8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना (IAF) का हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें भारत के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी सवार थे. भारतीय वायुसेना ने कंफ़र्म किया कि इस दुर्घटना में बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत हो गई.

कई ट्विटर यूज़र्स ने इससे संबधित एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना का वीडियो पोस्ट किया. वीडियो के साथ शेयर किये जा रहे मेसेज के मुताबिक, “कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश का सैटेलाइट वीडियो. ऐसा लग रहा है कि टेल रोटर टूट गया और हेलिकॉप्टर अचानक दूसरी तरफ़ मुड़ गया और 2 सेकंड के अंदर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. कोई रिएक्शन का भी समय नहीं मिला.”

कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने भी ये वीडियो अलग-अलग ग्रुप्स में शेयर किया.

एक वेरिफ़ाइड तमिल यूट्यूब चैनल ‘Mosquitobat Channel‘ ने भी इसी दावे के साथ ये वीडियो अपलोड किया.

ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

ग्राफ़िकल रिप्रज़ेंटेशन

वीडियो के नीचे बाईं ओर ‘News7 Tamil’ का लोगो दिख रहा है.

इस आधार पर यूट्यूब की-वर्ड्स सर्च करने पर पता चला कि इसे ‘न्यूज़ 7 तमिल प्राइम’ ने 8 दिसंबर को अपलोड किया था. वीडियो के टाइटल के मुताबिक, ये हेलिकॉप्टर दुर्घटना का ग्राफ़िकल रिप्रज़ेंटेशन है. यानी, सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा ग़लत है कि ये घटना का सैटेलाइट वीडियो है.

वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट, भारत के रिमोट सेंसिंग विशेषज्ञ राज भगत पलानीचामी ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “ये एक ग्राफ़िकल वीडियो है. यहां ध्यान देने वाली बात है कि सैटेलाइट इमेज या वीडियो ज़मीन से सैकड़ों किलोमीटर ऊपर लिए जाते हैं और हेलिकॉप्टर हवाई जहाजों की तुलना में कम ऊंचाई पर उड़ते हैं. इस तरह, वीडियो में दिखाए गए हेलिकॉप्टर के क्लोज़-अप शॉट को सैटेलाइट से रिकॉर्ड करना संभव नहीं है और न ही इस रिज़ॉल्यूशन पर या ज़ूम करके इसकी आवाज़ सुनी जा सकती है. इसके अलावा, इस रिज़ॉल्यूशन पर पब्लिक डोमेन में कोई लाइव कैप्चर सैटेलाइट मौजूद नहीं है.”

कुल मिलाकर, News7 तमिल प्राइम ने हाल ही में IAF हेलिकॉप्टर दुर्घटना का एक ग्राफ़िकल रिप्रज़ेंटेशन शेयर किया. और ये वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया जाने लगा कि ये एक सैटेलाइट वीडियो है.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.