हाल में देश में कोरोना महामारी के मामलों में फिर से उछाल देखने को मिल रहा है. सरकार लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने को कह रही है. इस दौरान भीड़ द्वारा एक पुलिसकर्मी की पिटाई करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. ये वीडियो गुजराती मेसेज के साथ शेयर किया जा रहा है. वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि पुलिस मास्क के नाम पर पैसे बटोर रही है, उससे तंग आकर कर्नाटक के मैसूर में लोगों ने पुलिस की पिटाई कर दी. फ़ेसबुक यूज़र जुनैद कुरैशी ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए यही दावा किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 56 हज़ार बार देखा जा चुका है.
[वायरल मेसेज – “मैसूर कर्नाटक से शुरुआत हो गई. पब्लिक परेशान हो गई है मास्क के नाम पर लिए जा रहे पैसे से. पुलिस की जमकर धुलाई की गई”.]इसी मेसेज के साथ एक और वीडियो शेयर किया जा रहा है.
इसके अलावा, एक तीसरा वीडियो भी इसी दावे के साथ शेयर किया गया है.
સુરુવાત્ થઈ ગઈ મેસુર્ કર્ણાટક થી.
પાબ્લિક્ કંટારી ગઈ .માસ્ક ના નામે પૈસા ભરીને..
પોલીસ ની ધુલાઇ સરુ જમ્કર્👉🏾Posted by Arbaz Mirza on Thursday, 25 March 2021
फ़ेसबुक पर ये वीडियो वायरल है. व्हाट्सऐप पर भी इसे काफ़ी शेयर किया जा रहा है. ये वीडियोज़ महाराष्ट्र में लॉकडाउन का विरोध बताकर भी शेयर किए जा रहे हैं.
फ़ैक्ट-चेक
सबसे पहले आपको बता दें कि ये तीनों वीडियो एक ही घटना के हैं. दरअसल मामला कर्नाटका के मैसूर में हुए एक एक्सीडेंट से सम्बंधित है. द न्यूज़ मिनट की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 मार्च को मैसूर रिंग रोड के चेक पोस्ट के पास हुए रोड एक्सीडेंट में एक बाइक चालक की मौत हो गई थी. वहां पर खड़ी भीड़ ने पुलिस को इस घटना का ज़िम्मेदार बता दिया. भीड़ का मानना था कि पुलिस से बचने के चक्कर में बाइक चालक देवराज और पीछे बैठा दूसरा लड़का सुरेश हड़बड़ी में फिसल गए. और उस वक़्त पीछे से आनेवाली लॉरी से टकरा गए. इस दुर्घटना में बाइक चालक देवराज की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.
इसके बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस की जमकर पिटाई कर दी. इस घटना के बाद पुलिस ने लॉरी चालक के खिलाफ़ धारा 304 A के तहत केस दर्ज किया. वहीं मारपीट में भीड़ द्वारा घायल हुए 2 पुलिसकर्मियों और ड्राइवर ने भी शिकायत दर्ज की है.
पहला वीडियो
23 मार्च 2021 की महा न्यूज़ की वीडियो रिपोर्ट में भी कर्नाटका के इस एक्सीडेंट के बारे में बताया गया है.
इस वीडियो में 27 सेकंड के बाद पहले वायरल वीडियो का कुछ हिस्सा दिखता है.
दूसरा वीडियो
द न्यूज़ मिनट के आर्टिकल में आप दूसरे वीडियो के दृश्य देख सकते हैं.
इसके अलावा, पत्रकार रेवती राजीवन ने भी ये दूसरा वीडियो इसी घटना का बताते हुए ट्वीट किया है. ट्वीट के मुताबिक, मैसूर में पुलिस से बचने के लिए हड़बड़ी में एक बाइक चालक ने यू-टर्न लेने की कोशिश की जिसके कारण वो बाइक से गिर गया. पीछे से आने वाली लॉरी उसपर से गुज़र गई और बाइक चालक की उसी वक़्त मौत हो गई. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने ट्रैफ़िक पुलिस की पिटाई कर दी. मार-पीट में भीड़ ने पैट्रोलिंग वाहन को भी नुकसान पहुंचाया था.
This happened in Mysuru today. Locals gathered to assault a traffic cop and another patrol vehicle driver. A bike rider took a u-turn to avoid police checking ahead, fell, was ran over by a lorry. Died on spot. Angry locals assaulted two cops and damaged patrol vehicle@CNNnews18 pic.twitter.com/DmVEMxqcAW
— Revathi Rajeevan (@RevathiRajeevan) March 22, 2021
तीसरा वीडियो
वायरल हो रहे तीसरे वीडियो के दृश्य आप ‘Ee Sanje News’ की वीडियो रिपोर्ट में देख सकते हैं. नीचे की तस्वीर में तीसरे वायरल वीडियो और न्यूज़ रिपोर्ट के दृश्यों की तुलना की गई है. दोनों दृश्य एक ही मौके के हैं, कैमरा ऐंगल अलग-अलग है जिस वजह से आपको एक तस्वीर में गाड़ी के आगे और दूसरी में गाड़ी के पीछे का दृश्य दिख रहा है.
द न्यू इंडियन एक्स्प्रेस के पत्रकार कार्तिक नायक ने इस घटना का अपडेट देते हुए ट्वीट किया था कि विजयनगर पुलिस ने पुलिस पर हमला करने के आरोप में 8 लोगों को हिरासत में लिया है. इस घटना में बाइक के पीछे बैठे व्यक्ति ने बयान देते हुए बताया कि इस एक्सीडेंट में पुलिस की कोई भूमिका नहीं थी.
8 persons have been detained so far by Vijaynagar police officers on charges of assaulting cops and damaging police vehicle.
The injured pillion rider in the accident has given a video statement clarifying that there was no role of police. pic.twitter.com/sBr9v477bQ— Karthik Nayaka (@Karthiknayaka) March 23, 2021
कुल मिलाकर, मैसूर में रोड एक्सीडेंट में हुई लड़के की मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर हमला किया था. इस घटना का वीडियो झूठे दावे से शेयर किया गया कि मास्क नहीं पहनने पर पुलिस पैसे वसूल रही है जिससे तंग आकर लोगों ने पुलिस की पिटाई कर दी.
अरविन्द केजरीवाल हुए किसान बिल के समर्थक? तेजिंदर बग्गा ने शेयर किया पुराना वीडियो
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.