सोशल मीडिया पर मीडिया वेबसाइट इन-शॉर्ट्स का एक कथित स्क्रीनशॉट वायरल है. इसमें दावा किया गया है कि केरला के एक जोड़े ने हनुमान स्टिकर लगी एम्बुलेंस में जाने से इनकार कर दिया और आखिर में उनकी मौत हो गई.

तमिलनाडु की हिन्दू नेशनलिस्ट पार्टी इंदु मक्कल काट्ची ने ये तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “अगर सच है तो अविश्वसनीय है, कोई प्लीज़ इसकी पुष्टि करें”. (आर्काइव लिंक)

इस स्क्रीनशॉट को एम सीनीवसुलू रेड्डी (M Seenivasulu Reddy) ने भी शेयर किया है. ट्विटर प्रोफ़ाइल के मुताबिक, वो प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के ‘कट्टर समर्थक’ है. (आर्काइव लिंक)

ये ग्राफ़िक फ़ेसबुक पर वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

ऐसी कई चीज़े हैं जिससे इस स्क्रीनशॉट के फ़र्ज़ी होने की बात साफ़ हो जाती है.

1. तस्वीर में इस कथित खबर का श्रेय ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को दिया गया है. लेकिन हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है. वास्तव में, हिंदुस्तान टाइम्स ने हनुमान स्टिकर वाली एम्बुलेंस की तस्वीर एक आर्टिकल में शेयर की थी. लेकिन ये आर्टिकल कोरोना हाईलाइट्स के बारे में है. इस रिपोर्ट में केरला के किसी दंपति की बात नहीं बताई गई है.

इस दावे से जुड़ी खबर किसी और मीडिया आउटलेट ने भी पब्लिश नहीं की है.

2. एम्बुलेंस की तस्वीर बेंगलुरू की है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में तस्वीर के साथ दिए गए के कैप्शन में कहा गया है, “8 मई 2021 को बेंगलुरू के बाहर खराब ग्रेनाइट खदान में बनाए गए श्मशान घाट में कोरोना महामारी से मरे लोगों के शव उनके परिवारवाले या उनकी देखभाल करने वाले लोग ले जा रहे हैं.” ये इस बात सबूत है कि इस एम्बुलेंस का इस्तेमाल कोरोना वायरस से मृत हुए व्यक्तियों के शव ले जाने के लिए किया गया था. इस तस्वीर का श्रेय AFP के मंजुनाथ किरण को दिया गया है.

इसके अलावा, एम्बुलेंस पर ‘Prasanna Ambulance Services’ लिखा है जो कि बेंगलुरू में है.

3. इन-शॉर्ट्स पर भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली. इसके अलावा, इनशॉर्ट्स का मूल ग्राफ़िक, वायरल तस्वीर से नहीं मिलता है. ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल ग्राफ़िक के साथ इनशॉर्ट्स के ग्राफ़िक की तुलना की. हमें मालूम हुआ कि वायरल तस्वीर का टेक्स्ट मूल टेक्स्ट से ज़्यादा गहरा है. इसके अलावा, केरला दंपति वाली घटना कब और कहां हुई? इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई है.

इन-शॉर्ट्स से जुड़े एक व्यक्ति ने हमें बताया कि ये वायरल तस्वीर एडिटेड है और इन-शॉर्ट्स ने इस तरह की कोई खबर नहीं पब्लिश की है.

कुल मिलाकर, एक मनगढ़ंत कहानी इन-शॉर्ट्स की खबर बताकर शेयर की गयी. इस वायरल स्क्रीनशॉट में लिखी खबर के बारे में किसी मीडिया आउटलेट्स ने आर्टिकल पब्लिश नहीं किया है. ये झूठी ख़बर हाल ही में राजस्थान में हुई एक घटना के अगेंस्ट बनायी गयी है जहां भरतपुर में कथित तौर पर एक गर्भवती मुस्लिम महिला को जनाना अस्पताल में घुसने नहीं दिया गया. महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया और बच्चा मर गया.


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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.