BJP समर्थक और सांप्रदायिक प्रोपगेंडा प्लेटफ़ॉर्म क्रिएटली ने दो तस्वीरें ट्वीट कीं. इनमें से पहली तस्वीर एक लड़की की है जिसके सिर पर चोट लगी है और दूसरी तस्वीर एक आदमी की है. तस्वीर के ऊपर लिखा है, “पश्चिम बंगाल में ‘प्यार’ में ठुकराए जाने के बाद, मोहम्मद फैज़ अहमद ने हिंदू लड़की पर धारदार ब्लेड से हमला कर दिया. एक और जिहाद की घटना में पश्चिम बंगाल के फलकटा के कूचबिहार में कल दोपहर एक हिंदू लड़की पर मोहम्मद फ़ैज अहमद ने हमला किया. लड़की कथित तौर पर उस वक्त कॉलेज जा रही थी जब उस पर हमला किया गया. इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.” इस आर्टिकल के लिखे जाने तक ट्वीट को इस 3 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है.
बीजेपी समर्थक अरुण पुदुर ने भी ये ग्राफ़िक शेयर किया. इससे पहले, ट्विटर यूज़र @JatayuOSINT ने इसी दावे के साथ इस घटना का एक वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में हिंसा होने की वज़ह से इसे आर्टिकल में शामिल नहीं किया जा रहा है.
कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने ये ग्राफ़िक शेयर किया.
क्या है इस घटना की सच्चाई?
स्थानीय बांग्ला न्यूज़ आउटलेट आनंद बाज़ार पत्रिका के अनुसार, ये घटना सच में हुई थी. लेकिन रिपोर्ट में इस घटना में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं बताया गया है. फालाकाटा कॉलेज में फ़जाद्दीन हुसैन ने प्रस्ताव ठुकराने पर एक स्टूडेंट पर चाकू से हमला किया. फ़जाद्दीन हुसैन पश्चिम बंगाल के कूचबिहार ज़िले के घोकसडांगा इलाके का रहने वाला है.
द टेलीग्राफ़ ने भी इस घटना पर रिपोर्ट पब्लिश की थी. रिपोर्ट में सांप्रदायिक ऐंगल का कोई ज़िक्र नहीं किया गया है. आर्टिकल के मुताबिक, पीड़िता और आरोपी दोनों बैचमेट थे. द टेलीग्राफ़ ने बताया कि अस्पताल के सूत्रों से सूचना मिली कि पीड़िता को कई टांके लगे हैं.
घोकसडांगा के एसएचओ ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “पीड़िता और आरोपी दोनों, एक ही समुदाय के थे.”
हमारी रिपोर्ट से पहले द क्विंट ने इस दावे को खारिज किया था. द क्विंट ने इस मामले से संबंधित FIR का एक हिस्सा रिपोर्ट में शेयर किया. इसके मुताबिक, “29.11.21 को लगभग 1 बजकर 30 मिनट पर ज़िला-कूच बिहार बरो सोलमारी पीएस घोकसडांगा के बाबुद्दीन के बेटे फ़जाद्दीन हुसैन ने दुलाल डोकन पीएस-फालाकाटा के ऐनुल हक की बेटी अलीना यास्मीन (20) पर एक तेज काटने वाले हथियार (ब्लेड) से हमला किया. दोनों के बीच अधूरे प्रेम प्रसंग के बाद ये घटना धूपगुड़ी मोड़ कॉलेज रोड पर हुई.”
क्रिएटली और कई भाजपा समर्थक एकाउंट्स ने सोशल मीडिया पर इस घटना को ग़लत सांप्रदायिक ऐंगल देकर शेयर किया. जबकि पीड़ित और आरोपी एक ही समुदाय के हैं.
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