सोशल मीडिया पर 32 सेकंड का एक वीडियो वायरल है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ‘जिहादियों’ ने मुंबई के पंडाल में घुसकर दुर्गा पूजा का कार्यक्रम रुकवा दिया. वीडियो में नीले रंग की शर्ट पहने एक व्यक्ति पंडाल में जाकर वहां बज रहा गाना बंद करवाता है. इसके बाद ये व्यक्ति वहां पर खड़े कुछ लोगों से कहता हैं – “अगर कॉलोनी में रहना है तो असलम भाई असलम भाई कहना है.” वीडियो में आगे ये व्यक्ति बोलता है, “यहां मोदी जी नहीं आएंगे. यहां असलम भाई ही आएंगे”. ट्विटर हैन्डल ‘@MyBharat9’ ये वीडियो इसी दावे से ट्वीट किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 51 हज़ार बार देखा और 2,600 बार रीट्वीट किया जा चुका है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक) इस ट्वीट को कॉलमनिस्‍ट शेफाली वैद्या ने कोट ट्वीट करते हुए पूछा है कि क्या ये सच है? (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

इसके अलावा, और भी कुछ ट्विटर यूज़र्स, जैसे बबली पांडेय (ट्वीट का आर्काइव लिंक), @KreatelyMedia (आर्काइव लिंक) , डॉ. ऋचा राजपूत (आर्काइव लिंक), @pradipgajjar4 (आर्काइव लिंक), बबली पाण्डेय ने ये वीडियो इसी दावे से ट्वीट किया है. इन ट्वीट्स को आर्टिकल लिखे जाने तक हज़ारों बार देखा जा चुका हैं. ट्विटर पर और भी यूज़र्स ये वीडियो इसी दावे से शेयर कर रहे हैं.

फ़ेसबुक पर इसी दावे से पोस्ट किये गए इस वीडियो को आर्टिकल लिखे जाने तक 1,200 बार शेयर किया गया है.

दुर्गा पंडाल में घुसकर भजन बंद करवा कर बोला,
“कॉलोनी में रहना है तो असलम भाई कहना है, यहां मोदी नहीं आएगा !”

मलाड मुंबई की घटना !

Posted by Saurabh Singh on Sunday, 18 October 2020

बेस्ट हिंदी न्यूज़ नाम की एक वेबसाइट ने 19 अक्टूबर 2020 में इस वीडियो के बारे में एक आर्टिकल पब्लिश किया है. इस आर्टिकल में भी वीडियो को लेकर सोशल मीडिया के दावों को ही दोहराया गया है.

फ़ैक्ट-चेक

की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें मालूम चला कि ये वीडियो पिछले साल भी मुस्लिम लोगों द्वारा दुर्गा पूजा रुकवाने के दावे से ही शेयर किया गया था. कुछ मीडिया संगठन, जैसे न्यूज़ नेशन, स्वराज्य (जिसने अब अपना आर्टिकल डिलीट कर दिया है), ऑप इंडिया, इन खबर (इंडिया न्यूज़) ने ये वीडियो दुर्गा पूजा रुकवाए जाने के दावे से ही शेयर किया था. इसके अलावा, फे़क न्यूज़ फैलाने वाले प्लेटफ़ॉर्म पोस्टकार्ड न्यूज़ के संस्थापक महेश विक्रम हेगड़े ने 2019 में ये वीडियो इसी दावे से ट्वीट किया था (ट्वीट का आर्काइव लिंक). ‘इन खबर’ की 11 अक्टूबर 2019 की वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, ये वायरल वीडियो मुंबई के मलाड इलाके का है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि नीली शर्ट पहना हुआ व्यक्ति मुंबई के मलाड इलाके से कांग्रेस विधायक असलम शेख का आदमी हो सकता है.

उपरोक्त मीडिया संगठनों का मुस्लिम लोगों द्वारा दुर्गा पूजा रुकवाए जाने का दावा सरासर ग़लत है. 11 अक्टूबर 2019 को बीबीसी हिंदी ने इस वीडियो की सच्चाई बताते हुए एक रिपोर्ट पब्लिश की थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में नीली शर्ट पहने दिख रहा व्यक्ति आशीष सिंह है. आशीष की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक, वो किंग्स फ़िटनेस जिम का मालिक और युवा एकता सामाजिक संस्था का वाइस प्रेसिडेंट है.

