान के दौरान सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के लिए सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही एक एडिट की गई तस्वीर है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.