सोशल मीडिया पर एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का बताकर वायरल हो रहा है. ट्वीट में लिखा है, “स्कूल और कॉलेज 1 जून से ऑड/इवेन तरीके से खुलने चाहिए. ऑड दिनों में टीचर्स को आना चाहिए और इवेन दिनों में स्टूडेंट्स को आना चाहिए.” इसके मुताबिक़ राहुल गांधी की सलाह दी है कि ऑड/इवेन मेथड पर स्कूल फिर से खोले जाएं और इसका मज़ाक बनाते हुए अगली लाइन में बताया गया है कि टीचर्स और स्टूडेंट्स अलग-अलग दिनों में स्कूल आएं.
यह स्टेटमेंट अपने आप में एक मज़ाक है जिसे कुछ यूज़र्स ने गांधी का मज़ाक उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया है.
फ़ैक्ट-चेक
ट्विटर पर कीवर्ड सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि राहुल गांधी की तरफ़ से ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया गया है. न ही कोई मीडिया रिपोर्ट सामने आई जिसमें यह दावा किया गया हो कि उन्होंने यह ट्वीट किया है. गांधी की राजनैतिक सक्रियता को देखते हुए ऐसा नहीं हो सकता कि ऐसा कोई ट्वीट लोगों की नज़र में न आए.
हालांकि इस ट्वीट को फ़ेक साबित करने वाली सबसे ख़ास बात ये है कि इसमें टेक्स्ट और प्रोफ़ाइल पिक्चर वहां नहीं हैं जहां होना चाहिए. नीचे एक तुलना की गई है जिसमें राहुल गांधी के एक हालिया ट्वीट का स्क्रीनशॉट(ऊपर) और उसके नीचे फ़ेक ट्वीट का स्क्रीनशॉट लगाया गया है.
हमने 12 मई को पोस्ट किया गया एक ट्वीट भी पाया जिसमें इस मेसेज को एक जोक की तरह लिखा गया था. जब मेसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने शुरू हुआ तब इससे राहुल गांधी को नहीं जोड़ा गया था.
यानी कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मज़ाक उड़ाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और मेसेजिंग एप्लिकेशंस पर एक फ़ेक ट्वीट वायरल किया जा रहा है. इससे पहले भी एक मॉर्फ्ड ट्वीट अमित शाह के नाम से वायरल किया गया था कि उन्होंने कहा है उन्हें बोन कैंसर है.
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