आगे, इस वीडियो की हकीकत जानने के लिए ऑल्ट न्यूज़ ने आशीष सिंह से संपर्क किया. आशीष ने हमें बताया, “ये वीडियो टिक-टॉक वीडियो की तरह सिर्फ़ मज़ाकिया तौर पर बनाया गया था. उस दिन (जब वीडियो रिकॉर्ड किया गया था) दोपहर 1 बजे के करीब हम सब दोस्त ऐसे ही बैठ कर चुनाव के बारे में चर्चा कर रहे थें. उस वक़्त महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले थे. असलम शेख, जिन व्यक्ति का नाम हम वीडियो में ले रहे हैं, वो दरअसल पिछले 2 बार से मलाड विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आए थे. असलम शेख का उस वक़्त भी चुनाव जितना मानो पक्का ही था. तो इन चर्चाओं के दौरान हमने ये वीडियो बनाया था. ये वीडियो सिर्फ़ हंसी-मज़ाक के लिए ही बनाया गया था. उसे सोशल मीडिया पर दुर्गा पूजा रुकवाने और अज़ान शुरू करवाने के दावे से शेयर किया जाने लगा. इस वीडियो को चुनाव के वक़्त कांग्रेस नेता असलम शेख से जोड़कर शेयर किया गया था. जबकि वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावों में कोई सच्चाई नहीं है. इस वीडियो को हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा बनाकर भी शेयर किया जाने लगा था. उस वक़्त हमने वीडियो के ग़लत दावों से शेयर किये जाने के बारे में एक शिकायत दर्ज करवाई थी”. आगे आशीष ने बताया कि अभी बिहार इलेक्शन के वक़्त भी ये वीडियो फिर से शेयर हो रहा है. वीडियो में दिख रहे लोगों के बारे में पूछने पर आशीष ने बताया, “मैं वीडियो में जिनके साथ बात कर रहा हूं, वो रविशंकर दुबे हैं. मेरे साथ मेरा एक दोस्त, नदीम शेख भी वीडियो में मौजूद है”.

आशीष ने अपने 10 अक्टूबर 2019 के सिलसिलेवार किये गए ट्वीट्स भी शेयर किये. इन ट्वीट्स में आशीष और उनके दोस्त रविशंकर दुबे द्वारा वीडियो को लेकर की गई शिकायत की कॉपी शेयर की गई है. इसके अलावा, इस ट्वीट में आशीष सिंह और रविशंकर दुबे का एक वीडियो भी है. इस वीडियो में आशीष वही बात दोहराते हैं जो उन्होंने ऑल्ट न्यूज़ से हुई बातचीत के दौरान बताई.

आशीष ने हमें ये भी बताया कि इस वीडियो के ग़लत दावों के साथ वायरल होने के बाद उनके खिलाफ़ भी शिकायत दर्ज हुई थी. लेकिन बाद में आशीष और उनके दोस्तों ने पुलिस को इस वीडियो की सच्चाई बता दी थी. इसके बाद आशीष के खिलाफ दर्ज की गई शिकायत रद्द कर दी गई थी. बता दें कि मुंबई के मलाड इलाके से कांग्रेस विधायक असलम शेख 3 बार चुनाव जीते हैं.

कुल मिलाकर, एक साल पुराना वीडियो बार-बार मुस्लिम लोगों द्वारा मुंबई के मलाड इलाके में दुर्गा पूजा रुकवाने के झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है. वीडियो में दिखने वाले व्यक्ति आशीष ने हमसे इस बात की पुष्टि की कि ये वीडियो सिर्फ़ हंसी-मज़ाक के लिए ही बनाया गया था. ये वीडियो पिछले साल भी कांग्रेस विधायक असलम शेख पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल किया गया. उस वक़्त मीडिया आउट्लेट ‘इन खबर’ ने भी ये वीडियो ग़लत दावे से शेयर किया था.

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About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.