पाकिस्तान के अखबार द डॉन की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. तस्वीर में 10 जून 2020 की एक खबर दिख रही है जिसकी हेडलाइन है – “Pilot caught Pissing in the cockpit of PAF F-16 said urine increases efficiancy of Jets told by Allah in his dream. (अनुवाद – PAF F-16 के कॉकपिट में एक पायलट पेशाब करते हुए पकड़ा गया. उसका कहना था कि अल्लाह ने सपने में आकर कहा कि ऐसा करने से प्लेन की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सकती है)”. फ़ेसबुक पेज ‘We Support Arnab Goswami’ ने ये तस्वीर 1 जनवरी 2021 को पोस्ट की. आर्टिकल लिखे जाने तक इसे 180 से ज़्यादा बार शेयर किया गया है. (आर्काइव लिंक)
Posted by We Support Arnab Goswami on Friday, 1 January 2021
ये तस्वीर फ़ेसबुक पर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
इंटरनेट पर सर्च करने से हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें पाकिस्तान के प्लेन में पायलट के पेशाब करने की खबर छपी हो. डॉन की वेबसाइट पर भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
तस्वीर में दिख रही हेडलाइन में कई गलतियां दिखती हैं जो इस प्रकार हैं :
1. हेडलाइन में efficiancy लिखा हुआ है जबकि इस शब्द की स्पेलिंग ‘efficiency’ है.
2. हेडलाइन में ज़रूरत न होने पर भी कुछ शब्दों की शुरुआत अपर केस अक्षर से हुई है.
3. हेडलाइन में पेशाब के लिए “Pissing” शब्द का प्रयोग किया गया है जबकि मीडिया आउटलेट्स इसके लिए urinating शब्द का इस्तेमाल करते है.
4. हेडलाइन के आखिर में पूर्णविराम है. जबकि हेडलाइन के आखिर में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता.
हेडलाइन की इन गलतियों से ये बात तो साफ़ हो जाती है कि ये तस्वीर फ़र्ज़ी है. इस बात की पुष्टि करने के लिए हमने द डॉन की वेबसाइट चेक दी. वायरल तस्वीर और वेबसाइट की खबर में काफ़ी अंतर है. द डॉन की हेडलाइन के फ़ॉन्ट और वायरल तस्वीर के फ़ॉन्ट एक-दूसरे से अलग हैं. दोनों तस्वीरों के बीच का अंतर आप नीचे देख सकते हैं.
पहले भी द डॉन का एक ऐसा ही एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था. इस स्क्रीनशॉट में F-16 जेट के गायब होने की खबर दिख रही थी. इस खबर को फ़र्ज़ी बताते हुए डॉन ने एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट पब्लिश किया था. हमने पाया कि ये दोनों स्क्रीनशॉट एक ही है. बस इन दोनोंआर्टिकल्स की हेडलाइन अलग-अलग है. दोनों स्क्रीनशॉट में 10 जून 2020 की तारीख दिखती है.
इस तरह, पाकिस्तान के अखबार डॉन की तस्वीर एडिट कर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के फ़र्ज़ी दावे किये गए. ये एडिटेड तस्वीर शेयर करते हुए झूठा दावा किया गया कि ये पाकिस्तान के अखबार द डॉन की खबर है. लेकिन वास्तव में ये तस्वीर फ़ेक है.
COVID-19 वेक्सिन के रूप में दिखाई जा रही Pfizer की दवा की तस्वीर फ़र्ज़ी है :
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