एक ट्वीट्टर यूज़र ने ऑल्ट न्यूज़ को एक ट्वीट में टैग करते हुए यह पूछा कि यह संदेश सच है या नहीं। यह ट्वीट था, “वरिष्ठ पत्रकार रबिश कुमार ने लगाया विराट कोहली पर जातीय भेदभाव का आरोप, कहा, अधिक अनुभव होने के बावजूद केदार जाधव को, कम अनुभव वाले विजय शंकर के बाद भेजा गया, क्योंकि जाधव छोटी जात के हैं, रवीश कुमार जी को, हर हाल में नकारात्मकता ढूंढ ही लेनी है।” यह ट्वीट 17 जून को किया गया है और अबतक इसके 200 से ज़्यादा रिट्वीट हैं और लगभग 900 लाइक है।

उपरोक्त संदेश में यह कहा गया है कि पत्रकार रवीश कुमार ने विराट कोहली पर जातीय भेदभाव का आरोप लगाया है क्योंकि उन्होंने केदार जाधव को ज़्यादा अनुभव होने के बावजूद विजय शंकर के बाद इसीलिए भेजा क्योंकि केदार निम्न जाति से संबंध रखते हैं।

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हमने पाया कि कुछ फ़ेसबूक यूज़र्स और पेज भी यही संदेश रवीश कुमार की तस्वीर के साथ शेयर कर रहे हैं।

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गौरतलब है कि 16 जून को वर्ल्ड कप 2019 में भारत पाकिस्तान का मैच हुआ था, जिसमें भारत की जीत हुई थी। इस मैच में खिलाड़ियों का बैटिंग ऑर्डर नीचे तस्वीर में देखा जा सकता है। केदार जाधव को विजय शंकर के बाद बैटिंग करने भेजा गया था।

गलत दावा

अपनी पड़ताल में हमने पाया कि ट्विट्टर पर यह संदेश सबसे पहले @BC_News_Hindi हैंडल से इसे BREAKING: बताकर 16 जून की शाम 7.37 पर ट्वीट किया गया था। किसी न्यूज़ चैनल सा दिखने वाला यह हैंडल एक परोडी अकाउंट है जैसा कि इसके बायो सेक्शन में लिखा है।

हमने इस खबर की जांच के लिए रवीश कुमार से संपर्क किया। उन्होंने इसे खारिज़ करते हुए कहा, यह मैच उन्होंने देखा ही नहीं था और वो कभी-कभार ही मैच देखते हैं या सिर्फ स्कोर पता करते हैं। इस तरह हमने देखा कि एक झूठे व गलत बयान को रवीश कुमार के नाम पर फैलाया गया। रवीश कुमार पर अक्सर फ़र्ज़ी खबरों से निजी हमले होते रहते हैं।

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